युवा उत्सव कला और संस्कृति से परिचित कराने का महत्वपूर्ण माध्यम, कला-संस्कृति कर्म व शिक्षा में प्रगति के लिए आगे आएं युवा- प्रो. पांडेय

विक्रम विश्विद्यालय का दो दिवसीय युवा उत्सव बुधवार को शुरू हुआ। स्वर्ण जयंती सभागृह में आयोजित उत्सव में विक्रम परिक्षेत्र के 350 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। उन्होंने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।

युवा उत्सव कला और संस्कृति से परिचित कराने का महत्वपूर्ण माध्यम, कला-संस्कृति कर्म व शिक्षा में प्रगति के लिए आगे आएं युवा- प्रो. पांडेय
युवा उत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुति देते विश्वविद्याल के युवा प्रतिभागी।

विक्रम विश्वविद्यालय में दो दिवसीय युवा उत्सव के शुभारंभ अवसर पर कुलपति ने कहा

एसीएन टाइम्स @ उज्जैन । शिक्षा और संस्कृति से युवाओं को परिचित कराने की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक की है। युवा उत्सव हमारी समृद्ध संस्कृति से परिचित कराने का महत्वपूर्ण माध्यम होता है। इस प्रकार के उत्सव संस्कृति और शिक्षा को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित करने के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होते हैं। भारत की अधिसंख्य आबादी युवाओं की है। ऐसे में युवाओं को सही दिशा में तत्पर करना आवश्यक है। कला और संस्कृति जीवन जीने का तरीका सिखाते हैं। युवजन कला, संस्कृति कर्म और शिक्षा में प्रगति करने के लिए आगे आएं।

ये उद्गार विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने व्यक्त किए। वे विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित विश्वविद्यालयीन युवा उत्सव के शुभारंभ अवसर पर संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि कार्यपरिषद सदस्य राजेश सिंह कुशवाह एवं विशिष्ट अतिथि कार्यपरिषद सदस्य विनोद यादव, एडवोकेट ममता बैंडवाल, संजय नाहर, कुलसचिव डॉ. प्रशांत पुराणिक एवं कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा थे।

मुख्य अतिथि कार्यपरिषद सदस्य कुशवाह ने कहा कि युवाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए युवा उत्सव  की विशेष भूमिका होती है। युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए शैक्षिक परिसर में निरंतर प्रयास होने चाहिए। युवा ही देश के लिए परिवर्तनकारी होते हैं। कला और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से उनकी प्रतिभा को समुचित अवसर मिलता है। 

युवा अपने जीवन में ऊंचे लक्ष्य बनाएं, सफलता मिलेगी- डॉ. पुराणिक

कुलसचिव डॉ. प्रशांत पुराणिक ने कहा कि युवा अपने जीवन में ऊँचे लक्ष्य बनाएं, उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी। कोरोना संकट से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण युवा गतिविधियों के समक्ष अनेक चुनौतियां रही हैं। युवा अपनी कला साधना के माध्यम से नई ऊंचाई प्राप्त करने के लिए आगे आएं।

कुलपति पांडेय का जन्मदिन पर किया सारस्वत सम्मान

कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय का जन्म दिवस पर शॉल, श्रीफल एवं पुष्पगुच्छ अर्पित कर सारस्वत सम्मान अतिथियों द्वारा किया गया।

इस अवसर पर प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों द्वारा 'अर्न बाय लर्न' योजना के अंतर्गत तैयार किए गए विभिन्न उत्पाद सैनिटाइजर, मास्क, क्रीम आदि कुलपति प्रो. पांडेय द्वारा लोकार्पित किए गए। 

प्रारंभ में आयोजन की रूपरेखा एवं स्वागत भाषण आयोजन समिति के मुख्य समन्वयक प्रो. एच. पी. सिंह ने दिया। मध्यप्रदेश शासन द्वारा दुर्लभ संगीत वाद्य के क्षेत्र में योगदान के लिए शिखर सम्मान से अलंकृत प्राध्यापिका डॉ. वर्षा अग्रवाल का सम्मान अतिथियों ने किया।

350 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं युवा उत्सव में

अतिथि स्वागत युवा उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. एच. पी. सिंह, डीएसडब्ल्यू डॉ. एस. के. मिश्रा, विभिन्न समितियों के संयोजक, परिक्षेत्र जिलों से आए विद्यार्थियों और दल प्रबन्धकों ने किया। आयोजन में विक्रम परिक्षेत्र के लगभग 350 प्रतिभागी भाग लेने के लिए आए हैं। संचालन डॉ. निवेदिता वर्मा ने किया। आभार विद्यार्थी कल्याण संकाय अध्यक्ष डॉ. एस के मिश्रा ने माना।

उद्घाटन समारोह के बाद मंचीय विधाओं, साहित्यिक और रूपांकन विधाओं की स्पर्धाओं में युवाओं ने अपने कौशल और प्रतिभा का परिचय दिया।

विक्रम विश्वविद्यालय के अंतरजिला युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण 13 जनवरी को

युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह दिनांक 13 जनवरी को दोपहर 3:30 बजे स्वर्ण जयंती सभागार में होगा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफ़ेसर अखिलेश कुमार पांडेय करेंगे। युवा उत्सव के दौरान कोविड-19 से बचाव के सम्बंध में जारी दिशा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य रहेगा।