धर्म संस्कृति : प्राकट्य उत्सव पर भगवान श्री परशुराम की 251 जोड़ों ने की महाआरती, मलखंभ और तलवारबाजी का हुआ प्रदर्शन
सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा श्री परशुराम जी का प्राकट्य दिवस उत्सव पूर्वक मनाया गया। इस मौके पर महाआरती कर समाज की बेहतरी के लिए संकल्प लिए गए।

सर्व ब्राह्मण महासभा के आह्वान पर जुटे विप्रबंधु, नवाचार और सनातन संस्कृति के संरक्षण का लिया संकल्प
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । ब्राह्मणों के आराध्य देव भगवान श्री परशुराम जी प्राकट्य उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर सर्व ब्राह्मण महासभा के आह्वान पर 251 जोड़ों ने परशुराम जी की महाआरती की। इस मौके पर शौर्य के प्रतीक मलखंभ और तलवारबाजी का प्रदर्शन भी किया गया।
सोमवार शाम को भगवान श्री परशुराम जी के मंदिर प्रांगण में समाजजन जुटे। यहां महाकाल मंदिर उज्जैन के मुख्य पुजारी पं. प्रदीप गुरु तथा रतलाम के धर्मगुरुओं ने भगवान की महाआरती संपन्न करवाई। इसमें ब्राह्मण समाज के विभिन्न उपजातियों के अध्यक्षों के साथ ही मातृशक्ति, ब्रह्म युवा शक्ति तथा सर्व समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए।
आरती की थाली सजाने की हुई स्पर्धा, तलवारबाजी का प्रदर्शन हुआ
इस मौके पर मातृ शक्ति को प्रोत्साहित के लिए आरती की थाली सजाने की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। तीन सबसे सुंदर और सुसज्जित थालियों के लिए मातृशक्ति को विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए। अन्य आरती की थालियों को भी पुरस्कृत किया गया। मलखंभ और तलवारबाजी का प्रदर्शन भी किया गया। इसमें मातृशक्ति ने भागीदारी की।
यह लिया संकल्प
महाआरती के दौरान समाजजन ने बच्चों के लिए शिक्षा, संस्कार के साथ ही ज्ञानवर्धन वाले कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प लिया। सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष प्रवीण उपाध्याय ने बताया कि महासभा द्वारा समाज में जागृति लाने, मातृशक्ति को शस्त्रकला का प्रशिक्षण देने जैसे कार्यक्रम भी आगामी दिनों में किए जाएंगे। प्रयास रहेगा कि ऐसे आयोजन भी हों जिनमें ज्यादा से ज्यादा नवाचार हो सके और उसका समाज को लाभ मिल सके। ओमप्रकाश त्रिवेदी व अजय जोशी सहित अन्य ने भी विचार व्यक्त किए।
इनकी रही उपस्थिति
महाआरती में सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष प्रवीण उपाध्याय, सचिव चैतन्य शर्मा, संयोजक ओमप्रकाश त्रिवेदी, कौशल किशोर द्विवेदी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन व्यास, विजय शर्मा, अजय जोशी, महिला मण्डल अध्यक्ष कौशल्या त्रिवेदी, नूतन भट्ट, भावना शर्मा, रजनी उपाध्याय, सरोज ओझा, मोना सहित कई गणमान्य समाज बंधुओं तथा मातृशक्ति की उपस्थिति रही।