इस भक्त की साधना है खास : MP के छोटे से गांव पंचेड़ के भक्तचरण की बांसुरी गूंज रही देशभर में

रतलाम के पंचेड़ गांव में जन्में भक्तचारण की बांसुरी वादन की साधना पूरे देश को मंत्रमुग्ध कर रही है। इस शख्सियत से परिचय करा रहे हैं युवा लेखक एवं साहित्यकार आशीष दशोत्तर।

इस भक्त की साधना है खास : MP के छोटे से गांव पंचेड़ के भक्तचरण की बांसुरी गूंज रही देशभर में
बांसुरी वादन करते पंचेड़ के युवा भक्तचरण सिंह चौधरी।

आशीष दशोत्तर की कलम से 

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । प्रतिभा किसी बैसाखी का सहारा नहीं लेती। वह अपने प्रयासों से मंजिलों को पा ही लेती है। ऐसा ही कमाल किया है मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के छोटे से गांव पंचेड़ के युवा भक्तचरण ने। देश के प्रमुख संगीतकारों एवं आध्यात्मिक संतों के सम्मुख अपने बांसुरी वादन से भक्तचरण ने अपनी मंज़िल की तरफ़ क़दम बढ़ा दिया है।

पंचेड़ के भक्तचरण सिंह पिता अरविंद चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा रतलाम में ही हुई। इसके बाद उन्होंने 2016 में देहरादून जाकर वकालत की पढ़ाई शुरू की। उसी दौरान संगीत में अत्यंत रुचि जागृत हुई। संयोगवश ऋषिकेश में देश-विदेश में प्रसिद्ध एवं ए. आर. रहमान के साथ बांसुरी वादन करने वाले अश्विन श्रीनिवासन से उनकी भेंट हुई। उन्होंने बांसुरी वादन का प्रारंभिक प्रशिक्षण मुंबई में अश्विन से प्रत्यक्ष रूप से प्राप्त किया।

तत्पश्चात पद्म विभूषण पंडित हरिप्रसाद चौरसिया से आशीर्वाद प्राप्त कर भुवनेश्वर स्थित वृंदावन गुरुकुल में गुरुकुल परंपरा के अनुसार बांसुरी वादन की शिक्षा प्राप्त की। देहरादून से वकालत की डिग्री पूरी कर वर्तमान में पुणे स्थित चिन्मयानंद विश्व विद्यापीठ  से भारतीय शास्त्रीय बांसुरी वादन में मास्टर्स की डिग्री विश्वविख्यात बांसुरी वादक पंडित  रूपक कुलकर्णी के सान्निध्य में जारी है।

श्री अवधेशानंद गिरि जी के सम्मुख दी प्रस्तुति, मिला आशीर्वाद

अभी नववर्ष की पूर्व संध्या पर ऋषिकेश में भव्य रूप से आयोजित न्यू एज म्यूजिक फेस्टिवल में भक्तचरण ने प्रस्तुति दी। 1 जनवरी को हरिद्वार में आयोजित धर्मसभा में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरी जी, महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी जी, स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, आचार्य बालकृष्ण जी, पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य के समक्ष बांसुरी वादन किया। इसके लिए उन्हें स्वामी अवधेशानंद गिरी जी एवं बेबीरानी मौर्य द्वारा विशेष रूप से सराहना एवं आशीर्वाद प्रदान किया गया। 

भक्तचरण की प्रस्तुतियों का सफर

रतलाम के पंचेड़ गांव से निकलकर उत्तर भारत में आईआईटी रुड़की,फॉरेस्ट रिसर्च अकैडमी, यूपीईएस देहरादून,  दूरदर्शन केंद्र उत्तराखंड, 93.5 माय एफएम इंदौर, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम रायपुर, मसूरी विंटर कार्निवाल, मालदेवता पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल, राजपुर फ्लावर फेस्टिवल, हयात रीजेंसी, अंतरा देहरादून, वर्ल्ड इंटीग्रिटी सेंटर, अनंता पुष्कर जैसे अन्य स्थानों पर आयोजित शास्त्रीय,  उप शास्त्रीय, गजल, बॉलीवुड एवं फ्यूजन  कॉन्सर्ट्स   में प्रस्तुति देकर परिजन एवं ग्राम पंचेड़ का नाम रोशन करने का सौभाग्य प्राप्त किया। भक्तचरण के बांसुरी वादन की रिकॉर्डिंग टी सीरीज, ज़ी म्यूजिक कंपनी, प्लोनेक्स प्रोडक्शन एवं बालाजी टेलिफिल्म्स के यूट्यूब चैनल पर भी जारी की जा चुकी हैं।