Tag: शब्दों की तपिश

कला-साहित्य
शब्दों की तपिश ही ज़िन्दा रखती है तहरीर को, रचनाकार समय पर अपनी नजर रखें रचना में आदमी का दुःख-दर्द शामिल करें- नवीन ‘पंछी’

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जनवादी लेखक संघ द्वारा गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान युवा साहित्यकार आशीष दशोत्तर...