अध्यापकों की आज प्रस्तावित हड़ताल से हिली शिवराज सरकार, भोपाल में धारा 144 लागू, अध्यापकों की मॉनीटरिंग के निर्देश

13 सितंबर को आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने आंदोलन का शंखनाद किया है। इससे मप्र सरकार हरकत में आ गई है और आंदोलन को रोकने के लिए भोपाल में धारा 144 लागू कर दी गई है। अध्यापकों के मूवमेंट की मॉनीटरिंग भी की जा रही है।

अध्यापकों की आज प्रस्तावित हड़ताल से हिली शिवराज सरकार, भोपाल में धारा 144 लागू, अध्यापकों की मॉनीटरिंग के निर्देश
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की हड़ताल आज, भोपाल में होगा शक्तिप्रदर्शन।

एसीएन टाइम्स @ भोपाल । मप्र विधानसभा का सत्र 13 सितंबर को शुरू हो रहा है। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मप्र ने इसी दिन भोपाल में शक्ति प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है। संघ पदाधिकारियों ने इस शक्ति प्रदर्शन में करीब 1 लाख अद्यापकों के पहुंचने का अनुमान जताया है। इस प्रस्तावित हड़ताल से प्रदेश सरकार हिल गई है और ताबड़तोड़ में भोपाल में धारा 144 लागू कर दी गई है। इतना ही नहीं सभी संभागों में एक-एक अधिकारी की तैनाती भी की गई है जिन्हें बिना अनुमति विद्यालयों में अनुपस्थित रहने वाले अध्यापकों की मॉनीटरिंग और कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मप्र के प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल ने लंबित विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल का ऐलान किया है। हड़ताल के चलते 13 सितंबर को भोपाल में अध्यापकों का शक्ति प्रदर्शन प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि अध्यापकों की इस हड़ताल को विपक्ष का समर्थन भी मिल सकता है और अन्य संगठन भी भोपाल में प्रदर्शन और रैली इत्यादि कर सकते हैं। इस आशंका के चलते सरकार हरकत में आ गई है। भोपाल में जहां तत्काल प्रभाव से धारा 144 प्रभावशील कर दी गई है वहीं पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने भोपाल में ऐसी किसी भी गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है।

पुलिस कमिश्नर द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि धारा 144 के लागू रहते हुए भोपाल शहर में किसी भी प्रकार का प्रदर्शन, जुलूस, आंदोलन इत्यादि गैरकानूनी माना जाएगा। इसका उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। अन्य आयोजन भी बिना अनुमति के नहीं हो सकेंगे।

संभीगीय अधिकारियों की लगाई ड्यूटी, ले रहे पल-पल की अपडेट

इसके अलावा संभाग स्तर पर लोक शिक्षण संचनालय के अधिकारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। कंट्रोल रूम भी बनाया गया है जहां। इतना ही नहीं हर 2 घंटे में जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली जा रही है। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय लगातार जिला शिक्षा अधिकारियों से संपर्क में हैं और अध्यापकों की हड़ताल को लेकर अपडेट ले रहे हैं।

लंबित मांगों के संबंध में आदेश जारी करे सरकार

सरकार के इस तरह अचानक हरकत में आने को लेकर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मप्र के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार डर गई है। इसलिए इस तरह ताबड़तोड़ में आदेश पर आदेश निकाले जा रहे हैं। चूंकि 13 सितंबर को भोपाल में विधानसभा का सत्र भी शुरू होना है इसलिए सरकार नहीं चाहती कि उसमें कोई व्यवधान उत्पन्न हो। संघ का मानना है कि सरकार को यदि इतनी ही चिंता है तो उनकी लंबित मांगों के संबंध में आदेश जारी करने चाहिए।

भूमिगत हुए प्रदेश अध्यक्ष पटेल, अचानक होंगे प्रकट

बताया जा रहा है हड़ताल का आह्वान करने वाले आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मप्र के प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल प्रशासन के हरकत में आते ही भूमिगत हो गए हैं। दरअसल उन्हें और अन्य पदाधिकारियों को अंदेशा है कि सरकार उन्हें डरा-धमका सकती है। इसके लिए उन्हें जबरन हिरासत में लिया जा सकता है अथवा नजरबंद भी करवाया जा सकता है। यही वजह है कि संघ के पदाधिकारी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं। हड़ताल के आह्वान के चलते पदाधिकारियों के अचानक ही भोपाल में प्रकट होने का अनुमान है।

ये हैं अध्यापकों की प्रमुख मांगें 

  • नियमित कर्मचारियों की भांति 'नवीन पेंशन योजना' के स्थान पर 'पुरानी पेंशन योजना' लागू की जाए।
  • 1 जुलाई 2018 के पश्चात 12 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके नवीन शिक्षक संवर्ग (अध्यापक संवर्ग) को क्रमोन्नत / समयमान वेतनमान का लाभ तत्काल प्रदान किया जाए।
  • लम्बे समय से बंद पदोन्नति की कार्रवाई अतिशीघ्र की जाए।

संघर्ष के विरुद्ध शासन की कार्रवाई निंदनीय

शासन हमारी माँगों व समस्याओं का निराकरण तो 4 साल में भी नहीं कर पाता है। इसके उलट जब हम अपनी मांगों के लिए संघर्ष करते हैं तब हम पर कार्रवाई करने में तनिक भी देर नहीं लगाताहै। हम इस तरह की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।

भरत पटेल, प्रांताध्यक्ष- आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश

आंदोलन कुचलने के बजाय समस्या हल करने में लगाए शक्ति

शासन जितनी शक्ति आंदोलन को कुचलने में लगाती है, अगर उसकी आधी शक्ति भी कर्मचारियों की मांगों एवं समस्याओं के निराकरण में लगा दे तो सारी समस्याएं हल हो जाएंगी। शासन कार्रवाई व अन्य बातों के बजाय इस ओर ध्यान दे।

प्रकाश शुक्ला, संभाग अध्यक्ष- आजाद अध्यापक शिक्षक संघ, उज्जैन