बड़ी सफलता : अंतरराज्यीय चोर गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, 2 फरार, सरगना के नाम दर्ज हैं 200 चोरियां, 12 लाख का माल जब्त

रतलाम की स्टेशन रोड पुलिस ने कार से चोरी को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय चोर गिरोह के 5 में से 3 सदस्यों को धरदबोचा है।

बड़ी सफलता : अंतरराज्यीय चोर गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, 2 फरार, सरगना के नाम दर्ज हैं 200 चोरियां, 12 लाख का माल जब्त
रतलाम शहर के टीआईटी रोड स्थित मकान में हुई चोरी का खुलासा करते एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा।

स्टेशन रोड पुलिस को बड़ी सफलता, बड़वाह में मजिस्ट्रेट के यहां ताला तोड़ कर की थी लाखों की चोरी

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शहर के टीआईटी रोड क्षेत्र पर एचडीएफसी बैंक के पीछे सूने मकान में हुई चोरी का पर्दाफाश करने में स्टेशन रोड पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने मामले में अंतरराज्यीय चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, दो सदस्य फरार हैं जिनकी तलाश जारी है। गिरोह के सरगना पर दो सौ चोरियां करने का आरोप है। इस गिरोह ने बड़वाह में एक मजिस्ट्रेट के सूने मकान में भी चोरी की थी। आरोपियों के पास से नकद रुपए, जेवर, कार सहित करीब 12 लाख रुपए मूल्य का सामान और चोरी में प्रयुक्त कार जब्त हुई है। 

यह जानकारी एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने शहर के टीआईटी रोड क्षेत्र में हुई चोरी का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि 02.07.2023 को रामचन्द्र लालचंदानी निवासी टीआईटी रोड जिला रतलाम ने थाना स्टेशन रोड रतलाम में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि मेरे साढ़ू श्यामबाबू अपने पिता के इलाज के लिए घर में ताला लगा कर इंदौर चले गए थे। सुबह मुझे पता चला कि साढ़ू के मकान का दरवाजा खुला है व चोरी हो गई है। वहां जाकर देखा तो घर का सामान विखरा था। पड़ोसी ने बताया कि रात करीब 03 बजे कोई कार घर के बाहर खड़ी थी। श्यामबाबू ने घर लौट कर बताया कि घर में रखे लगभग 110 ग्राम सोने के आभूषण तथा लगभग 05 लाख रुपए कोई अज्ञात व्यक्ति चुराकर ले गया है। सूचना पर थाना स्टेशन रोड रतलाम पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 457, 380 भादंवि का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया।

शहर में लगातार हो रही गृहभेदन एवम् चोरी की घटनाओं में प्रतिबन्ध लगाने एवं आरोपियों की धरपकड़ के लिए एडिशनल एसपी राकेश खाखा एवं सीएसपी हेमन्त चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी स्टेशन रोड रतलाम निरीक्षक किशोर कुमार पाटवाला के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने अज्ञात आरोपियों की तलश प्रारम्भ की। घटना स्थल पर नजर आई कार का रूट ट्रैक किया, संदिग्धों से पूछताछ की गई तथा मुखबिर का सहयोग लिया गया। टीम द्वारा शहर के बाहर विभिन्न जिलों में तलाश की गई तो आरोपियों का सुराग लगा।

वारदात का तरीका

एसपी ने बताया कि आरोपी अपनी कार से किसी भी शहर में रात्रि में घूमते हैं। जिस भी मकान पर ताला लगा हुआ पाते हैं वहां दो से तीन लोग ताला तोड़कर मकान में प्रविष्ठ हो जाते हैं। शेष बाहर निगरानी करते हैं। वारदात करने के बाद सभी लोग कार में बैठकर माल को ठिकाने लगाने के लिए चले जात हैं। इस दौरान वे मोबाइल का प्रयोग नहीं करते हैं। उन्होंने टीआईटी रोड स्थित मकान में वारदात के दौरान जो कार उपयोग की उसकी नंबर प्लेट में भी छेड़छाड़ की थी। उन्होंने नंबर में एमपी 13 को एमपी 43 बना दिया था लेकिन चेसिस नंबर और इंजन की जानकारी चैक करने के दौरान पोल खुल गई।

गिरफ्तार आरोपी

  1. शहजाद उर्फ चीना पिता कल्लू खां (42), निवासी- 349/10 चंदवाला रोड, चंदन नगर, इंदौर। हाल मुकाम धोबी मोहल्ला, उन्हेल, उज्जैन। यह गैंग का सरगना है। इसके अनुसार उसने करीब 200 चोरियां की हैं। कार की व्यवस्था भी यही करता है और ताले तोड़ने में एक्सपर्ट है।
  2. ताहिर उर्फ साहिल पिता नूर मोहम्मद खान (19), निवासी- आगर नाका, एकता नगर, गुलमोहर मदरसा, उज्जैन। यह गैंग का नया सदस्य है। यह भी ताला तोड़ने में एक्सपर्ट है।
  3. 26 वर्षीय अमर पिता बाबूलाल चौहान (मालवीय), निवासी- पोरवाल धर्मशाला, दानी गेट, उज्जैन। ताला तोड़ने मे एक्सपर्ट है। मूलरूप से मेनगाँव खरगोन का रहने वाला है।

ये आरोपी अभी फरार हैं

  1. फुरकान, निवासी- आगर नाका, उज्जैन। आपराधिक प्रवृत्ति का है।
  2. सोहेल उर्फ पन्नी, निवासी- आगर नाका, उज्जैन। आपराधिक प्रवृत्ति का है।

यह हुआ जब्त

सोने की 4 चैन, सोने की 5 अंगूठियां, सोने की 1 जोड़ चूड़ी, सोने का 1 ब्रेसलेट, इमिटेशन ब्रेसलेट 1, नकद 90 हजार रुपए, चोरी के रुपयों से खरीदी गई वेगनार कार नं. MP095C8898, चोरी में उपयोग की गई रेनॉल्ट ट्रिवर कार नं. MP13CE2185, चोरी में प्रयोग की गई टामी सहित कुल 12 लाख रुपए का माल।

इनकी रही सराहनीय भूमिका

नगर पुलिस अधीक्षक हेमन्त चौहान, थाना प्रभारी निरीक्षक किशोर कुमार पाटनवाला, उप निरीक्षक आशीष पाल, सहायक उप निरीक्षक एम. आई. खान, प्रधान आरक्षक दिलीप देसाई, आरक्षक हेमराज, पवन, अभिषेक जोशी, धमेन्द्र, विजय शेखावत, अर्जुन खिंची एवं सायबर सेल के प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, आरक्षक विपुल भावसार, मयंक व्यास का सराहनीय योगदान रहा।