क्रोध, मान, माया, राग व द्वेष पर प्रवचन देकर सुमित मुनि ने किया लोगों का हृदय परिवर्तन
शहर में आत्म विश्लेषण इन पर्यूषण का आयोजन हो रहा है। इसमें श्री सुमिति मुनि जी के प्रवचन से प्रभावित लोगों का हृदय परिवर्तन हो रहा है। वे धर्म-अराधना के लिए अग्रसर हैं। इधर, जैन समाज ने संवत्सरी पर्व पर मांसाहार की दुकानें बंद रखने की मांग की है।
‘आत्म अन्वेषण इन पर्यूषण’ के अंतर्गत हो रहा समायिकों का आयोजन
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । आचार्य श्री रामलाल जी मसा के अज्ञानुवर्ति शाशन दीपक सुमित मुनीजी मसा आदि ठाणा द्वारा समता शीतल बाग में रोज प्रवचन दिए जा रहे हैं। 2000 अधिक श्रावक-श्राविकाओं की मौजूदगी में उनके द्वारा मोह, मान, माया, राग-द्वेष आदि विषयों पर दिए गए प्रवचन से कई लोगों का हृदय परिवर्तन हो चुका है। मुनिश्री से प्रेरणा लेकर कई लोगों ने विभिन्न संकल्प भी लिए।
‘आत्म विश्लेषण इन पर्यूषण’ के तहत हो रही धर्म आराधना के लिए मुनिश्री द्वारा श्रावक-श्राविकाओं से सामयिकी करने का आह्वान किया गया था। उन्होंने कहा था कि 24, 40, 64, 88, 108 जितनी भी सामायिक हो सके, वह करना चाहिए। लोगों की सामयिकी अब पूरी होने जा रही है। लोग पौषध भी कर रहे हैं।
समाज के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र गादिया बताया कि आयोजन के लिए संघ अध्यक्ष सुदर्शन पिरोदिया, मंत्री दशरथ बाफना, महिला मंडल अध्यक्ष चंद्रकांता पिरोदिया, मंत्री जूली पिरोदिया, समता युवा संघ अध्यक्ष पंकज मूणत, मंत्री पवन गोरेचा, बहू मण्डल अध्यक्ष राधिका बाफना, मंत्री लवीना धम्मानी, बालक मंडल अध्यक्ष ऋषभ मूणत मंत्री कोठारी, बालिका मण्डल अध्यक्ष इशिता मूणत, मंत्री इशिता चौपड़ा आदि ने संवत्सरी पर्व पर ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने का आह्वान किया है। गादिया के अनुसार शाशन दीपिका श्री प्रीतिसुधा जी मसा आदि ठाणा के प्रवचन समता सदन घासबाजार पर और श्री हितेषीश्रीजी मसा आदि ठाणा के प्रवचन और काटजू नगर स्थित समता भवन में चल रहे हैं।
पर्व पर मांसाहार की दुकानें बंद रखने की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र गादिया ने संवत्सरी पर्व व गणेश चतुर्थी पर्व पर मांसाहार की दुकानें बन्द कराने के आदेश का पालन कराने की मांग प्रशाशन से की है। उन्होंने बताया है कि प्रशासन हमेशा आदेश निकालता है लेकिन उसका सख्ती से पालन कराकर दायित्व पूरा करना चाहिए।