पुलिस की त्वरित कार्रवाई : IVF सेंटर की नर्स के कहने पर हुसैन टेकरी से 2 बच्चों का किया अपहरण, 80 हजार में हुआ था सौदा, पुलिस ने 24 घंटे में ढूंढ निकाला
रतलाम जिले के जावरा की औद्योगिक क्षेत्र की पुलिस ने हुसैन टेकरी से अगवा किए गए दो बच्चों को 24 घंटे के भीतर ढूंढकर पुरिजन के सुपुर्द कर दिया। मामले में मास्टर माइंड और एक नर्स सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जावरा की औद्योगिक क्षेत्र पुलिस की सक्रियता से सकुशल बच गए दोनों मासूम बच्चे
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले के जावरा की औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने विश्वविख्यात हुसैन टेकरी से अपहृत हुए बच्चों को महज 24 घंटे के भीतर पता लगाकर सकुशल बरामद कर लिया। मामले में IVF सेंटर की एक नर्स और एक विधि विरुद्ध बालक सहित बच्चा चोर गिरोह के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों नर्स के कहने पर ही बच्चों का अपहरण किया था। इसके लिए 80 हजार रुपए में सौदा तय हुआ था।
एसपी अमित कुमार ने यह जानकारी गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर पत्रकार वार्ता में दी। इस दौरान एएसपी राकेश खाखा, जावरा डीएसपी दुर्गेश आर्मो भी मौजूद रहे। एसपी ने बताया कि जावरा के थाना औद्योगिक क्षेत्र अंतर्गत हुसैन टेकरी पर मेला मैदान में अजमेर का एक परिवार झोपड़ी बनाकर रह रहा है। परिवार की महिला ने 30 नवंबर, 2024 को हुसैन टेकरी स्थित पुलिस चौकी पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि 29 नवंबर को कोई अज्ञात बदमाश उसकी एक साल की बेटी तथा आठ साल के बेटे को अपहरण कर ले गया है। महिला की सूचना पर औद्योगिक क्षेत्र थाना जावरा पर अपराध क्रमांक 712/2024 धारा 137(2) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
तीन टीमों का किया गठन
एसपी के अनुसार मामले की गंभीरता के दृष्टिगत एएसपी राकेश खाखा एवं जावरा सीएसपी दुर्गेश आर्मो के मार्गदर्शन में तीन टीमों का गठन किया गया। सीसीटीवी कैमरे, होटल में ठहरने वालों की जानकारी निकाली गई। मोबाइल फोन लोकेशन भी सर्च की गई और मुखबिर तंत्र को भी एक्टिव किया गया। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से दिखाई दिए संदिग्धों की पहचान कर उनकी तलाश शुरू की गई। टीम ने अपराध घटित होने के महज 24 घंटे के भीतर ही राजगढ़ जिले के ब्यावरा से संदेहियों के कब्जे से अपहृत बालक और बालिका को सकुशल बरामद कर परिजन के सुपुर्द कर दिया।
ऐसे जुड़ती गई कड़ियां
एसपी ने बताया पुलिस ने सर्वप्रथम आरोपी बबली पति सलीम निवासी झालावाड़, हनीफ पिता अब्दुल रशीद निवासी झालावाड़, नासरा बी पति फारुख एवं एक विधि विरुद्ध बालक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि राजस्थान के झालरापाटन निवासी राशिद शाह पिता शफीक शाह एवं उसकी पत्नी जुलेखा के कहने पर उनके द्वारा हुसैन टेकरी से उक्त दोनों बच्चों का अपहरण किया गया था। इसके एवज में उन्हे 80 हजार रुपए मिलने वाले थे। इस आधार पर देवास से राशिद और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर पूछताछ की। दोनों ने बताया कि वे अपहृत बच्चों को अहमदाबाद में मेहजबीन को दोनों बच्चों को बेचने के लिए ले जा रहे थे। इसके चलते अहमदाबाद से आरोपी मेहजबीन को भी गिरफ्तार कर लिया जिसने अपराध कबूल कर लिया।
मेहजबीन नर्स है, राशिद होमगार्ड का पूर्व सैनिक
एसपी अमित कुमार ने बताया कि मेहजबीन पेशे से नर्स है। वह एक आईवीएफ सेंटर में काम करती है। उसने ही राशिद को कहा था कि कोई बच्चा मिले तो बताना। राशिद पहले राजस्थान में होमगार्ड सैनिक था और अभी एक प्राइवेट फर्म में सुरक्षा गार्ड था। मेहजबीन के आईवीएफ सेंटर से जुड़े होने से यह भी जांच की जा रही है कि कहीं उक्त सेंटर की संलिप्तता भी तो बच्चों के अपहरण और खरीद फरोख्त में नहीं है। पता चला है कि पकड़े गए आरोपियों ने एक और बच्चे को भी उठाया था लेकिन उसकी तबीयत खराब होने से उन्होंने उसे वापस परिजन के पास छोड़ दिया था।
इस संवेदनशीलता को नमन
अपराधों के नियंत्रण के साथ ही एसपी की संवेदनशीलता भी सराहनीय है। अपहृत बच्ची को उन्होंने गोद में लेकर दुलार किया तो अन्य बच्चों के सिर पर हाथ रखा। इतना ही नहीं उन्होंने अधीनस्थ अमले को आदेशित किया कि पीड़ित परिवार के ठहरने के लिए तत्काल ने टेंट की व्यवस्था करें। एसपी ने सभी परिवार के चारों बच्चों के नाम पर उनकी ओर से 5-5 रुपए की एफडी कराने के निर्देश भी दिए।
ये हुए गिरफ्तार
- बबली पति सलीम खां, उम्र 40 साल, निवासी झालावाड़, राजस्थान।
- नासरा बी पति फारूख, उम्र 24 साल, निवासी झालावाड़, राजस्थान।
- मोहम्मद हनीफ पिता अब्दुल रशीद, उम्र 50 साल, निवासी झालावाड़, राजस्थान।
- राशिद शाह पिता शफीक शाह, उम्र 40 साल, निवासी झालरापाटन, राजस्थान।
- जुलेखा पति राशिद शाह, उम्र 40 साल, निवासी झालरापाटन, राजस्थान।
- मेहजबीन बी पति असफाक खान, उम्र 34 साल, निवासी मेहसाणा, गुजरात।
- विधि विरुध बालक
इनका कार्य सराहनीय, 30 हजार रुपए इनाम की अनुशंसा
एसपी ने बताया कि संपूर्ण कारवाई में सीएसपी दुर्गेश आर्मो के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मुनेन्द्र गौतम, उप निरीक्षक एल.एन. गिरी (चौकी प्रभारी- हुसैन टेकरी), विजय बामनिया (चौकी प्रभारी- सरसी), राकेश मेहरा, प्रधान आरक्षक मारकण्डेय मिश्रा, विक्रमसिंह, संजय आंजना, आरक्षक अभिजीत, रविन्द्र चौहान, दीपराज, कमलेश डांगी, गोविंद पंवार, मनोज डाबी, मनोहर गायरी, रिंकू, उप निरीक्षक राजा तिवारी (प्रभारी सायबर सेल), प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, आरक्षक विपुल भावसार, आरक्षक मयंक व्यास एवं आरक्षक राहुल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसपी के अनुसार इनके लिए 30 हजार रुपए के इनाम के लिंग आईजी को अनुशंसा की जाएगी।