श्रम व कर्मचारी संगठन 25 फरवरी को मनाएंगे विरोध दिवस, सरकार की जन और श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा
सीटू सहित तीन राष्ट्रीय संगठनों द्वारा 25 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर पर विरोध दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान श्रमिक-कर्मचारी और किसान केंद्र सरकार के बजट और आर्थिक नीतियों को लेकर विरोध प्रदर्शित करेंगे।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । सीटू, अखिल भारतीय किसान सभा और अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन ने 25 फरवरी को विरोध दिवस मनाने का ऐलान किया है। इसमें देशभर के श्रमिक और कर्मचारी संगठनों के साथ ही किसान व मजदूर शामिल होंगे। सभी केंद्र सरकार के जनविरोधी बजट, बरोजगारी तथा आर्थिक असमानता की नीति को लेकर विरोध प्रदर्शित करेंगे। 28 और 29 मार्च को राष्ट्रीय स्तर पर हड़ताल भी की जाएगी।
जिले के श्रमिक और कर्मचारी संगठनों की एक बैठक रविवार को शास्त्रीनगर स्थित एमआर यूनियन कार्यालय में आहूत की गई। इसमें सीटू के जिला अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने बताया सरकार की जन एवं श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ 25 फरवरी को विरोध दिवस मनाने का राष्ट्रीय आह्वान किया गया है। इस दिन श्रमिक-कर्मचारी नगर निगम चौराहे पर एकत्र होंगे। यहां से सभी रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।
दिल्ली में हुई बैठक में तीनों संगठनों ने लिया था संयुक्त निर्णय
बैठक में सीटू के प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी जसविंदर सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने किसानों, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास के बजट में कटौती की। इसके विपरीत औद्योगिक घरानों को लगभग एक लाख करोड़ों की छूट दी गई। इसी के चलते पिछले दिनों सीटू, अखिल भारतीय किसान सभा और अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की संयुक्त बैठक में 25 फरवरी को अखिल भारतीय स्तर पर विरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। जिले की बैठक को सीटू के महासचिव एमएल नगावत ने भी संबोधित किया।
ये रहे मौजूद
कृष्णा सोनगरा, ललिता गोचर, श्यामा खराड़ी, उषा करेड, मनोहर धवन, रेनू वर्मा, आशा, देवीलाल, तोलाराम, शोभाराम खराड़ी, कांतिलाल निनामा, संजय व्यास, आशिक अंसारी आदि। संचालन हरीश सोनी ने किया। आभार कमलेश देशमुख ने माना।