मेरा रतलाम मेरी अयोध्या : मलखंभ पर हुआ सौर्य का प्रदर्शन और कारसेवकों का सम्मान, मंत्री चेतन्य काश्यप बोले- आयोजक जुबिन जैन भाजपा का भविष्य हैं

श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत मेरा रतलाम मेरी अयोध्या कार्यक्रम में मलखंभ का प्रदर्शन और कारसेवकों का सम्मान हुआ। मप्र के कैबिनेट मंत्री ने आयोजक जुबिन जैन को भाजपा का भविष्य बताया।

मेरा रतलाम मेरी अयोध्या : मलखंभ पर हुआ सौर्य का प्रदर्शन और कारसेवकों का सम्मान, मंत्री चेतन्य काश्यप बोले- आयोजक जुबिन जैन भाजपा का भविष्य हैं
मेरा रतलाम मेरी अयोध्या कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप का अभिनंदन करते आयोजक जुबिन जैन।

श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में भाजपा नेता जुबिन जैन ने किया अनूठा आयोजन

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर 22 जनवरी (सोमवार) की शाम दो बत्ती चौपाटी क्षेत्र में जुबिन जैन मित्र मंडल ने “मेरा रतलाम मेरी अयोध्या” कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान शरीर साधकों ने मलखंभ पर रामकथा के शौर्य का प्रदर्शन किया। कारसेवकों का अभिनंदन भी किया गया।

मेरा रतलाम मेरी अयोध्या कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप थे। इस अवसर पर महापौर प्रहलाद पटेल, भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडे्य, कलेक्टर भास्कर लक्षकार, एसपी राहुल कुमार लोढ़ा भी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि काश्यप ने राम मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले कारसेवकों का अभिन्दन किया। उसके बाद रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया। अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देखने को मिली।

जुबिन जैन से कई उम्मीदें हैं- काश्यप

आयोजक जुबिन जैन की ओर से मंत्री चेतन्य काश्यप एवं परिवार द्वारा श्री राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ की सहयोग निधि देने और शहर में किए विकास कार्यों के लिए काश्यप का अभिनंदन किया। इस मौके पर मंत्री काश्यप ने कहा कि आयोजनकर्ता जुबिन जैन युवा होकर भाजपा का भविष्य हैं।  इनसे कई उम्मीदें जुड़ी हैं।

51 थालों में दीपक रख कर महाआरती की

कार्यक्रम के आरंभ में जवाहर व्यायाम शाला द्वारा मलखंब का शौर्य भरा प्रदर्शन किया गया। इंदौर के प्रसिद्ध बैंड ने सुमधुर भजन की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। नृत्यमय रामकथा के मंचन से हर कोई भाव विभोर हो गया। अंत में 51 थालों में दीप रखकर महाआरती की गई। आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।