रतलाम विधायक काश्यप ने किया बड़ा काम, सेंसर बोर्ड को पत्र लिखकर किया आगाह, कहा- ‘पठान’ का प्रमाण-पत्र रद्द करें, निर्माता को प्रतिबंधित करें
मध्य प्रदेश के रतलाम विधायक एवं भाजपा नेता चेतन्य काश्यप ने पठान फिल्म का प्रमाण-पत्र रद्द करने करने और इसके निर्माता को प्रतिबंधित करने के लिए सेंसर बोर्ड को पत्र लिखा है।
‘भगवा’ को ‘बेशर्म रंग’ बताने से नाराज विधायक ने केंद्र सरकार से ऐसे फिल्म निर्माताओं पर रोक लगाने का आह्वान भी किया
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । करोड़ों हिंदुओं और सनातनियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म ‘पठान’ फिल्म और इसके गीत ‘बेशर्म रंग...’ को लेकर विरोध और बयानबाजी जारी है। इस बीच रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए सेंसर बोर्ड से पठान फिल्म को जारी प्रमाण-पत्र रद्द करने की मांग ही कर डाली है। उन्होंने सेंसर बोर्ड को लिखे पत्र में फिल्म के निर्माता को प्रतिबंधित करने के लिए भी कहा है।
‘शाहरुख खान’ एवं ‘दीपिका पादुकोण’ अभिनीत फिल्म ‘पठान’ का अश्लीलता से सराबोर गीत ‘बेशर्म रंग...’ का विरोध इसके रिलीज होते ही शुरू हो गया है। इसका विरोध हर तरफ हो रहा है और लोग इसके कलाकारों के साथ ही निर्माता-निर्देशक से भी खफा हैं। यही वजह है कि फिल्म के साथ ही इसके कलाकारों के बहिष्कार की मुहम चल रही है। रतलाम शहर विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता चेतन्य काश्यप ने भी नाराजी जताई है। काश्यप के अपनी नाराजगी से सेंसर बोर्ड और केंद्र सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है।
हिंदू आस्था के प्रतीक भगवा रंग को किया अपमानित
विधायक काश्यप ने सेंसर बोर्ड को पत्र लिखकर आगाह किया है कि फिल्म प्रदर्शन का प्रमाण-पत्र तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए। उन्होंने केंद्र सरकार से आह्वान किया है कि भविष्य में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली ऐसी फिल्म बनाने वाले निर्माताओं को भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि ‘पठान’ फिल्म के एक गीत के माध्यम से हिंदू आस्था के प्रतीक भगवा रंग को अपमानित किया गया है। इससे संपूर्ण हिंदू समाज की आस्था को ठेस पहुंची है। उक्त गीत के माध्यम से आमजन की भावना आहत हुई है, जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
‘बेशर्म रंग...’ की विषय वस्तु बेशर्मी की हदें लांघने वाली
रतलाम विधायक काश्यप ने एसीएन टाइम्स से चर्चा में कहा कि पूरे विश्व में भारत और भारतीय अपने संस्कृति, मर्यादाओं और सभी धर्मों के प्रति आदरभाव रखने के लिए जाने-पहचाने जाते हैं। ऐसी महान संस्कृति और धर्म के प्रतीकों का इस तरह दुरुपयोग और अपमान किया जाना अत्यंत निंदनीय है। ‘पठान’ फिल्म के गीत के बोल ही बेशर्म नहीं हैं बल्कि उसकी प्रस्तुति भी बेशर्मी की हदें लांघने वाली हैं। ऐसी विषय वस्तु को लोगों तक पहुंचने से रोकने का काम सेंसर बोर्ड का है। इसलिए सेंसर बोर्ड को फिल्म प्रदर्शन का प्रमाण-पत्र रद्द करने व निर्माता पर रोक लगाने की हिदायत दी है।