श्री साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में विराजी मिट्टी से बनी विघ्नहर्ता श्री गणेश की प्रतिमा, अनुपयोगी वस्तुओं से सजाई झांकी ताकि पर्यावरण रहे सुरक्षित
पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से रतलाम के श्री साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में मिट्टी से बनी श्री गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । श्री साईं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्था इस वर्ष अलग अंदाज में गणेशोत्सव मना रहा है। यहां गणेशोत्सव के प्रारंभ पर चतुर्थी को मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमा स्थापित की गई। झांकी भी अनुपयोगी वस्तुओं से सजाई गई है।
श्री साईं इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अष्ट सिद्ध दायक, सुख-समृद्धि, यश, ऐश्वर्य, वैभव, विद्या, बुद्धि, विघ्नहर्ता और ज्ञान के देवाता श्री गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना पूजा-अर्चना के साथ की गई। श्री गणेश शिव और पार्वती के पुत्र और भारतीय धर्म संस्कृति में सबसे पहले पूजनीय और प्रार्थनीय हैं। उनकी पूजा के बिना कोई भी मंगल काम शुरू नहीं होता है।
इस वर्ष संस्था में मिट्टी से निर्मित प्रतिमा की स्थापना की गई है। इसके माध्यम से यह संदेश आजन और विद्यार्थियों में पहुंचाने का प्रयास किया गया है कि जो वस्तु हम अनुपयोगी समझ कर फेंक देते हैं उसका उपयोग कर और नए-नए प्रयोग कर पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं। मिट्टी की प्रतिमा स्थापित करने से जल को प्रदूषित होने से और जलीय जीव-जंतुओं को बचाने का प्रयास भी किया जा सकता है। यह हम सभी का दायित्व है।