बड़ी खबर : भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग, चार मंजिलें आईं चपेट में, लगातार विस्फोट और छत्तों से मधुमक्खियां उड़ने से दहशत, देखें वीडियो...

सोमवार शाम को भोपाल में सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई। इसमें कई विभागों के दफ्तर और महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इनमें ईओडब्ल्यू तथा लोकायुक्त में हुई शिकायतों से संबंधित दस्तावेज भी बताए जाते हैं।

बड़ी खबर : भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी भीषण आग, चार मंजिलें आईं चपेट में, लगातार विस्फोट और छत्तों से मधुमक्खियां उड़ने से दहशत, देखें वीडियो...
भोपाल के सतपुड़ा भवन में भीषण आग लगी।

एसीएन टाइम्स @ भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन में भीषण आग लग गई। आग जनजाति कार्य विभाग और स्वास्थ्य संचालनालय विभाग के कार्यालय में लगी। चार मंजिलें आईं आग की चपेट में। धुआं दो किलोमीटर तक फैला। अग्निकांड में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त में हुई शिकायतों सहित अन्य दस्तावेज जलकर खाक होने की खबर है। मामले को लेकर कांग्रेस ने साजिश का आरोप लगाया है।

जानकारी के अनुसार सोमवार शाम करीब चार बजे सतपुड़ा भवन की तीसरी मंजिल में संचालित अनुसूचित जनजाति क्षेत्रीय विकास योजना के कार्यालय में लगी। आग इतनी भीषण थी कि उसने पांचवीं और छठी मंजिल को भी अपनी चपेट में ले लिया। इसमें मध्य प्रदेश स्वास्थ्य संचालनालय कार्यालय भी जल गया। आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि आग लगने से भवन में लगे कई एसी में विस्फोट हुआ। इसके बाद और तेजी से फैली। आग की लपटे उठते ही पूरा सतपुड़ा भवन खाली करवा लिया गया। इस भवन में कई सरकारी विभाग और दफ्तर संचालित हैं।

आग की लपटें काफी दूर तक नजर आईं। धुआं भी आसपास दो किलो मीटर के दायरे में फैल गया। जानकारी मिलते ही कलेक्‍टर आशीष सिंह और अन्‍य वरिष्‍ठ अध‍िकारी मौके पर पहुंच गए। अग्निशमन दल की 20 से ज्यादा दमकलों ने आग पर काबू करने का प्रयास किया। तीन घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं किया जा सका था। राहत कार्य के लिए एसडीईआरएफ और सीआईएसएफ की टीमें भी मौके पर पहुंच गई थीं। समाचार लिखे जाने तक आग बुझाने का काम जारी थी। अभी तक कसी भी जनहानिक की सूचना नहीं है। आग लगने से भवन पर लगे छत्तों से  मधुमक्खियां भी उड़ने लगी जिससे दहशत बढ़ गई।

मुख्यमंत्री खुद कर रहे आग बुझाने का काम की मॉनिटरिंग

अनियमितता से जुड़े मामलों की फाइलें हुई खाक

बताया जा रहा है कि आग में महत्वपूर्ण दस्तावेज जले हैं। इसमें सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल पर EOW तथा लोकायुक्त में हुई शिकायतों की जांच से संबंधित फाइलें जलकर खाक हो गईं। जन जातीय कार्य विभाग और स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के भी महत्वपूर्ण दस्तावेजों के चपेट में आने की खबर है।  तीन आईएएस अफसर यहीं बैठते हैं। इनमें आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजना के संचालक, पांचवीं मंजिल पर स्वास्थ्य संचालक और छठी मंजिल पर स्वास्थ्य आयुक्त का भी दफ्तर है। बता दें कि, गत 25 जून, 2012 में सतपुड़ा भवन की चौथी मंजिल पर संचालित तकनीकी शिक्षा विभाग के दफ्तर में आग लगी थी। हादसा शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ था।

कांग्रेस ने लगाया आगजनी का आरोप

घटना को लेकर विधायक एवं पूर्व मंत्री पी. सी. शर्मा और  पूर्व मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर साजिश की आशंका जताई है। शर्मा का कहना है कि किसी भी राज्य में चुनाव से पहले सरकारी रिकॉर्ड भवन में अगर आग लग जाए, तो समझो सरकार गई। गुनाह मिटा दिए गए। शिवराज जी और उनकी सरकार की चला चली की बेला है…।

इसी प्रकार यादव ने आशंका जताई कि- आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साजिश तो नहीं।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के. के. मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि- मैंने 15 दिन पहले ही इसकी आशंका जाहिर की थी कि सरकारी दफ्तरों में आग लगने का अभियान शुरू होगा।

सीएम ने गठित की जांच कमेटी

हादसे की जांच के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमेटी गठित की है। यह मेटी आग लगने केके प्रारंभिक कारणों का पता लगाएगी। इस कमेटी में एसीएस गृह राजेश राजौरा, पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह तथा एडीजी फायर को शामिल किया गया है। कमेटी जांच के प्रारंभिक कारणों का पता लगा कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री चौहान को सौंपेंगे।