मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने जानी साहित्यकार एवं कवि अज़हर हाशमी की कुशलक्षेम, जल्द स्वस्थ होने की कामना की

साहित्यकार और कवि अज़ह़र हाशमी इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं। उनकी कुशलक्षेम जानने मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे अपना माताजी के साथ रतलाम पहुंचे और शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामना दी।

मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने जानी साहित्यकार एवं कवि अज़हर हाशमी की कुशलक्षेम, जल्द स्वस्थ होने की कामना की
साहित्यकार एवं कवि अजहर हाशमी की कुशलक्षेम पूछने पहुंचे मप्र साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे एवं उनकी माताजी सुशीला दवे।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मुझको राम वाला हिंदुस्तान चाहिए और बेटियां पावन दुआएं हैं जैसी रचनाओं के रचयिता अजहर हाशमी के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए सभी फिक्रमंद हैं। मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे और उनकी माता सुशीला दवे भी उनकी कुशलक्षेम पूछने रतलाम पहुंचे।

यहां आरोग्यम अस्पताल में उपचाररत हाशमी से मिल कर डॉ. विकास और उनकी माता सुशीला ने उनके जल्द से जल्द पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना ईश्वर से की। डॉ. दवे ने कहा कि हाशमी जी द्वारा की गई साहित्य की सेवा अनुकरणनीय और अविस्मरणनीय है। उनके आलेख, संस्मरण, कविताएं, ग़ज़लें, मुक्तक सृजन के लिए प्रेरित करते हैं और नई ऊर्जा का संचार करते हैं। हाशमी जी सिर्फ रतलाम ही नहीं वरन् देश और साहित्य जगत की धरोहर हैं। कोई यदि उनसे एक बार मिल ले तो फिर उन्हीं का होकर रह जाता है।

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राजस्थान के छोटे से गांव से आकर रतलाम को अपनी कर्मभूमि बनाने वाले हाशमी जी से उनके शिष्य जितना स्नेह करते हैं, उतना हर गुरु और शिष्य के लिए संभव प्रतीत नहीं होता। यही वजह है कि उनके स्वास्थ होने की कामना सभी शिष्य, परिचित, मित्र और जो सिर्फ नाम से जानते हैं, वे भी कर रहे हैं। मैं जब भी उनसे मिलता हूं तो उनकी दुआओं की दौलत साथ लेकर ही लौटता हूं।