आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का महासम्मेलन 11 जून को भोपाल में, वेतन बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर बुलंद करेंगी आवाज

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी कार्यकर्ता संघ अपनी विभन्न मांगों को लेकर 11 जून को भोपाल में महासम्मेलन आयोजित करेगा। इसमें प्रदेशभर से कार्यकर्ता और सहायिका शामिल होंगी।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का महासम्मेलन 11 जून को भोपाल में, वेतन बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर बुलंद करेंगी आवाज
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका महासम्मेलन।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका मिनी कार्यकर्ता संघ का महासम्मेलन 11 जून को  (रविवार) को भोपाल में होगा। इस दौरान कार्यकर्ता, सहायिका एवं मिनी सहायिका अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद करेंगी।

यह जानकारी संघ की संयुक्त महामंत्री हेमलता शर्मा ने दी। उन्होंने बताया महासम्मेलन बीएचईएल, दशहरा मैदान भोपाल में सुबह 9.30 बजे शुरू होगा। इसका निर्णय भारतीय मजदूर संघ ठेंगड़ी भवन भोपाल में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। बैठक में भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष संजय सिंह, महामंत्री मधुकर सांवले, महिला प्रभारी एवं मंत्री वंदना रजोरिया, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता - सहायिका संघ की प्रदेश अध्यक्ष वशुधा, महामंत्री संगीता श्रीवास्तव, संयुक्त महामंत्री हेमलता शर्मा, आशा अमोदे, गंगा गोयल आदि उपस्थित रहे।

शर्मा ने बताया कि महासम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मांगों को लेकर सकारात्मक निर्णय की उम्मीद है। सभी पदाधिकारियों ने प्रदेश की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी कार्यकर्ता बहनों से महासम्मेलन में उपस्थित होकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।

ये मांगें रखी जाएंगी महासम्मेलन में

  • आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता को शासकीय कर्मचारी घोषित कर, समस्त शासकीय सुविधाओं के हित लाभ दिय़ा जाए।
  • आर्थिक स्तर सुधारने के लिए क्रमशः 25 हजार एवं 15 हजार रुपए वेतन दिया जाए।
  • सेवानिवृत पर एकमुश्त राशि का निर्धारण कर भुगतान किया जाए।
  • पर्यवेक्षक परीक्षा बंद कर 10 वर्षों के अनुभव, योग्यता तथा वरिष्ठा के आधार पर सीधी पदोन्नति दी जाए।
  • प्रदेश की समस्त कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता का स्वास्थ्य एवं दुर्घटना बीमा करवाया  जाए।
  • सभी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता को 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया जाए।
  • महिला बाल विकास विभाग के अलावा कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता की सेवाएं अन्य विभागों व कार्यों में नहीं लगाई जाएं।