मानव विकास व पर्यावरण के मध्य संतुलन रखना अत्यंत आवश्यक, गंगासागर क्षेत्र जल्द शुरू होगा रीजनल पार्क का निर्माण : विधायक काश्यप
विश्व पर्यावरण दिवस सोमवार को सोमवार को मनाया गया। इस मौके पर शहर में जगह-जगह पौधारोपण किया गया। विधायक चेतन्य काश्यप ने कलेक्टोरेट में पौधारोपण किया और लोगों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज्य स्तरीय कार्यक्रम के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना गया
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मिशन लाइफ के अंतर्गत रतलाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर रतलाम शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि मानव का विकास जितना आवश्यक है उतना ही आवश्यक पर्यावरण का संरक्षण भी है। मानव विकास और पर्यावरण के मध्य संतुलन बनाए रखना है ताकि पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन के साथ हम विकास की दिशा में आगे बढ़ सकें।
यह बाद शहर विधायक काश्यप ने मुख्य अतिथि के रूप में की। अध्यक्षता पर्यावरण डाइजेस्ट पत्रिका के संपादक पर्यावरणविद डॉ. खुशालसिंह पुरोहित ने की। विशेष अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष लालाबाई शंभुलाल चंद्रवंशी थीं। विधायक काश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लंबे समय से प्रतिदिन वृक्षारोपण करते हैं, उनसे प्रेरणा लेकर हमें भी अधिकाधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को स्वच्छता के क्षेत्र में जागरूकता का संदेश देकर बड़ी पहल की है। इसके फलस्वरूप स्वच्छता के क्षेत्र में अब जागरूकता आ गई है। पहले कोई भी व्यक्ति कहीं भी कचरा फेंक दिया करता था लेकिन अब ऐसा नहीं होता है।
पर्यावरण के बारे में संवेदनशीलता रखते हुए सदैव चिंतन करते रहें
विधायक काश्यप ने कहा कि रतलाम में अब हम नर्मदा नदी का पानी लाने की तैयारी कर रहे हैं। हमारे समीपस्थ बदनावर तक नर्मदा का पानी आ चुका है, शीघ्र ही रतलाम में भी नर्मदा का जल मिलेगा, योजना पर कार्य चल रहा है। विधायक ने बताया कि पर्यावरण की दिशा में रतलाम शहर में महत्वपूर्ण पहल करते हुए गंगासागर क्षेत्र की टंकी के समीपस्थ रीजनल पार्क का निर्माण प्रारंभ करने जा रहे हैं जो लगभग 15 हेक्टेयर में होगा। आपने सभी से अपील की कि पर्यावरण के बारे में संवेदनशीलता रखते हुए सदैव चिंतन करते रहें।
पर्यावरण विनाश तथा असंतुलन का कारण हमारी खराब जीवनशैली- डॉ. पुरोहित
पर्यावरण डाइजेस्ट पत्रिका के संपादक डॉ. खुशालसिंह पुरोहित ने पर्यावरण की वर्तमान स्थिति पर तथ्यपरक जानकारी दी। अपने ज्ञानपूर्ण उद्बोधन में डॉ. पुरोहित ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण समय की मांग है। पर्यावरण विनाश तथा असंतुलन का कारण हमारी खराब जीवनशैली है। प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग किया जा रहा है जो एक तरह से नैतिक अपराध है। आज प्लास्टिक एक बड़ी समस्या बन चुका है जिसको सुलझाना अत्यंत आवश्यक है। आपने ऊर्जा के संरक्षण कचरे की मात्रा कम करने तथा शारीरिक श्रम पर जोर देते हुए तथ्यों के आधार पर पर्यावरण की वर्तमान स्थिति पर ज्ञान पूर्ण उद्बोधन दिया।
35 व्यक्तियों का किया सम्मान
इस दौरान राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उद्बोधन का सीधा प्रसारण देखा सुना गया। इस अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान देने वाले लगभग 35 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने किया।
कलेक्ट्रेट परिसर में पौधे रोपे, शपथ दिलाई
मिशन लाइफ के अंतर्गत विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून को कलेक्ट्रेट परिसर में शहर विधायक काश्यप तथा जिला पंचायत अध्यक्ष लालाबाई एवं कलेक्टर सूर्यवंशी ने भद्राक्ष तथा सिंदूर सहित अन्य पौधे रोपे। विधायक काश्यप ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उपस्थजनों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।
ये रहे उपस्थित
कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, समाजसेवी गोविंद काकानी, विवेकानंद चौधरी, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम संजीव केशव पांडेय, एसडीएम त्रिलोचन गौड़, डिप्टी कलेक्टर सुनील जायसवाल, डिप्टी कलेक्टर संजय शर्मा, डिप्टी कलेक्टर राधा महंत, कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास रजनीश सिन्हा, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अरुण पाठक, सहायक यंत्री पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड भोपाल रोहित गुप्ता, उपयंत्री पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड संजय अलावा, ऊर्जा विकास निगम के जिला प्रभारी संतोष तंवर तथा मंदसौर प्रभारी महेश हनुमंतिया एवं पर्यावरण से जुड़े व्यक्ति उपस्थित थे।
मुंदड़ी में हुआ पौधारोपण
ग्राम मुंदड़ी में पौधारोपण किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी ली गई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला जल सलाहकार आनंद व्यास ने इस मौके पर कहा कि परिवर्तन होते मौसम के मिजाज को देखते हुए अधिक से अधिक संख्या में पौधारोपण किया जाना चाहिए। इससे प्रकृति में आ रहे बदलाव को रोका जा सकता है। वृक्षों की कटाई व जंगलों के खत्म होने से आज हमें अत्यधिक गर्मी का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। साथ ही जलस्तर के निरंतर नीचे जाने से भूमि की नमी खत्म हो गई है। वर्षा जल को रोककर भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए भी हमें निरंतर प्रयास करने होंगे क्योंकि हवा और पानी हमारे जीवन को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है। ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि मुकेश परिहार ने भी संबोधित किया। उन्होंने बताया ग्राम पंचायत क्षेत्र में अधिक से अधिक जल रोकने की संरचनाएं निर्मित की जाएंगी। लोगों को जागरूक करने के लिए पंचायत भवन की दीवारों पर पेड़ लगाने एवं नदी तट को बचाने का नारा लेखन भी किया गया।