‘बलिहारी गुरु आपकी’ : प्रो. अज़हर हाशमी के प्रति उनके शिष्यों ने अनूठे ढंग से व्यक्त की कृतज्ञता, गंभीर बीमारी से जूझ रहे हाशमी का अस्पताल में चल रहा उपचार

अस्वस्थता के चलते अस्पताल में उपचाररत कवि, साहित्यकार, चिंतक और ज्योतिष के जानकारी अज़हर हाशमी के शिष्यों ने उनके प्रति अपना कृतज्ञता भाव ज्ञापित करने के लिए पुस्तिका तैयार की है। इसका विमोचन एडवोकेट कैलाश व्यास एवं सक्षम संचार संस्था की निदेशक अर्चना शर्मा ने किया।

‘बलिहारी गुरु आपकी’ : प्रो. अज़हर हाशमी के प्रति उनके शिष्यों ने अनूठे ढंग से व्यक्त की कृतज्ञता, गंभीर बीमारी से जूझ रहे हाशमी का अस्पताल में चल रहा उपचार
प्रो. अज़हर हाशमी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए उनके शिष्यों द्वारा प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन करते एडवोकेट कैलाश व्यास एवं वरिष्ठ पत्रकार अर्चना शर्मा।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अस्पताल में गंभीर बीमारी से जूझ रहे अपने गुरु अज़हर हाशमी के जल्द स्वस्थ होने की कामना उनके शिष्य कर रहे हैं। उन्होंने अनूठे ढंग से शुभकामनाएं, प्रार्थनाएं और उनके प्रति कृतज्ञता भाव व्यक्त किए। शिष्यों ने अस्पताल में ही प्रो. हाशमी पर केंद्रित पुस्तिका "बलिहारी गुरु आपकी" का विमोचन कर उन्हें समर्पित की। यह देश सभी की आँखें श्रद्धा भाव से भीग गईं।

प्रसिद्ध साहित्यकार, कवि, गीता मनीषी, भारतीय संस्कृति के अध्येता, वेदों के ज्ञाता और सूफ़ी परम्परा के संवाहक प्रो. अज़हर हाशमी विगत की दिन स गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। उनका उपचार शहर के आरोग्यम अस्पताल में चल रहा है। गुरु जल्द से जल्द स्वस्थ हों इसे लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। इतना ही नहीं उनके शिष्यों / विद्यार्थियों (महाविद्यालय विद्यार्थी परिवार) ने अपने कृतज्ञता भाव को व्यक्त करने के लिए अनोखे अंदाज में प्रो. हाशमी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित पुस्तिका का प्रकाशन किया है। पुस्तिका का शीर्षक "बलिहारी गुरु आपकी" रखा गया है। इस पुस्तिका का विमोचन प्रसिद्ध रंगकर्मी, लेखक और समाजसेवी कैलाश व्यास (एडवोकेट) एवं जयपुर से आईं वरिष्ठ पत्रकार तथा सक्षम संचार फाउंडेशन की निदेशक अर्चना शर्मा ने किया।

ज्ञान गंगा जल समान पवित्र- कैलाश व्यास

पुस्तिका का विमोचन करते हुए एडवोकेट कैलाश व्यास ने प्रो. अज़हर हाशमी के ज्ञान को प्रमाण करते हुए और उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जैसे गंगा जल का आचमन करने से हम पवित्र हो जाते हैं वैसे ही श्रद्धेय हाशमी का व्यक्तित्व, उनका ज्ञान गंगा जल के समान पवित्र है जिसका आचमन कर उनके शिष्य संस्कारों और विचारों की पवित्रता को प्राप्त कर लेते हैं। उनका मार्गदर्शन मेरे जीवन की अनमोल संपदा है।

शिष्यों के प्रति गुरु का स्नेह व वात्सल्य अद्भुत- अर्चना शर्मा

वरिष्ठ पत्रकार एवं सक्षम संचार फाउंडेशन की निदेशक अर्चना शर्मा ने कहा कि प्रो. अज़हर हाशमी ने भारतीय संस्कृति की गुरु शिष्य परम्परा को जीवंत रखा है। शिष्यों के प्रति उनका स्नेह और वात्सल्य भाव अद्भुत है। शिष्य भी उनके प्रति असीम श्रद्धा भाव रखते हैं, इसका प्रमाण है शिष्यों द्वारा हाशमी के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पुस्तिका "बलिहारी गुरु आपकी" प्रकाशित करना। आज के समय में ऐसे भावपूर्ण से भरे गुरु-शिष्य संबंध दुर्लभ हैं। 

श्रद्धा और मार्गदर्शन से जुड़े संस्मरण हैं पत्रिका में- डॉ. प्रवीणा दवेसर

पुस्तिका "बलिहारी गुरु आपकी" के बारे शिक्षाविद् डॉ. प्रवीणा दवेसर ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस पुस्तिका में प्रो. अज़हर हाशमी के शिष्यों ने अपने आलेखों द्वारा प्रो. हाशमी के प्रति श्रद्धा भाव व्यक्त किए हैं। इन आलेखों में प्रो. हाशमी का गुरु के रूप में प्राप्त सान्निध्य और शिष्यों को जीवन में दिए उनके मार्गदर्शन, चिंतन और प्रेरणा से जुड़े संस्मरण हैं। प्रो. हाशमी के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में भी शिष्यों ने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं।

पुस्तिका के माध्यम से कृतज्ञता व्यक्त करना नवाचार है- अज़हर हाशमी

इस अवसर पर अस्पताल में भर्ती प्रो. अज़हर हाशमी ने शिष्यों के गुरु के प्रति समर्पित भावों को व्यक्त करती पुस्तिका “बलिहारी गुरु आपकी” के विमोचन के मौके पर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मेरे यानी अपने गुरु के प्रति मेरे शिष्यों द्वारा कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए पुस्तिका का प्रकाशन, एक नवाचार है। उन्होंने कहा अक्षर ब्रह्म है और यह भ्रम यानी अहंकार का नाश करता है। उन्होंने समय समय पर घमंड दूर करने के लिए हुए नवाचारों की जानकारी दी। प्रो. हाशमी ने काकभुशुंडी और नारद मुनि से जुड़े प्रसंग भी बताए। उन्होंने कहा कि मुझे अपने शिष्यों पर गर्व है। शिष्यों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि अपनी संस्कारों की संपदा को अक्षुण्ण बनाए रखें। नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलते रहें और समाज व राष्ट्र के हित में सत्कर्म करते रहें। 

इनके आलेख हैं शामिल

पुस्तिका में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, प्रसिद्ध रंगकर्मी कैलाश व्यास, आईएएस अरुण जैन, शिक्षाविद् डॉ. प्रवीणा दवेसर, साहित्यकार आशीष दशोत्तर, वरिष्ठ पत्रकार और सुबह सवेरे के संपादक पंकज शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार नीरज कुमार शुक्ला, हेमंत भट्ट, आरिफ कुरैशी, तुषार कोठारी, वैदेही कोठारी, महाविद्यालय परिवार के संयोजक और अधिवक्ता सतीश त्रिपाठी, अधिवक्ता मनमोहन दवेसर, लेखिका श्वेता नागर, नंदिनी  सक्सेना, विजय सिंह रघुवंशी सहित कई शिष्यों के आलेख हैं।

ये उपस्थित रहे

लेखिका श्वेता नागर ने पुस्तिका की भूमिका बताते हुए गुरु अज़हर हाशमी के प्रति व्यक्त किए गए आभार और कृतज्ञता का वाचन किया। आभार महाविद्यालय विद्यार्थी परिवार की ओर से सतीश त्रिपाठी ने व्यक्त किया। वरिष्ठ पत्रकार नीरज कुमार शुक्ला, हेमंत भट्ट, आरिफ कुरैशी, तुषार कोठारी, वैदेही कोठारी, मनमोहन दवेसर, अदिति दवेसर, नंदिनी सक्सेना, स्मिता शुक्ला सहित अन्य ने प्रो. हाशमी के  प्रति अपने भावों और विचारों को व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रो. अज़हर हाशमी के भाई मुख्तार हाशमी और मज़हर हाशमी भी उपस्थित रहे।