जिले के ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या भवन निर्माण की अनुमति, मुख्यमंत्री जन सेवा के दूसरे चरण में आए आवेदनों में सबसे ज्यादा इसी के

मुख्यमंत्री जेनेवा अभियान के तहत लोगों को शिविर लगाकर लाभ प्रदान किए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा आवेदन भवन निर्माण की अनुमति के आ रहे हैं।

जिले के ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या भवन निर्माण की अनुमति, मुख्यमंत्री जन सेवा के दूसरे चरण में आए आवेदनों में सबसे ज्यादा इसी के

-जिले की 151 ग्राम पंचायतों के169 गांवों में शनिवार को लगे शिविर

-अब तक जिले में आए 36103 आवेदनों में से 20789 भवन निर्माण अनुमति के

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले में लोग सबसे ज्यादा भवन निर्माण की अनुमति समय पर नहीं मिलने के कारण परेशान हैं। इसकी पुष्टि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के दूसरे चरण आ रहे आवेदनों से होती है। अब तक आए 36 हजार आवेदनों में 20789 सिर्फ भवन निर्माण की अनुमति से संबंधित हैं।

मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अंतर्गत शनिवार को रतलाम जिले की 151 ग्राम पंचायतों के 169 गांव में कैंप आयोजित किए गए। इस दौरान शनिवार को 438 आवेदन प्राप्त हुए, इनमें से 405 आवेदनों को तत्काल स्वीकृति दे दी गई। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भिड़े ने बताया कि शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण अनुज्ञा हेतु 235 आवेदन आए। इसी प्रकार जन्म प्रमाण-पत्र के लिए 105, मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए 17, विवाह पंजीयन के लिए 25, जन्म प्रमाण-पत्र में बच्चे का नाम जुड़वाने के लिए 39  और प्रसूति सहायता योजना के लाभ के लिए 12 आवेदन प्राप्त हुए। इसी दिन जिले की आलोट जनपद पंचायत के 71 गांव में कैंप आयोजित किए गए। बाजना के 14, जावरा के 28, पिपलौदा के 9, रतलाम के 20 तथा सैलाना के 27 गांवों में शिविर आयोजित किए गए।

सबसे ज्यादा आवेदन भवन निर्माण की अनुमति के

अभियान के दूसरे चरण में जिले की 419 ग्राम पंचायतों में अब तक प्राप्त 36,103 आवेदनों में से 33,838 को स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें सर्वाधिक 20789 आवेदन भवन निर्माण अनुज्ञा हेतु प्राप्त हुए। इनमें से 19,487 को स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके अलावा प्रसूति सहायता के लिए 1242, जन्म प्रमाण-पत्र के 2753, जन्म प्रमाण-पत्र में बच्चे का नाम जुड़वाने के लिए 3098 आवेदन प्राप्त हुए। इसी तरह विवाह सहायता योजना लाभ के लिए 1, मृत्यु की दशा में अनुग्रह सहायता योजना का लाभ प्रदान करने के लिए 309, विवाह पंजीयन के लिए 5930 आवेदनों को स्वीकृत किया जा चुका है।