1700 करोड़ रुपए की माही नदी समूह जलप्रदाय योजना से जिले के 656 गांवों को मिलेगा पानी, इसी माह शुरू होगा काम
रतलाम जिले में पानी की समस्या के हल के लिए माही नदी समूह जलप्रदाय योजना का काम इसी माह शुरू हो जाएगा।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । राज्य शासन की महत्वाकांक्षी माही नदी समूह जल प्रदाय योजना पर इसी माह काम शुरू होने जा रहा है। लगभग 1700 करोड रुपए लागत की माही योजना से जिले के 656 गांवों को पानी उपलब्ध होगा। योजना के टेंडर तथा वर्क ऑर्डर हो चुके हैं । हैदराबाद की कंस्ट्रक्शन कंपनी इस माह के अंत से काम शुरू कर देगी।
सांसद ने बुधवार को दिशा समिति की बैठक में माही समूह जलप्रदाय योजना तथा मझोड़िया जलप्रदाय योजना की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। दोनों योजनाओं को 24 माह में पूरा करने का लक्ष्य है। जानकारी के अनुसार माही समूह जलप्रदाय योजना में कुल 4431 किलोमीटर लंबाई में पाइप लाइन बिछाई जाएगी। जल निगम के महाप्रबंधक कुलदीप सिंह कलम ने बताया कि माही योजना के पूर्ण होने पर रतलाम जिले के 656 ग्रामों को पानी मिलेगा। इनमें रतलाम ग्रामीण के 168, पिपलौदा के 90, जावरा के 145, सैलाना के 220 तथा बाजना के 33 ग्राम लाभान्वित होंगे।
माही डेम से लिफ्ट होगा पानी
माही समूह जलप्रदाय योजना में तलवाड़ा बैराज के समीप महुड़ी का माल स्थित माही डेम से पानी लिफ्ट किया जाएगा। योजना अंतर्गत 2 लाख 9 हजार 507 एमएलडी क्षमता का इंटेकवेल तथा 164.62 एमएलडी क्षमता का ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। योजना में 216 टंकियों का निर्माण होगा। माही समूह जलप्रदाय जैसी महत्वपूर्ण योजना से रतलाम जिले के 656 ग्रामों की लगभग 14 लाख जनसंख्या को फायदा मिलेगा। योजना रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में जल उपलब्धता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
मझोड़िया योजना पर भी इसी माह शुरू होगा काम, 203 गांव को मिलेगा लाभ
जल निगम की एक और महत्वपूर्ण योजना मझोड़िया समूह जलप्रदाय योजना पर भी इसी सितंबर माह से काम शुरू होने जा रहा है। इस योजना में माही नदी पर मझोड़िया में इंटेकवेल बनाया जाएगा। ग्राम गवलीपाड़ा में बनने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 30 एमएलडी होगी। इस योजना से रतलाम जिले के 203 गांव लाभान्वित होने जा रहे हैं, इनमें बाजना के 163, सैलाना के 37 तथा रतलाम विकासखंड के तीन गांव शामिल हैं।
मझोड़िया योजना में 39.29 एमएलडी क्षमता का इंटेकवेल निर्मित किया जाएगा। योजना की कुल लागत 324.91 करोड़ है। टेंडर हो चुके हैं, वर्क ऑर्डर हो चुका है। योजना में 59 टंकियां बनेंगी। योजना को 24 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। इस योजना में 1301 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी।