Respect for Service : सेवा कार्य व रतलाम के विकास के लिए भाजपा अजजा मोर्चा ने विधायक काश्यप का तीर-कमान भेंट कर किया अभिनंदन
Respect for Service: भाजपा अजजा मोर्चा ने सेवा कार्यों के लिए विधायक चेतन्य काश्यप का तीर-कमान भेंट कर व 51 किलो की माला पहनाकर अभिनंदन किया।
साफा पहनाकर 51 किलो वजनी हार पहना कर सम्मान भी किया
रतलाम @ एसीएन टाइम्स . भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने विधायक चेतन्य काश्यप का तीर-कमान भेंट कर अभिनंदन (Respect for Service) किया। मोर्चा ने यह सम्मान कोरोना काल में किए सेवा कार्यों और रतलाम के चौतरफा विकास के लिए किया। मोर्चा पदाधिकारियों ने काश्यप को साफा पहनाकर 51 किलो वजनी हार भी पहनाया।
काश्यप का अभिनंदन (Respect for Service) करने के दौरान अजजा मोर्चा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मंत्री नारायण मईड़ा, पूर्व प्रदेश मंत्री मोतीलाल निनामा के नेतृत्व में किया। इस दौरान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुरेश सिंघाड़ एवं पूर्व मंडी अध्यक्ष प्रकाश भगौरा, गोविंद डामर, मण्डल अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल, कमल देवदा, देवीसिंह कतीजा, संजय टांक, नरेन्द्र वसुनिया, पवन जैन, सतीश नाहर, विकास पारगी आदि उपस्थित रहे। संचालन प्रदेश सोश्यल मीडिया प्रभारी शैतानसिंह पटेल ने किया।
संकटकाल में सेवा का अवसर मिलना सौभाग्य - विधायक काश्यप
भाजपा अजजा मोर्चा द्वारा किए अभिनंदन (Respect for Service) के प्रत्युत्तर में विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि कोरोना के संकटकाल में सेवा का अवसर मिलना वे अपना सौभाग्य मानते हैं। सम्पन्न कई लोग होते हैं, लेकिन सम्पन्नता का सदुपयोग करने का अवसर भाग्य से मिलता है। काश्यप ने कोरोना काल में ऑक्सीजन प्रबंध के लिए किए कार्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि वर्तमान में ऑक्सीजन के लिए हमारा क्षेत्र आत्म निर्भर हो गया है। टीकाकरण अभियान की सफलता के बाद कोरोना पर बहुत हद तक काबू हो गया है। भारत का सौभाग्य है कि जब-जब यहां विपत्ति आती है, सारे समाजजन एकजुट हो जाते हैं। इससे विपत्ति पर विजय मिलती है।
अटल जी नेतृत्व में आदिवासी समाज के विकास के लिए कई कार्य हुए
विधायक ने कहा कि आदिवासी समाज के विकास के लिए भाजपा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी के नेतृत्व में कई कार्य किए थे। पूर्व सांसद स्व. दिलीपसिंह भूरिया के प्रयासों से देश में पहली बार आदिवासी हित में संविधान में संशोधन कर उन्हें भू-अधिकार एवं वनोपज के अधिकार के साथ अन्य सुविधाएं दी गई है। रतलाम में औद्योगिक कॉरिडोर की स्थापना क्षेत्र की दशा एवं दिशा बदलने वाली रहेगी। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और उनका लाभ आदिवासी समाज को भी मिलेगा।