350वां शहादत वर्ष ! ‘तेग बहादुर के चलत भयो जगत को शोक, है है है सब जग भयो, जै जै जै सुरलोक…’ से गूंजा खालसा सभागृह

श्री गुरु तेग बहादुर अकादमी में कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। इसमें कीर्तनिया जत्था के जसकरण पटियाला वालों ने गुरुबाणी प्रस्तुत की।

350वां शहादत वर्ष ! ‘तेग बहादुर के चलत भयो जगत को शोक, है है है सब जग भयो, जै जै जै सुरलोक…’ से गूंजा खालसा सभागृह
गुरुबाणी प्रस्तुत करते कीर्तनिया जत्थे के सदस्य।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मानवता रक्षक सृष्टि की चादर गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत वर्ष के उपलक्ष में कीर्तन दरबार का आयोजन श्री गुरु तेग बह्दुर अकादमी के खालसा सभा गृह में हुआ। इसमें पंथ प्रसिद्ध कीर्तनिया जात्था जसकरण पटियाला वाले एवं साथियों ने संगत को गुरबाणी गायन से जोड़ा।

आयोजन पंजाबी साहित्य अकादमी और श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था। कीर्तन के दौरान जसबीर सिंह राणा ने कथा के माध्यम से श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को संगत के समक्ष प्रस्तुत किया। ज्ञानी मानसिंह एवं ज्ञानी हंसराज सिंह ने भी गुरु शब्दों का गायन किया।

पंजाबी साहित्य अकादमी के निर्देशक इंद्रजीत सिंह खनूजा, सहायक निर्देशक दीपक गुप्ता तथा क्षेत्रीय समन्वय संयोजक कवलजीत सिंह गांधी भी उपस्थित रहे। उन्होंने संगत को संबोधित किया। अध्यक्ष गुरनाम सिंह डंग ने संगत को आगे भी इसी तरह के धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में जुड़े रहने का आग्रह किया। इस मौके पर समाज की नमनदीप कौर टुटेजा को मेधावी छात्रा के रूप में संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।

इन्होंने व्यक्त की श्रद्धा

आयोजन में गुरु सिंह सभा अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह, गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास दरबार से कश्मीर सिंह एवं गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति के सचिव अजीत छाबड़ा, सह सचिव हरजीत सिंह सलूजा, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह वाधवा, प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा, कार्यसमिति सदस्य सतपाल सिंह, गगनदीप सिंह, गुरंविदर सिंह, सदस्य गुरमीत सिंह, बलजीत सिंह, जसपाल सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित रहे और श्री गुरु तेग बहादुर की शहादत पर श्रद्धा प्रकट की। कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट अमृतवाणी टेलीविजन पर मलकीत सिंह एवं साथी के ने किया। समापन पर लंगर हुआ।