Tag: श्री देवसुर तपागच्छ चारथुई जैन श्रीसंघ गुजराती उपाश्रय

धर्म-संस्कृति
दौलत आने पर इंसान पापी और जाने पर पागल बन जाता है, धर्म से जुड़े रहोगे तो धन का लोभ नहीं रहेगा- मुनिराज ज्ञानबोधि विजयजी म.सा.

दौलत आने पर इंसान पापी और जाने पर पागल बन जाता है, धर्म...

रतलाम में आचार्य श्री विजय कुलबोधि सूरीश्वरजी का चातुर्मास चल रहा है। इस दौरान रोज...