बड़ी सफलता : बहुचर्चित कपिल राठौड़ हत्याकांड का 10 साल से फरार आरोपी अब्दुल मुत्तलीफ गिरफ्तार, 20 हजार रुपए का इनाम था घोषित, रतलाम ने कई दिन झेला था कर्फ्यू

रतलाम पुलिस को बहुचर्चित कपिल राठौड़ हत्याकांड के फरार 20 हजार रुपए के इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। आरोपी 10 साल से फरार था।

बड़ी सफलता : बहुचर्चित कपिल राठौड़ हत्याकांड का 10 साल से फरार आरोपी अब्दुल मुत्तलीफ गिरफ्तार, 20 हजार रुपए का इनाम था घोषित, रतलाम ने कई दिन झेला था कर्फ्यू
बहुचर्चित कपिल राठौड़ हत्याकांड का आरोपी अब्दुल मुत्तलीब गिरफ्तार।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम शहर के स्टेशन रोड थाना क्षेत्र में हुए बहुचर्चित बजरंग दल के जिला सहसंयोजक व हिंदूवादी नेता कपिल राठौड़ हत्याकांड के फरार आरोपी मुत्तलीफ खान को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। इस हत्याकांड में कपिल के कर्मचारी की भी मौत हो गई थी। आरोपी 10 साल से फरार था। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस द्वारा 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था।

जानकारी के अनुसार स्टेशन रोड थाना क्षेत्र में विगत 27 सितंबर 2014 को रतलाम रोडवेज बस स्टैंड स्थित राठौर रेस्टोरेंट के संचालक हिंदूवादी नेता कपिल राठौड़, भाई विक्रम राठौड़, पुखराज पालीवाल तथा नारायण मईड़ा पर दिनदहाड़े 4-5 अज्ञात लोगों ने प्राणघातक हमला कर दिया था। हमला पिस्टल से गोलियां दागकर किया गया था। इतना ही नहीं हमलावरों ने पुखराज के सिर पर चाकू से भी वार किया था। इस हमले में विक्रम और पुखराज की मौत हो गई थी जबकि विक्रम और नारायण घायल हुए थे। मामले में स्टेशन रोड पुलिस ने धारा 302, 307, 34 भादंवि एवं आर्म्स एक्ट की धारा 25, 27 में प्रकरण दर्ज किया था।

यह थी हत्याकांड की वजह

बता दें कि, हत्याकांड के बाद तत्कालीन एसपी डॉ. आशीष ने मामले का खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि कपिल राठौड़ से आरोपी हैदर पिता इमदाद शेरानी का 12 सितंबर, 2013 को विवाद हुआ था। इस मामले में स्टेशन रोड थाने पर प्रकरण दर्ज किया गया था। इसी मामले को लेकर आरोपी हैदर, मुसेफ पिता इरफान खां, नासीर पिता निजाम अली, दोनों निवासी शेरानीपुरा, याह्या पिता कासम खान, जाहिद पिता गुलाम हुसैन दोनों निवासी मिल्लत नगर व आसिफ उर्फ मुशा पिता अब्दुल करीम शेरानी निवासी जयभारत नगर व रिजवान ने बाइक पर महू रोड स्थित राठौड़ की दुकान पर पहुंच हत्याकांड को अंजाम दिया। मामले में इनके सहित सात आरोपियों के नाम आए थे। पुलिस ने विवेचना के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय में पेश किया था। जहां से जुलाई 2018 में एडीजे तरुण कुमार ने 6 आरोपियों को उम्र कैद जबकि एक को पांच साल की सजा सुनाई थी। अब्दुल मुत्तलीब तभी से फरार था।

20 हजार रुपए का इनाम घोषित था

एसपी राहुल कुमार लोढ़ा द्वारा सभी थाना प्रभारियों को फरार आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए गए हैं। इसके चलते जारी संघन चैकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना के आधार पर स्टेशन रोड पुलिस ने शुक्रवार को फरार आरोपी अब्दुल मुत्तलीफ को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी 10 साल से फरार था और उस पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इनाम डीआईजी ने घोषित किया था।

कई दिन तक रहा था तनाव, कर्फ्यू लगाना पड़ा था

कपिल राठौड़ हत्याकांड के चलते शहर में कई दिनों तक तनाव की स्थिति रही थी। स्तिति नियंत्रण में करने के लिए शहर में कर्फ्यू तक लगाना पड़ा था। इससे पहले रतलाम शहर में 6 दिसंबर 1992 को और 3 सितंबर 2010 को कर्फ्यू लगा था।

गवाहों को धमकाया गया, कोर्ट परिसर में पीटा भी

बता दें कि मामले की सुनवाई के दौरान हत्याकांड के आरोपियों द्वारा गवाहों को धमकाने का प्रयास भी किया गया था। एक बार कोर्ट परिसर में मारपीट भी की गई थी। घटना के प्रत्यक्षदर्शी और फरियादी नारायण को तीन आरोपियों द्वारा गत 6 सितंबर 2015 को उसके पैतृक गांव छोटी सरवन (बांसवाड़ा) में गवाही से पलटने के लिए धमकाया था। इस मामले की रिपोर्ट राजस्थान के बांसवाड़ा थाने में दर्ज कराई गई थी। इसी तरह दूसरे गवाह दयाशंकर लोधी को 2 दिसंबर 2015 को मोबाइल पर धमकी दी गई थी। गवाह को धमकाने की तीसरी वारदात 30 जून 2016 को कोर्ट परिसर में हुई थी। हुआ यूं था कि इस दिन विशेष लोक अभियोजक संजय पंवार अपर सत्र न्यायाधीश प्रियदर्शन शर्मा के समक्ष गवाह आकाश खड़के के बयान दर्ज करवा रहे थे जबकि दूसरा गवाह दयाशंकर बाहर था। इसी दौरान जमानत पर रिहा मूसा, जाहिद व सैफुल्लाह ने दयाशंकर के साथ कोर्ट परिसर में ही मारपीट की थी। इसी दिन रात को करीब 10 बजे बाइक सवार दो नकाबपोश ने बजरंग दल नेता राकेश कुमावत को भी गवाही नहीं देने के लिए धमकी दी थी।

इनकी सराहनीय भूमिका रही

स्टेशन रोड थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार भोजक, उप निरीक्षक अमित शर्मा (प्रभारी सायबर सेल),  प्रदीप शर्मा, प्रधान आरक्षक, राहुल जाट, हिमांशु यादव, मनमोहन शर्मा, लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, हिम्मत सिंह, नीलेश पाठक, मनोज पांडेय, महेंद्र फतरोड़, आरक्षक विपुल भावसार, मयंक व्यास, तुषार सिसौदिया, अभिषेक पाठक, प्रतिभा परिहार, राकेश निनामा, प्रशांत की सराहनीय भूमिका रही।