अडानी समूह की शिकायत का असर : आईनॉक्स विंड हो सकती है ब्लैक लिस्टेड, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने दी कार्रवाई की चेतावनी

विंड टर्बाइन निर्माण करने वाली आईनॉक्स विंड एनर्जी के ब्लैक हिस्टेड होने की आशंका बढ़ गई है। सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (CEA) ने अडानी समूह की शिकायत पर कंपनी को कार्रवाई की चेतावनी दी है।

अडानी समूह की शिकायत का असर : आईनॉक्स विंड हो सकती है ब्लैक लिस्टेड, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने दी कार्रवाई की चेतावनी
अडानी विरुद्ध आईनोक्स विंड।

एसीएन टाइम्स @ डेस्क । आईनॉक्स विंड को सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (CEA) ने ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी दी है। ऐसा अडानी समूह द्वारा की गई शिकायत के चलत हुआ है। सीईए ने आगाह किया है कि यदि 15 जून तक आईनॉक्स विंड द्वारा परीक्षण पूरे नहीं किए जाते हैं तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है। 

द हिंदू के बिजनेस लाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (CEA) द्वारा गत 18 मई को नई स्थापित हुई विंड टर्बाइनों की 'पहली बार चार्जिंग' को लेकर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई गई थी। इसमें अडानी समूह ने आईनॉक्स की मशीनों के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायतों में गैर-अनुपालन की बात सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उक्त बैठक में भाग लेने वाले एक व्यक्ति द्वारा जानकारी दी गई है कि विंड टर्बाइन लगाने वाली ऊर्जा कंपनियों से अनुकरण परीक्षण की अपेक्षा की जाती है।

जानकारी के अनुसार, इस परीक्षण में यह पता किया जाता है कि ऑपरेशन के दौरान टर्बाइन कैसे व्यवहार करेंगी। मूल रूप से परीक्षण अधिकतर हार्मोनिक्स और प्रतिक्रियाशील शक्ति को दिखाने के लिए किया जाता है। इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि मशीनें ग्रिड में इंजेक्ट करेंगी या नहीं। टर्बाइन की कार्यप्रणाली ग्रिड में कोई व्यवधान तो उत्पन्न नहीं करेगी। उक्त परीक्षण बाद एक रिपोर्ट करना होगी। इस के आधार पर ही सीईए द्वारा मशीनों को चालू करने की अनुमति दी जाएगी। इसके चलते ही शिकायतें सुनने के बाद सीईए ने यह फैसला सुनाया कि आईनॉक्स विंड टर्बाइन परीक्षण 15 जून तक यदि पूरा नहीं होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

दावा 12 जून का, संदेह 4 हफ्ते का

आईनॉक्स के प्रतिनिधियों द्वारा सीईए को आश्वासन दिया गया था कि परीक्षण पूरा कर सारा डेटा 12 जून तक तैयार हो जाएगा। अडानी समूह को इस पर संदेह है। समूह के अनुसार आईनॉक्स को सभी परीक्षण करने और रिपोर्ट आने में कम से कम चार सप्ताह का समय लग सकता है।

एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी से मिला ऑर्डर

आईनॉक्स विंड गुजरात के आईनॉक्सजीएफएल समूह का एक घटक है। यह समूह रसायन, विंड टर्बाइन निर्माण और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में सक्रिय है। यह तीन रूपों में 2 मेगावाट क्षमता की विंड टर्बाइन का निर्माण करती है। आईनॉक्स विंड को अपनी सहायक कंपनी, आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड ने  एक विंड एनर्जी डेवलपर के साथ नवंबर 2022 में आईपीओ के माध्यम से ₹740 करोड़ रुपए जुटाए थे। आईनॉक्स विंड को एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी से भारी मात्रा में विंड टर्बाइन बनाने का ऑर्डर मिला है।

इस वर्ष 500 मेगावाट का लक्ष्य

आईनॉक्सजीएफएल समूह के कार्यकारी निदेशक देवांश जैन की हाल ही में एक चर्चा विश्लेषकों के साथ हुई थी। इसमें उन्होंने बताया था कि "मुझे इस वित्तीय वर्ष में आईनॉक्स विंड के लाभदायक होने का पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा है कि कंपनी का इस साल टर्बाइन की क्षमता कम से कम 500 मेगावाट करने का लक्ष्य है। जैन के इस भरोसे के पीछे आईनॉक्स विंड को प्रवर्तकों से ₹623 करोड़ का निवेश प्राप्त होना बताया जा रहा है। कंपनी इसका उपयोग कर्ज चुकाने और वित्त लागत को कम करने के लिए किया है। कंपनी 3.3 मेगावाट की मशीन पेश करने की भी तैयारी कर रही है। कंपनी में विंड एनर्जी के कारोबार में सक्रिय सादा वैनिला होल्डिंग कंपनी को विलय किया जा रहा है। जैन के अनुसार इसके लिए एक मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया जा चुका है।