जैन समाज का उत्क्रांति उद्घोष : नहीं होगा प्री वेडिंग शूट, बैचलर पार्टी, सड़कों पर नृत्य और महिला संगीत पर भी पाबंदी

रतलाम के श्री साधुर्मागी जैन संघ ने शादी समारोह में फूहड़ता व फिजूलखर्ची के साथ बैचलर पार्टी और महिला संगीत आदि पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।

जैन समाज का उत्क्रांति उद्घोष : नहीं होगा प्री वेडिंग शूट, बैचलर पार्टी, सड़कों पर नृत्य और महिला संगीत पर भी पाबंदी
श्री साधुमार्गी जैन संघ द्वारा लिया गया निर्णय।

आचार्य श्री रामलाल जी के क्रांतिकारी आयाम के तहत श्री साधुमार्गी जैन संघ ने लिया संकल्प

एसीएन टाइम्स @ रतलाम। शादियों और बड़े समारोहों में दिखावे और सांस्कृतिक प्रदूषण को रोकने के लिए रतलाम के श्री साधुमार्गी जैन संघ ने बड़ा संकल्प लिया है। वर्ष 2023 की शुरुआत पर उत्क्रांति उद्घोष करते हुए समाज ने प्री वेडिंग शूट, बैचलर पार्टी, सड़कों पर नृत्य और महिला संगीत पर प्रभावी रोक लगाने का संकल्प लिया है।

आचार्य 1008 श्री रामलाल जी म. सा. ने समाज में आई विकृतियों, आडंबर और प्रदर्शन को जड़ से समाप्त करने के लिए समाज को एक क्रांतिकारी आयाम उत्क्रांति के रूप में प्रदान किया है। इसके चलते ही श्री साधुमार्गी जैन संघ रतलाम ने गुरु की आज्ञा को शिरोधार्य करते हुए श्री सुमित मुनि जी म. सा. की प्रेरणा से नववर्ष की शुरुआत उत्कृष्ट चारित्र वाले समाज की अद्भुत परिकल्पना उत्क्रांति उद्घोष के साथ की है। सुधार वाले उत्क्रांति का उद्घोष समता भवन गोपाल गौशाला पर श्री साधुमार्गी जैन संघ, समता युवा संघ, महिला मंडल, बहूमंडल, बालक व बालिका मंडल के पदाधिकारियों व संघ के श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति  में किया गया।

ऐसे बनता है हमारा आचरण श्रेष्ठ

इससे पूर्व प्रवचन सभा में श्री सुमित मुनि जी म.सा. ने कहा कि भावना की पवित्रता, उद्देश्य की उच्चता व प्रवृत्ति की निर्दोषता, यह तीनों मिलती है तो हमारा आचरण श्रेष्ठ बनता है। उत्क्रांति का उद्देश्य विशाल है। समाज की विकृति को बाहर करना है। हमारा लक्ष्य कर्त्तव्य पालन का बने। गुरु की आज्ञा को मानकर आगे बढऩा है। संघ अध्यक्ष ने बताया कि एक समाज, एक सोच, एक भविष्य की उत्कृष्ट सोच को आत्मसात कर श्री साधुमार्गी जैन संघ रतलाम पूरे समाज व सभी संघों को प्रेरणा प्रदान कर रहा है।

इन पर लगेगी रोक

  • शादी समारोह व बड़े आयोजनों में फूहड़ता व फिजूलखर्ची।
  • शादी समारोह में प्री वेडिंग शूट।
  • बैचलर पार्टी और आयोजनों में आतिशबाजी।
  • जमीकंद और संचित फूलों का उपयोग।
  • सड़कों पर नृत्य करना।
  • शादी या अन्य समारोह में महिला संगीत।
  • शादी के भोजन में 31 से ज्यादा पदार्थ बनाना।