Ratlam failed in cleanliness : सरकार ने भी कर दिया प्रमाणित कि रतलाम नहीं हुआ गार्बेज फ्री, स्कोर कार्ड में मिला 0, ओवरआल रैंक भी 113 अंक नीचे गिरी

स्वच्छता के मामले में रतलाम शहर फेल हो गया है। गार्बेज फ्री शहर की श्रेणी के लिए हुई परीक्षा में रतलाम को शून्य मिला है। ओवर आल रैंक भी 113 अंक घटकर 162 पर पहुंच गई।

Ratlam failed in cleanliness : सरकार ने भी कर दिया प्रमाणित कि रतलाम नहीं हुआ गार्बेज फ्री, स्कोर कार्ड में मिला 0,  ओवरआल रैंक भी 113 अंक नीचे गिरी

एसीएन टाइम्स @ रतलाम। स्वच्छता के मामले में आत्ममुग्ध रहे नगर निगम प्रशासन के सारे दावों की हवा स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के स्कोर कार्ड के निकाल दी (Ratlam failed in cleanliness) है। शनिवार को दिल्ली में घोषित परिणाम में प्रदेश का इंदौर फिर मैरिट लिस्ट में टॉप पर रहा वहीं रतलाम शहर टॉप 100 में भी जगह नहीं बना पाया। ओवरआल रैंक भी 113 अंक नीचे खिसक कर 162 पर पहुंच गई। गार्बेज फ्री सिटी के मामले में तो रतलाम  के हिस्से 0 ही आया। 1 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में 42वीं रैंक मिली जो निगम प्रशासन के आत्मुग्ध बने रहने के लिए काफी है। 

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के परिणामों का ऐलान शनिवार को दिल्ली में हुआ। इसमें इंदौर अभी भी पहले पायदान पर ही बना हुआ है। वहीं रतलाम शहर की स्थिति इसके विपरीत रही। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में रतलाम को देशभर 162वां स्थान मिला जो स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 से 113 अंक पीछे। 2020 में इस कैटेगरी में रतलाम 49वें स्थान पर रहा था।

49 वार्डों को गार्बेज फ्री बनाने के दावों की निकल गई हवा

रतलाम नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के सभी 49 वार्डों को गार्बेज फ्री बनाने के खूब दावे किए गए थे। जिस वक्त ये दावे हुए थे उसी वक्त शहरवासी कचरे और गंदगी के ढेर नहीं उठाने का आरोप लगा रहे थे। बावजूद आत्ममुग्ध निगम प्रशासन ने उस पर ध्यान नहीं दिया। पहले तो सिर्फ शहर की जनता ही कहती थी, अब तक खुद सरकार ने भी उसकी शिकायतों के सही होने की पुष्टि कर दी है। सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में रतलाम का नाम गार्बेज फ्री सिटी की सूची में शामिल करने योग्य पाया ही नहीं (Ratlam failed in cleanliness) और अंकों की तालिकी में 0 दर्ज कर दिया।

अपनी पीठ थपथपाने के लिए 'गालिब ये ख्याल अच्छा है'

इस बार के स्वच्छ सर्वेक्षण में अगर कुछ ठीक रहा है तो वह 1 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में रतलाम को मिली 42वीं रैंक है। देश के 372 शहरों में से 42वें स्थान पर रहा रतलाम प्रदेश के 13 शहरों की फेहरिश्त में तीसरे स्थान पर है। नगर निगम प्रशासन के लिए अपनी पीठ थपथपाने का एकमात्र कारण बन सकता है। अगर आसपास झांकें तो इसमें भी मायूसी ही हाथ आएगी क्योंकि पास के ही शहर रतलाम से ऊपर के पायदान पर काबिज हैं।    

हर इलाके से आती हैं कचरा संग्रह वाहन नहीं आने की शिकायतें

शहर के वार्ड क्रमांक 24 का हाल, फिर कैसे मिलेे गार्बेज फ्री सिटी का दर्जा।

शहर के वार्ड क्रमांक 24 का हाल, फिर कैसे मिलेे गार्बेज फ्री सिटी का दर्जा।

2011 की जनगणना में 2 लाख 64 हजार 914 की आबादी वाला यह शहर 49 वार्डों में बंटा है। और एक-दो वार्ड को छोड़ दें तो शहर के हर हिस्से में चोक नालियां और गंदगी पसरी देखी जा सकती है। कचरा संग्रह वाहन नहीं आने की शिकायत लगभग हर इलाके से रोज ही सुनी जा सकती है।

Files