श्री कृष्ण जन्माष्टमी आज दोपहर 3.39 बजे से कल शाम 4.15 बजे तक, जानिए- आगामी दिनों में कौन सा त्यौहार कब मनेगा

ज्योतिषाचार्यों और पञ्चाङ्ग निर्माणकर्ताओं के अनुसार इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 6 और 7 सितंबर दोनों दिन मनेगी। अष्टमी तिथि 6 को दोपहर में शुरू होकर 7 की शाम तक रहेगी।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी आज दोपहर 3.39 बजे से कल शाम 4.15 बजे तक, जानिए- आगामी दिनों में कौन सा त्यौहार कब मनेगा
श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2023

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । श्री कृष्ण जन्माष्टमी दो दिन 6 और 7 सितंबर (बुधवार और गुरुवार) को मनेगी। इस दौरान अष्टमी तिथि बुधवार को दोपहर 3.39 बजे शुरू होगी और गुरुवार को शाम 4.15 बजे तक रहेगी। इससे कुछ मंदिरों में आज और कुछ में कल श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। 

वैदिक जाग्रति क़े अध्यक्ष पं. चेतन शर्मा ने यह जानकारी दी। पं. शर्मा ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व अन्य त्यौहार को लेकर उपजे संशय के समाधान के लिए वैदिक जाग्रति ज्ञान-विज्ञान पीठ ज्योतिष शिक्षण जन कल्याण समिति और अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के तत्वावधान में एक बैठक मानव धाम शक्तिनगर में की गई। इसमें श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सहित आगामी माह के व्रत त्योहार को लेकर विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान कालचक्र पञ्चाङ्ग के निर्माणकर्ता ज्योतिषाचार्य पं. रमेश पण्ड्या (बिलपांक) के ज्योतिषाचार्य बजरंग गिरी जी महाराज, सिद्धविजय पञ्चाङ्ग के निर्माणकर्ता डॉ. विष्णु कुमार शास्त्री सहित राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश के अन्य पञ्चाङ्ग निर्माणकर्ताओं से दूरभाष पर विस्तार से चर्चा की गई।

अर्द्धव्यापिनी रोहिणी युत अष्टमी आज

चर्चा के अनुसार 6 सितंबर (बुधवार) को अष्टमी तिथि दोपहर 3:39 बजे प्रारंभ होगी और 7 सितंबर को सूर्यास्त के पूर्व सांय 4:15 पर पूर्ण होगी। 6 सितंबर को सुबह 9:20 बजे के उपरांत रोहिणी नक्षत्र आरंभ हो रहा है जो 7 सितंबर को सुबह 10:26 पर समाप्त होगा। यानी 6 सितंबर की मध्य रात्रि में अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र और बुधवार का योग निर्मित हो रहा है। यह अर्द्धव्यापिनी रोहिणी युत अष्टमी रहेगी।

गृहस्थ आज, साधुसंत कल मनाएंगे, वृंदावन व मथुरा में भी कल होगा उत्सव

ज्योतिष शिक्षण जन कल्याण समिति क़े अध्यक्ष पं. जितेंद्र नागर ने बताया कि वैष्णव स्मार्त दो स्थितियों के चलते श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में संशय प्रतीत हो रहा है। स्मार्त के अंतर्गत गृहस्थ जीवन पालन करने वाले सामान्यजन शास्त्रोक्त तरीके से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 6 को मनाएंगे, वहीं वैष्णव के अंतर्गत साधु-सन्त सन्यासीजन कृष्ण पूजा में रत गुरु दीक्षित भुजा पर सप्त मुद्रा, शंख, चक्र चिह्नित तुलसी माला धारण करने वाले श्रीकृष्ण जन्म उपरांत अगले दिन 7 को जन्मोत्सव मनाएंगे। पं. जीवन पाठक के अनुसार वृंदावन और मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 7 को मनाई जाएगी। वृंदावन-मथुरा क़े अनुरूप भारतवर्ष में अधिकतर स्थानों पर इसी दिन जन्मोत्सव मनेगा।

अन्य वृत-त्यौहारों को लेकर भी हुई चर्चा

वैदिक जाग्रति पीठ क़े पीठाधीश्वर पं. संजय शिवशंकर ने बताया कि आगामी त्योहारों को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। इसमें बताया गया कि किस दिन कौन सा त्योहार मनाया जाएगा। बैठक में अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के अध्यक्ष पं. मुकेश शर्मा, पं. चेतन शर्मा, पं. ओमप्रकाश शर्मा, पं. जीवन पाठक, पं. ईश्वर व्यास, पं. ललित शर्मा, पं. हितेंद्र जोशी, पं. सुनील व्यास, पं. सुनील जोशी, पं. सुरेंद्र व्यास, पं. सुरेंद्र शर्मा उपस्थित थे। 

किस दिन कौन सा त्यौहार

16 सितंबर : सामवेदी उपाकर्म

18 सितंबर : हरतालिका तीज

19 सितंबर : गणेश चतुर्थी

20 सितंबर : ऋषि पंचमी

24 सितंबर : तेजादशमी

25 सितंबर : जलझूलनी एकादशी 28 अनंत चतुर्दशी , पार्थिव गणेश विसर्जन ,

29 सितंबर से 14 अक्तूबर : श्राद्ध पक्ष

14 अक्तूबर : सर्वपितृ अमावस