नवरात्रि में मां कालिका के प्रांगण में 'शीला की जवानी...' गीत पर लगे फूहड़ ठुमकें, विहिप और बजरंग दल ने जताया विरोध, पार्षद बोले- नहीं हो भुगतान
रतलाम में कालिका माता मंदिर प्रांगण स्थित सांस्कृतिक मंच पर बीती रात अश्लील नृत्य और गाने की प्रस्तुति हुई। इस पर हुए नृत्य को विहिप व बजरंग दल ने फूहड़ बताते हुए विरोध जताया है।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । शारदीय नवरात्रि में मां कालिका के प्रांगण में होने वाले सांस्कृतिक आयोजन फिर विवादों में हैं। पहले कार्यक्रम के चयन को लेकर सवाल उठे थे और अब माता के दरबार के सामने अश्लील गानों पर फूहड़ नृत्य की प्रस्तुति सुर्खियों में है। विहिप और बजरंग दल ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मामले में कार्रवाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं एक महिला पार्षद ने उक्त आयोजन का भुगतान नहीं किए जाने की मांग की है।
रतलाम शहर में शारदीय नवरात्रि पर लगने वाला मेला काफी लोकप्रिय है। नगर निगम द्वारा आयोजित किए जाने वाले मेले में लॉकडाउन के बाद पहली बार मेला आयोजित हो रहा है। मौजूदा नगर परिषद का पहला ही मेला विवादों में घिर गया है। बुधवार रात को हुई संगीत निशा में ‘शीला की जवानी...’ सहित कई आइटम सांग की प्रस्तुति हुई। इसमें अश्लील और फूहड़ नृत्य भी हुआ जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। नृत्य महापौर प्रहलाद पटेल और एमआईसी सदस्यों की मौजूदगी में हुए लेकिन किसी ने भी इस पर संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी और ऐसे गीतों और नृत्य को भारतीय संस्कृति के विपरीत बताया। आयोजन को लेकर हिंदू संगठन भी भड़क गए हैं। विहिप और बजरंग दल ने आपत्ति ली है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की आड़ में अशील्लता परोसना उद्देश्य
विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रान्त के प्रान्त मंत्री सोहन विश्वकर्मा ने फूहड व अश्लील गीत-संगीत निशा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि नवरात्रि के पावन अवसर पर रतलाम नगर निगम द्वारा सांस्कृतिक मंच पर फूहड़ गानों पर अश्लील डांस किया गया। यह हमारी संस्कृति की अवमानना है। हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व पर देशभर में कन्याओं को देवी शक्ति मानकर उनका पूजन किया जा रहा है, सुहागिनों का पूजन भी हो रहा है। ऐसे में सांस्कृतिक मंच पर अश्लील नृत्य किया जाना अत्यंत शर्मनाक है। यह सब महापौर और निगम के अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ लेकिन उन्होंने अनदेखी की। इससे साबित है कि नवरात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम की आड़ में समाज में अश्लीलता परोसना ही इनका उद्देश्य है। इससे माता के भक्तों को ठेस पहुंची है। यह हिंदू संस्कृति व धर्म का अपमान है।
कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन
विश्वकर्मा के अनुसार शक्ति की आराधना और कन्या पूजन के इस दौरा में ऐसी प्रस्तुति विहिप मालवा प्रांत विरोध करता है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मांग की है कि वहां उपस्थित अधिकारियों ओर आयोजकों पर तुरंत कार्रवाई हो। आवश्यकता पड़ने पर आंदोलन भी किया जाएगा। यदि प्रशासन सख्त कदम नहीं उठाता है या कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा जिसके लिए प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा।
...आखिर ऐसे आयोजन बुक कौन कर रहा है ?
वार्ड क्रमांक 26 की पार्षद उमा डोई ने भी कालिकामाता के सांस्कृतिक मंच पर अश्लील व फूहड़ नृत्य की प्रस्तुत पर आपत्ति जताई है। उन्होंने सवाल उठाया है कि- आखिर ऐसे आयोजन बुक कौन कर रहा है? बुक करने वाले पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए ताकि कोई दूसरा फिर ऐसी गलती नहीं न कर सके। संबंधित पार्टी का भुगतान भी रोका जाना चाहिए और इसके दोषियों को सजा भी मिलनी चाहिए।