इसे कहते हैं आपदा प्रबंधन ! आंधी से उड़े मतदान सामग्री जमा करने के लिए लगाए टेंट-तंबू, प्रशासन ने बिजली की फुर्ती से कर दी नई व्यवस्था, देखें वीडियो...

सोमवार शाम को आई आंधी ने रतलाम में मतदान सामग्री लेने के लिए की गई व्यवस्थाओं पर पानी फेर दिया। प्रशासन ने ताबड़तोड़ में सामग्री प्राप्त करने के लिए महाविद्यालय भवन के अंदर व्यवस्था करनी पड़ी।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । लोकसभा निर्वाचन के लिए चौथे चरण का मतदान 13 मई (सोमवार) को संपन्न हुआ। तभी आई आंधी ने जिला मुख्यालय पर की गई मतदान सामग्री जमा करने की सारी व्यवस्थाओं पर पानी फेर दिया। टेंट-तंबू धराशाई हो गए और बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। कलेक्टर-एसपी सहित व्यवस्था में जुटे अमले ने कुछ ही पल में सामग्री जमा करने की नई व्यवस्था कर दी।

जिले में सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान 6 बजे तक जारी रहा। इस दौरान यहां जिला मुख्यालय रतलाम स्थित शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में तैनात किए गए अधिकारी-कर्मचारी मतदान दलों के लौटने का इंतजार कर रहे थे। तभी शाम करीब पौने सात में आंधी आई जिससे सामग्री प्राप्ति स्थल पर लगे टेंट-तंबू धराशायी हो गए। टेंट-तंबू उखड़ कर वाहनों पर भी गिरे। कुर्सी-टेबल पंखे के साथ ही बिजली आपूर्ति के लिए लगाई गई केबलें भी टूट गईं।

जानकारी मिलते ही कलेक्टर राजेश कुमार बाथम और एसपी राहुल कुमार लोढ़ा मौके पर पहुंचे और मतदान सामग्री लेने की व्यवस्था महाविद्यालय भवन के अंदर करने के निर्देश दिए। निर्देश मिलते ही व्यवस्था में लगे अधिकारी-कर्मचारियों ने बिजली सी तेजी दिखाई और कुछ ही पल में महाविद्यालय भवन के कक्षों में सामग्री प्राप्त करने की व्यवस्था कर दी। कलेक्टर बाथम महाविद्यालय भवन के बाहर ही मॉनीटरिंग कर रहे थे। वहीं एसपी आंधी के कारण बिजली अपूर्ति प्रभावित होने से हुए अंधेरे में सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए थे।

गनीमत रही कि टेंट-तंबू में कोई नहीं था

सामग्री लेने के लिए तैनात अधिकारी-कर्मचारी पूर्व में की गई व्यवस्था अनुसार महाविद्यालय परिसर की गई व्यवस्था अनुसार अपनी-अपनी पोजिशन ले चुके थे। जैसे ही आंधी आई और टेंट-तंबू बेकाबू होने लगे तो सभी वहां से हट गए। जिस वक्त आंधी आई, उस वक्त तक मतदान दल भी सामग्री लेकर नहीं लौटे थे। इससे किसी भी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। अगर सामग्री लेने का काम शुरू होने के बाद आंधी ने तबाही मचाई होती तो स्थिति भयावह हो सकती थी।

मतदान दल के सदस्यों ने की प्रशासन की प्रशंसा

सबसे पहले रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र के मतदान दलों का आना शुरू हुआ। इसके बाद रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से मतदान दलों को लेकर बसें महाविद्यालय परिसर पहुंची। इन दलों में शामिल कर्मचारियों की नज़र जैसे ही महाविद्यालय परिसर में मतदान सामग्री लेने के लिए लगाए गए टेंट-तंबू जमींदोज़ देखा तो हैरान रह गए। उन्होंने प्रशासन द्वारा त्वारित की गई व्यवस्थाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। ग्रामीण इलाकों से मतदान कराकर लौटे कर्मचारियों ने बताया कि आंधी के कारण कई स्थानों पर पेड़ और बिजली पोल धराशायी होने से बिजली के तार टूट गए जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हुई। ऐसे में मोबाइल की रोशनी में भी मतदान करवाना पड़ा।

प्राकृतिक आपदा के कारण हुआ व्यवधान

कलेक्टर राजेश कुमार बाथम ने एसीएन टाइम्स से कहा कि प्राकृतिक आपदा के चलते सामगी प्राप्त करने के लिए की गई व्यवस्थाओं में व्यवधान आया है। अभी भी बारिश आने के आसार हैं। इसलिए महाविद्यालय भवन के कक्षों में सामग्री जमा कराने की व्यवस्था की गई है। इस व्यवधान से सामग्री लेने के कार्य में थोड़ा विलंब जरूर हुआ है।

सुरक्षा व्यवस्था पर सतत रख रहे नजर

एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि वैसे तो सभी मतदान दलों और आवश्यकतानुसार स्थानों पर पुलिस बल तैनात है। फिर भी प्राकृतिक आपदा को देखते हुए सभी पुलिस अधिकारियों को चाक-चौबंद रहने के लिए अलर्ट कर दिया गया है। सैलाना, बाजना, आलोट और जावरा के दूरस्थ स्थानों से मतदान दलों को लेकर बसें भी रवाना हो गई हैं।