बड़ी कार्रवाई : मंदिर में गोवंश का सिर फेंकने वाले आरोपियों को रासुका में सेंट्रल जेल भेजा, पुलिस ने रातभर कॉम्बिंग गश्त कर 140 से अधिक अपराधियों पर कार्रवाई की
जावरा के मंदिर में गोवंश का सिर फेंकने के बाद हरकत में आई पुलिस और प्रशासन ने सभी चारों आरोपियों को रासूका में कार्रवाई कर सेंट्रल जेल भेज दिया है। असामाजिक तत्वों और गुंडों की धरपकड़ के लिए एसपी की अगुवाई में बीती रात कॉम्बिंग गश्त भी हुई।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । जिले के जावरा में मंदिर में गाय के बछड़े का सिर काट कर फेंकने के मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों के विरुद्ध रासुका में कार्रवाई की गई है। सभी चारों आरोपियों को सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा की अगुवाई में पुलिस द्वारा बीती रात कॉम्बिंग गश्त की कर प्रभावी कार्रवाई की गई। इस दौरान 134 से अधिक वारंट तामील कराए गए। 81 हिस्ट्रीशीटर गुंडे-बदमाशों को भी चैक किए गए और उनसे डोजियर भी भरवाए गए। एक हिश्ट्रीशीटर बदमाश भी हत्थे चढ़ा।
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जावरा शहर में स्थित जागनाथ मंदिर परिसर में बछड़े का कटा सिर फेंकने के मामले में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी राजेश बाथम ने चार आरोपियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत कार्रवाई की है। उन्होंने आरोपियों को केंद्रीय जेल उज्जैन में तीन माह के लिए निरुद्ध करने का आदेश दिया है। आरोपियों में 24 वर्षीय सलमान पिता मोहम्मद मेव निवासी मेवातीपुरा जावरा, 19 वर्षीय शाकिर पिता शाहिद कुरैशी निवासी जेल रोड जावरा, 40 वर्षीय नौशाद पिता भूरे खां कुरैशी निवासी जूना कबाड़ा जावरा एवं 25 वर्षीय शाहरुख पिता अब्दुल सत्तार निवासी अरब साहब कॉलोनी जावरा शामिल हैं।
निर्मित हो गई थी तनाव की स्थिति
सभी आरोपियों पर 13 व 14 जून की दरमियानी रात 2 से 3 बजे के बीच मंदिर परिसर में गोवंश का अवशेष फेंक कर शांति भंग करने का प्रयास करने का आरोप है। बता दें कि, तड़के पुजारी गौरव गोस्वामी मंदिर पर आरती के लिए पहुंचे तो वहां गोवंश का अवशेष पड़ा नजर आया था। उन्होंने पुलिस व अन्य को सूचना दी थी। इसे लेकर शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में लोग व हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर जावरा नगर बंद कराया था। इस दौरान तनाव की स्थित निर्मित हो गई थी। भीड़ तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े थे।
एसपी की अगुवाई में रातभर चली कॉम्बिंग गश्त
जिले में अपराध व अपराधियों पर नियंत्रण के लिए पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा की अगुवाई में जिले के सभी अनुभागों में सीएसपी और एसडीओपी के नेतृत्व में 15-16 जून की दरमियानी रात से सुबह तक कॉम्बिंग गश्त की गई। सभी अनुभागों में अतिरिक्त एएसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन में अनुभागों के सीएसपी, एसडीओपी एवं थाना प्रभारियों सहित जिले के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने सभी थाना क्षेत्रों में गुंडे, बदमाशों और असामाजिक तत्व पर निगरानी एवं धरपकड़ की। एसपी लोढा ने स्वयं रतलाम सीएसपी अभिनव वारंगे, शहर के चारों थाना प्रभारी एवं पुलिस बल की ब्रीफिंग कर कॉम्बिंग गस्त के लिए रवाना किया।
134 वारंट तामील कराए
जिलेभर में हुई कार्रवाई के दौरान असामाजिक तत्वों की निगरानी करते हुए लगभग 81 हिस्ट्रीशीटर गुंडे, बदमाशों व असामाजिक तत्वों और 53 जिलाबदर को चैक किया गया। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकरणों में वांछित कुल 134 से ज्यादा वारंटों को तामील कराया गया। इनमें लंबे समय से फरार 01 इनामी, 02 फरार, 16 स्थायी और 115 गिरफ्तारी वारंट शामिल हैं। इस दौरान पकड़े गए बदमाशों को अपराध ना करने की हिदायत देते हुए उनसे डोजियर भी भरवाए गए। एसपी लोढ़ा ने बताया कि पुलिस द्वारा गुंडे, बदमाशों एवं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध इस प्रकार की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
एसीएन टाइम्स की अपील
देश की हृदय स्थली मध्यप्रदेश में भी रतलाम हमेशा से शांति का टापू रहा है। कुछ शरारती तत्वों से यह शांति देखी नहीं जाती। इसलिए वे इसे भंग करने का कुत्सित प्रयास कर लेते हैं। ऐसे लोगों से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन द्वारा प्रयास किया जाता है और जावरा की घटना को लेकर भी वे काफी मुस्तैद हैं। एसीएन टाइम्स की भी यही अपील है कि कतिपय शरारती तत्वों की कोशिशों से प्रभावित होकर किसी प्रकार की अप्रिय प्रतिक्रिया देकर शांति को भंग करने के असामाजिक तत्वों के प्रयासों को बल नहीं दें। यह देश, राज्य, जिला, शहर और समाज हम सभी का है, इसकी बेहतरी और सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी भी है।