‘महिलाएं शक्ति का रूप है, एक साथ घर-बाहर दोनों की जिम्मेदारियां निभाना जानती हैं, ईश्वर ने यह सामर्थ्य महिलाओं को ही दिया है, अपनी शक्ति पहचानें'
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग ने महिलाओं को सम्मानित किया। इस मौके पर अतिथियों ने महिलाओं से अपनी शक्ति को पहचानने का आह्वान। उन्होंने कहा कि- ईश्वर ने सिर्फ महिलाओं को यह सामर्थ्य दिया है कि वे घर और बाहर दोनों जगह की जिम्मेदारी पूरी शिद्दत से निभा पाती हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में किया महिला शक्ति का सम्मान
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । महिलाएं शक्ति का रूप हैं। यह क्षमता महिलाओं में ही है कि वे एक साथ दो-दो जिम्मेदारियां (घर और बाहर) की जिम्मेदारियों को पूरी शिद्दत से निभा पाती हैं। यह शक्ति हर महिला में हैं। अतः सभी अपनी शक्ति को पहचानें। शासन और प्रशासन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए अनेक योजनाओं का संचालन किया जाता है। उन्हें इन योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेना चाहिए।
यह बात अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित महिला सम्मान समारोह में अतिथि वक्ताओं ने कही। समारोह बरबड़ हनुमान मंदिर के सामने स्थित विधायक सभागृह पर आयोजित किया गया था। अतिथि सैलाना की पूर्व विधायक संगीता चारेल, पूर्व पार्षद एवं महिला बाल विकास विकास समिति अध्यक्ष सीमा टांक, बीना-कुमार पुरुषोत्तम, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भिड़े, पूनम गुप्ता, पूर्व महापौर डॉ. सुनीता यार्दे, जिला विधिक सहायता अधिकारी पूनम तिवारी, गरिमा-अभिषेक गेहलोत और भाजपा जिला अध्यक्ष थीं। सर्वप्रथम अतिथियों ने जिला कार्यकम अधिकारी रजनीश सिन्हा, सहायक संचालकद्वय रविन्द्र मिश्रा एवं अंकिता पण्ड्या के साथ मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया।
इसके बाद अतिथियों ने कन्या पूजन किया। अतिथियों का सम्मान जिला कार्यक्रम अधिकारी सिन्हा व सहायक संचालक पण्ड्या ने किशोरी बालिका काकुल राजावत के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के बैज लगाकर किया।
नारी शक्ति की अलख जगाता गीत गाया, मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया
समारोह के दौरान पर्यवेक्षक मानिका शुक्ला ने नारी शक्ति को प्रेरित करने वाला गीत गाकर सबका मन मोह लिया। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास द्वारा 8 मार्च से शुरू किए गए “अपराजिता’’ अभियान के तहत किशोरी बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट के प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया गया। प्रशिक्षण शोएब ने दिया। मार्शल आर्ट सीखने के लिए प्रेरित करने हेतु सेल्फी बूथ बनाया गया था जहां बालिकाओं ने सेल्फी लेकर आत्मरक्षा के प्रति अपनी जागरूकता प्रदर्शित की।
महिला अधिकारियों व कर्मचारियों को मिला सम्मान, ड्रेस कोड रहा आकर्षण
अतिथियों द्वारा महिला बाल विकास विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, चिकित्सा विभाग सहित अन्य उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। सभी को कलेक्टर द्वारा जारी प्रमाण-पत्र एवं शील्ड से नवाजा गया। आयोजन में शामिल हुई महिला शक्ति के लिए ड्रेस कोड रखा गया था। सभी महिलाएं फिरोजी रंग के वस्त्रधारण कर शामिल हुईं। इस दौरान विभागीय प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदर्शित की गई। इसके अलावा स्वास्थ्य जांच प्रजोक्ट भी शामिल है। सभी का अवलोकन अतिथियों व अन्य ने किया। आखिर में अतिथियों को जिला कार्यकम अधिकारी सिन्हा, सहायक संचालक पण्ड्या ने स्मृति चिह्न प्रदान किए।
इनकी रही आयोजन में भागीदारी
आयोजन को सफल बनाने में महिला बाल विकास के सहायक वर्ग-1 सत्यनारायण जोशी, सहायक वर्ग 3 यशोदाकुंवर राजावत, सहायक वर्ग 3 पुष्पा नरवरिया, किशोरी बालिका तरन्नुम मंसूरी व काकुल राजावत की उल्लेखनीय भागीदारी रही। संचालन पर्यवेक्षक एहतेशाम अंसारी ने किया। आभार सहायक संचालक रविन्द्र मिश्रा ने माना।
समारोह में महिला एवं बाल विकास के समस्त परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, शासकीय विभागों की महिला कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं उपस्थित रहीं।