अभी तक सिर्फ जनता ही बोल रही थी, अब कलेक्टर ने भी मान लिया कि शहर में ढंग से नहीं हो रही सफाई, बोले- सफाई नहीं होने से ही मलेरिया फैलता है
रतलाम शहर में हो रही सफाई से कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा है कि- जैसी सफाई होनी चाहिए, वैसी नजर नहींं आ रही है। उन्होंने इसमें सुधार की ताकीद नगर निगम आयुक्त से की है ताकि मलेरिया न फैले।
मलेरिया नियंत्रण के संबंध में आयोजित बैठक के दौरान कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को दिए शहर में ठंग से सफाई करवाने के निर्देश
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम शहर में जिस स्तर पर सफाई की अपेक्षा की जा रही है, वह नजर नहीं आ रही है। सबसे ज्यादा बुरा हाल शहर के अंदरूनी इलाकों की नालियों की है। बावजूद यह नगर निगम के जिम्मेदारों को नजर नहीं आ रही है। यह बात अभी तक सिर्फ जनता ही कह रही थी लेकिन अब यह कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने भी स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा है कि जैसी सफाई दिखनी चाहिए वैसी नजर नहीं आरही है। उन्होंने निगम अमले को इसमें सुधार की हिदायत दी है।
कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने मंगलवार को मलेरिया नियंत्रण को लेकर बैठक की। इस दौरान मलेरिया नियंत्रण की कार्ययोजना पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा- नगर निगम रतलाम शहर में सफाई के कार्य में तेजी लाए।शहर में मलेरिया अथवा डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम में नगर निगम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि नगर निगम ठीक ढंग से कार्य करेगा तो शहर में गंदगी की समस्या नहीं होगी। शहर साफ-सुथरा दिखना चाहिए लेकिन अभी ऐसा नजर नहीं आ रहा है। गड्ढों की सफाई, नालों की सफाई नहीं होने से मलेरिया फैलता है, लोग बीमार होते हैं। उन्होंने निगम आयुक्त सोमनाथ झारियों से कहा कि नगर निगम नियोजित ढंग से योजना बनाकर सफाई करे।
जनवरी से अब तक जिले में मलेरिया का एक मामला आया सामने
बैठक में कलेक्टर सूर्यवंशी ने निर्देश दिए कि सभी विभाग समन्वित सहयोग करें ताकि मलेरिया नियंत्रित रखा जा सके। इस मौके पर अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में मलेरिया के मामले में जिले की सुरक्षित स्थिति है। जनवरी से लेकर अब तक इस वर्ष में मात्र एक मलेरिया केस सामने आया है। विभाग ने बताया कि 16 जून से जिले के उन ग्रामों में कीटनाशक का सघन छिड़काव किया जाएगा। जहां विगत कुछ महीनों पूर्व मलेरिया के केस देखने में आए थे। ऐसे चिन्हित ग्रामों की संख्या 12 है।
मलेरिया बचाव की जानकारी दी, ये रहे मौजूद
मलेरिया नियंत्रण के लिए निर्माण विभागों के कार्य स्थलों पर मलेरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी गई। संबंधित विभागों को अपने कार्य दायित्व के निर्वाह हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया। निर्माण विभाग में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, लोक निर्माण, विभाग जल संसाधन शामिल हैं। बैठक में सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, निगमायुक्त सोमनाथ झारिया, कार्यपालन यंत्री जी. के. जायसवाल, स्वास्थ्य अधिकारी ए. पी. सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रमोद प्रजापति एवं गौरव बोरीवाल आदि उपस्थित थे।