छतरपुर पुलिस को सफलता : कर्ज के कारण फ्रेंचाइजी संचालक ने 3 भइयों के साथ मिलकर की 61 लाख की लूट, SP अगम जैन के निर्देशन में हुआ कार्रवाई, 4 आरोपी गिरफ्तार

एटीएम फ्रेंचाइजी के साथ लूट के मामले में पुलिस ने शिकायतकर्ता सहित 4 अरोपियो को गिरफ्तार किया है। फ्रेंचाइजी ने अपने दो सगे और एक ममेरे भाई के साथ मिल कर लूट की साजिश रची थी।

छतरपुर पुलिस को सफलता : कर्ज के कारण फ्रेंचाइजी संचालक ने 3 भइयों के साथ मिलकर की 61 लाख की लूट, SP अगम जैन के निर्देशन में हुआ कार्रवाई, 4 आरोपी गिरफ्तार
मीडिया को लूट की जानकारी देते एसपी अगम जैन।
  • 30 हजार रुपए का इनामा है फ्रेंचाइजी संचालक पर
  • थाना गौरिहार क्षेत्र में रचा गया ता लूट का षड्यंत्र
  • लूटे गए 61 लाख सहित 70 लाख रुपए बरामद
  • देशी कट्टा, 5 मोबाइल फोन, कार, मोटरसाइकिल भी मिली
  • प्रदीप अहिरवार पर लूट, चोरी, दुष्कर्म के हैं 5 केस

एसीएन टाइम्स @ छतरपुर । गौरिहार थाना क्षेत्र मके गहबरा सिचहरी रोड क्षेत्र पर हुई कथित लूट के मामले में खुद फरियादी हिताची कंपी का एटीएम फ्रेंचाइजी मनीष अहरवार ही मास्टरमाइंड निकला। आरोपी मनीष ने कर्ज ज्यादा होने से अपने भाई प्रदीप अहिरवार के साथ मिल कर लूट की साजिश रची थी। मामले में पुलिस ने आरोपी मनीष सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से लूटे गए 60 लाख रुपए सहित कुल 70 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है।

यह खुलासा एसपी अगम जैन ने पत्रकार वार्ता में किया। एसपी जैन ने बताया कि दो दिन पूर्व गौरिहार थाने पर हिटाची कंपनी के एटीएम फ्रेंचाइजी संचालक मनीष ने लूट की शिकायत दर्ज कराई थी। मनीष ने बताया था कि वारदात से एक दिन पूर्व विभिन्न क्षेत्र की एटीएम मशीनों में पैसे भरने हेतु महोबा की एक्सिस बैंक से रुपए निकाले गए थे। वारदात वाले दिन मनीष 61 लाख रुपए से अधिक रुपए लेकर कस्टोडियन के साथ कार से एटीएम में रुपए भरने जा रहे थे। तभी बाइक पर सवार आरोपी प्रदीप एवं रवि ने कार का पीछा कर रुकवाई। आरोपियों ने कट्टा अड़ा कर रुपयों से भरा बैग लेकर भाग खड़े हुए।

आईजी ने घोषित किया था 30 हजार का इनाम

इस आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता के तहत लूट का केस पंजीबद्ध किया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए आसपास के क्षेत्र में नाकेबंदी की गई। पुलिस और साइबर टीम की मदद से तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्य एकत्र किए गए। इस मामले में सागर जोन की पुलिस महानिरीक्षक हिमानी खन्ना ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 30 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। छतरपुर रेंज के डीआईजी ललित शाक्यवार, एसपी अगम जैन ने घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया। तत्पश्चात महोबा पुलिस से समन्वय स्थापित किया गया।

ऐसे जुड़ी कड़ियां और अपराधियों तक पहुंची पुलिस

एसपी जैन ने बताया कि पुलिस टीम को एकत्र तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्य तथा प्रत्यक्षदर्शी से कुछ तथ्य स्पष्ट हुए। इसमें फरियादी मनीष संदेह के घेरे में आया। अतः संदेही के बैंक की डिटेल खंगाले गई। उसका बैकग्राउंड चैक कर तथ्यों की बारीकी से जांच की। संदेही मनीष का पूर्व से इंडिया वन एटीएम फ्रेंचाइजी से 17 लाख रुपए का लेन-देन का विवाद था। उस पर 53 लाख रुपए के ज्यादा का कर्ज भी है। इस तरह कड़ियां जुड़ती गईं और तस्वीर साफ हो गई और पता चला कि फ्रेंचाइजी संचालक मनीष एवं उसके भाई पुष्पेंद्र अहिरवार ने मिलकर उक्त वारदात की साजिश रची थी। वारदात में उसका सगा भाई प्रदीप अहिरवार, ममेरा भाई रवि अहिरवार भी शामिल हैं।

चार आरोपियों को लिया गिरफ्त में

संदेही आरोपी मनीष अहिरवार को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ और निशानदेही पर मनीष तथा तीन अन्य आरोपियों के ठिकाने पर सर्चिंग की गई। इसमें 61 लाख रुपए, 315 बोर का देसी कट्टा, 5 मोबाइल फोन, कार, बाइक सहित कुल 70 लाख रुपए का माल बरामद किया। एसपी ने बताया आरोपियों ने सारी राशि आपस में बांट ली थी। पकड़े गए आरोपियों में से प्रदीप अहिरवार पर लूट, चोरी, दुष्कर्म जैसे 5 केस पूर्व से दर्ज हैं। एसपी ने बताया मामले की जांच अभी भी चल रही है। कुछ और भी क्लू मिले हैं जिससे आने वाले दिनों में कुछ नए खुलासे होंगे।

इन्होंने दिया वारदात को अंजाम, पुलिस ने किया गिरफ्तार

  1. फ्रेंचाइजी संचालक मनीष कुमार पिता भानसिंह अहिरवार निवासी ग्राम लुहेड़ी, थाना श्रीनगर, हालमुकाम महोबा, उ.प्र.।
  2. पुष्पेन्द्रसिंह पिता भानसिंह अहिरवार निवासी गायत्री कॉलोनी नौगांव, थाना नौगांव, जिला छतरपुर (मनीष का सगा भाई)
  3. प्रदीप पिता भानसिंह अहिरवार निवासी गायत्री कॉलोनी, नौगांव थाना, जिला छतरपुर (मनीष का सगा भाई)
  4. रवि पिता रामआसरे अहिरवार निवासी मलका थाना, गढ़ीमलहरा, जिला छतरपुर (ममेरा भाई)