स्वरांजलि : पार्श्व गायक मो. रफी के 101वें जन्मदिवस पर अनुनाद सांस्कृतिक सेवा एवं जनकल्याण समिति की प्रस्तुति 25 दिसंबर को, गीत-संगीत से सजी शाम को इनका सम्मान भी होगा

गायक मो. रफी के 101वें जन्मदिवस पर अनुनाद सांस्कृतिक सेवा एवं जनकल्याण समिति द्वारा 25 दिसंबर को 'तुम मुझे यूं भुला न पाओगे' संगीत निशा का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्र में योगदान देने वाले 7 लोगों का सम्मान भी होगा।

स्वरांजलि : पार्श्व गायक मो. रफी के 101वें जन्मदिवस पर अनुनाद सांस्कृतिक सेवा एवं जनकल्याण समिति की प्रस्तुति 25 दिसंबर को, गीत-संगीत से सजी शाम को इनका सम्मान भी होगा
पार्श्व गायक मो. रफी के 101वें जन्मदिवस पर 'तुम मुझे यूं भुला न पाओगे' 25 दिसंबर को रतलाम में।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । अनुनाद सांस्कृतिक सेवा एवं जनकल्याण समिति द्वारा पार्श्व गायक मोहम्मद रफी के 101वां जन्मदिवस 25 दिसंबर (बुधवार) 2024 को गीत-संगीत के साथ मनाया जाएगा। इस मौके पर समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाले सात लोगों का सम्मान भी किया जाएगा।

अनुनाद सांस्कृतिक सेवा एवं जनकल्याण समिति के अध्यक्ष अजीत जैन एवं संयोजक नरेश यादव ने बताया कि आयोजन 25 दिसंबर को शाम 6.30 से रात 9.30 बजे तक कैलाशनाथ काटजू विधि महाविद्यालय रतलाम में होगा। अनुनाद की विशेष प्रस्तुति ‘तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे’ के माध्यम से पार्श्व गायक के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की जाएगी।

इनका होगा सम्मान

पदाधिकारियों ने बताया कि आयोजन के दौरान वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला को साहित्य, रंगकर्मी एवं पूर्व प्राचार्य ओमप्रकाश मिश्र को कला, शिक्षक विनीता ओझा को शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया जाएगा। इनके अलावा चिकित्सा जगत में उल्लेखनीय कार्य के लिए अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. योगेंद्र सिंह चाहर, जनसेवा के लिए सुरेश सिंह तंवर, खेल के लिए प्रभाकर राव तथा पत्रकारिता के लिए नीरज कुमार शुक्ला को सम्मानित किया जाएगा।

इन्होंने की आयोजन को सफल बनाने की अपील

आयोजन को सफल बनाने की अपील  संरक्षक सुरेंद्र शर्मा, अध्यक्ष अजीत जैन, संयोजक नरेश यादव, आशीष दशोत्तर, प्रदीप पंवार, दिलीप व्यास, अंकिता अकोदिया, अशोक शर्मा, रमनसिंह हारोड़, गणेश मिश्रा, जयंत उपाध्याय, रतन कोल्हे, मनोज जोशी, विक्की अग्रवाल, संजय चौधरी, कुलदीप शर्मा, नरेंद्रसिंह शेखावत, नरेंद्र सिंह पंवार, शोभा शेर, रिदम मिश्रा, अवनि उपाध्याय आदि ने की है।