"व्यंग्य के पंच-प्रपंच" का आयोजन 30 अप्रैल को, जनवादी लेखक संघ का व्यंग्य विधा पर अनूठा प्रयास
जनवादी लेखक संघ द्वारा अनूठा आयोजन किया जा रहा है। यह 30 अप्रैल को होगा। इसमें व्यंगकार अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । समकालीन संदर्भ को व्यंग्य विधा के माध्यम से किस तरह उभारा जा रहा है और वर्तमान विसंगतियों पर एक व्यंग्यकार किस तरह करारा प्रहार कर रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में जनवादी लेखक संघ रतलाम "व्यंग्य के पंच-प्रपंच" का अनूठा आयोजन कर रहा है। यह 30 अप्रैल (रविवार) को सुबह 11:00 बजे महारानी लक्ष्मीबाई कन्याशाला, कोठारी वास, रतलाम पर होगा। इसमें चर्चित व्यंग्यकार अपनी व्यंग्य रचनाओं का पाठ करेंगे।
जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह राठौर एवं सचिव सिद्दीक़ रतलामी ने बताया कि गद्य व्यंग्य लेखन की गंभीर परंपरा एवं व्यंग्य के समकालीन रचनाकार इस आयोजन में व्यंग्य रचनाएं पढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में वरिष्ठ व्यंग्यकार गोविंद सेन (मनावर), जगदीश ज्वलंत (महिदपुर), डॉ. लोकेंद्र सिंह कोट, संजय जोशी 'सजग' एवं आशीष दशोत्तर अपनी व्यंग्य रचनाओं का पाठ करेंगे।
उन्होंने बताया कि व्यंग्य को लेकर रतलाम में अपनी तरह का यह अनूठा आयोजन होगा। उक्त सभी व्यंग्यकार वर्तमान में निरंतर व्यंग्य लेखन से जुड़े होकर देश के प्रमुख व्यंग्य आयोजनों में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करते रहे हैं, जिससे रतलाम के साहित्य प्रेमी भी रूबरू होंगे। नगर के सुधिजनों से उपस्थिति का आग्रह करते हुए प्रो. रतन चौहान, कीर्ति शर्मा, यूसुफ जावेदी, मांगीलाल नगावत ने अपेक्षा की है कि व्यंग्य केन्द्रित इस आयोजन में उपस्थित रहकर अपनी सहभागिता करें।