अलर्ट ! पशुपालकों का ऐलान- 5 रुपए प्रति लीटर ज्यादा दाम मिलने पर ही देंगे दूध, अभा ग्राहक पंचायत का ऐलान- ग्राहकों पर पड़ा आर्थिक भार तो होगा विरोध
रतलाम के दूध उत्पादकों ने दूध के दाम 5 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा है कि यदि वितरक और डेयरी संचालक उन्हें दाम बढ़ा कर नहीं देते हैं तो वे दूध की सप्लाई रोक देंगे। इधर, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने ग्राहकों की आवाज बन कर उन पर पड़ने वाले आर्थिक भार के विरोध की बात कही है।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । चाय के शौकीन और दूध पर निर्भर बच्चों और बड़ों को चिंता में डालने वाली खबर है, क्योंकि जल्दी ही दूध के दाम बढ़ने वाले हैं। दूध उत्पादकों ने ऐलान किया है कि वे अब 5 रुपए प्रति लीटर ज्यादा दाम मिलने पर ही दूध उपलब्ध करवाएंगे। इधर, ग्राहकों पर आर्थिक भार बढ़ने के आसार देखते हुए अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने उनकी आवाज बनने की बात कही है। ग्राहक पंचायत ने दूध के दाम बढ़ाने का निर्णय प्रशासन की सहमति से ही करने का सुझाव दिया है।
रतलाम शहर व आसपास के ग्रामीण इलाकों के दूध उत्पादक किसानों की बैठक मंगलवार को कालिका माता मंदिर प्रांगण में हुई। इसमें भाटी बड़ोदिया, सागोद, मुंदड़ी, बाजेड़ा, कलोरी सहित 20 से अधिक गांवों के दूध उत्पादक शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मौजूदा दाम से 5 रुपए ज्यादा में ही दूध उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। दूध उत्पादकों का कहना है कि वर्तमान में वे 51-52 रुपए प्रति लीटर में दूध वितरकों को उपलब्ध करवाते हैं। परंतु 1 मार्च से वे 55-56 रुपए से कम दाम में दूध उपलब्ध नहीं करवाएंगे।
उत्पादन लागत बढ़ी, दाम नहीं
दूध उत्पादकों का तर्क है कि दुधारू पशुओं के साथ ही, खली, कपास्या, भूसा आदि सभी चीजें महंगई हुई है। हरा चारा भी काफी महंगा है। इससे दूध की उत्पादन लागत बढ़ गई है जिसकी तुलना में उन्हें दाम कम मिल रहे हैं। इससे उन्हें घाटा हो रहा है। इसलिए दाम बढ़ाना जरूरी हो गया है। बैठक में दूध उत्पादक संघ के अध्यक्ष बाबूला चौधरी, ईश्वरलाल, मुन्नालाल, निरजंन (कलोरी), प्रदीप चंदोड़िया, हीरालाल गुर्जर, विनोद डाबड़ी आदि मौजूद रहे।
पिछली बार दिया था आश्वासन, इस बार भी नहीं बढ़े तो रोक देंगे सप्लाई
मुंदड़ी निवासी दूध उत्पादक बाबूलाल चौधरी का कहना है कि पिछले वर्ष भी दूध के भाव बढ़ाने के लिए कहा था। तब डेयरी संचालकों एवं दूध वितरक संघ ने गर्मी में 4 रुपए प्रति लीटर दाम बढ़ा कर देने का आश्वासन दिया था किंतु अब तक दाम नहीं बढ़ाए। इसलिए हमने 1 मार्च से 5 रुपए प्रति लीटर भाव बढ़ाने का फैसला किया है। अगर दूध वितरक एवं डेयरी संचालकों ने हमारे फैसले को नहीं माना तो हम उन्हें दूध की सप्लाई नहीं करेंगे। चौधरी का कहना है कि दूध उत्पादक लोगों को परेशान नहीं होने देंगे, स्वयं गांव से अच्छी गुणवत्ता वाला दूध लाकर लोगों को देंगे। दाम भी कम लगेगा।
...तो लोगों को इतने में मिलेगा दूध
उत्पादकों (पशुपालकों) से दूध 51 से 52 रुपए प्रति लीटर में दूध वितरकों और डेयरी संचालकों को मिलता है। वे यही दूध जनता को 55 से 56 रुपए प्रति लीटर में उपलब्ध करवाते हैं। यदि उत्पादक अपनी बात पर अड़े रहते हैं और वितरक व डेयरी संचालक उनसे 5 रुपए प्रति लीटर बढ़ा कर दूध लेने को तैयार हो जाते हैं तो वे उपभोक्ताओं को तकरीबन 60 रुपए प्रति लीटर के दाम पर उपलब्ध करवाएंगे। दाम इससे भी ज्यादा बढ़ सकते हैं।
...तो ग्राहक पंचायत बनेगी ग्राहकों की आवाज
उत्पादकों द्वारा दूध के दाम बढ़ाए जाने के ऐलान के चलते अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष अनुराग लोखंडे ने इस बारे में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की प्रीति मंडवारियों से बात की। उन्होंने कहा कि दूध के दाम को लेकर कोई भी निर्णय विभाग और प्रशासन की सहमिति या मार्गदर्शन में ही लिया जाना चाहिए। लोखंडे ने एसीएन टाइम्स को बताया कि यदि ग्राहकों पर बगैर युक्ति-युक्त कारण और प्रशासन की सहमिति के बिना आर्थिक भार डाला जाता है तो अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत विरोध दर्ज कराएगी। ग्राहक पंचायत ग्राहकों की आवाज बनेगी।