कॉलेज हैं या मजाक ! रतलाम जिले के ये नर्सिंग कॉलेज जांच में मिले अनफिट, जानें- किस कॉलेज में कितनी खामियां मिलीं, क्या अब भी यहां बच्चों कराएंगे एडमिशन ?
उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई द्वारा की गई जांच में रतलाम के 7 नर्सिंग कॉलेज अनफिट पाए गए हैं। न्यायालय के एक आदेश के चलते एएनएम और जीएनएम की प्रथम वर्ष की परीक्षा भी स्थगित कर दी गई है।
नीरज कुमार शुक्ला
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेज घोटाले ने सरकारी सिस्टम और नियम कानूनों की बखिया उधेड़कर रख दी है। इसमें सात कॉलेज रतलाम जिले के शामिल हैं। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई द्वारा शुरू की गई जांच में यहां काफी खामियां मिली हैं। नतीजतन मप्र नर्सिंग काउंसिल ने इन्हें निर्धारित मापदडों में अनफिट पाया है।
मध्यप्रदेश का नर्सिंग कॉलेज घोटाला भी व्यापमं की तरह ही साबित हो रहा है। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद घोटाले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। इसमें लगातार अनियमितताएं उजागर हो रही हैं। सीबीआई के स्तर पर हुई जांच की रिपोर्ट को मप्र नर्सिंग काउंसिल द्वारा दो दिन पूर्व ही काउंसिल के पोर्टल पर अपलोड करने के आदेश हुए हैं। इसके बाद जांच रिपोर्ट अपलोड भी कर दी गई।
इस रिपोर्ट के अनुसार रतलाम जिले के सात नर्सिंग कॉलेजों में अभी तक काफी कमियां पाई गई हैं। ये कॉलेज नियमों की अवहेलना करते हुए संचालित हो रहे हैं। जांच के फेर में उलझे विद्यार्थियों की परीक्षाएं भी नहीं होने से उनका भविष्य भी अंधकारमय हो गया है। यही कारण है कि जांच में इन सभी नर्सिंग कॉलेज को अनफिट माना गया है।
प्रथम वर्ष की मुख्य परीक्षा स्थगित
बताते चलें कि, मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने 04 से 07 दिसंबर तक होने वाली 2022-23 की ए.एन.एम. / जी.एन.एम. पाठ्यक्रम की प्रथम वर्ष की मुख्य परीक्षा को स्थगित कर दिया है। काउंसिल के अनुसार 2022-23 के नामांकन फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 18 नवंबर 2024 निर्धारित की गई थी। उच्च न्यायालय के समक्ष लंबित रिट याचिका क्रमांक 1080/2022 एवं रिट याचिका क्रमांक 34674/2024 में न्यायालय द्वारा नामांकन प्रक्रिया को एक सप्ताह बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं। वहीं रिट याचिका क्रमांक 32798/2024 में उच्च न्यायालय ने 21 नवंबर 2024 के आदेश के अनुसार लंबित प्रकरण के निराकरण तक नामांकन की तारीख को निरंतर रखने के आदेश दिए हैं। इसलिए परीक्षा निरस्त की गई है। नई तारीखों की जानकारी अलग से दी जाएगी। सत्र 2020-21 जी.एन.एम. तृतीय वर्ष एवं सत्र 2021-22 ए.एन.एम. / जी.एन.एम. द्वितीय वर्ष की परीक्षा निर्धारित तारीख 04/12/2024 से 07/12/2024 तक ही संपन्न होगी।
किस कॉलेज में क्या अनियमितता मिली
माही इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग, सैलाना
- संस्थान का कुल निर्मित क्षेत्रफल 15,085 वर्ग फीट (लगभग) है जो कि INC/MPNRC मानदंडों से कम है।
- कॉलेज में PB BSc छात्रों के लिए मापदंड अनुसार 02 कक्षाएँ उपलब्ध नहीं हैं।
- सभी लैबोरेटरी का आकार INC के मानदंडों द्वारा निर्धारित आकार से छोटा है।
- संस्थान के प्राचार्य राजस्थान राज्य में पंजीकृत हैं और उन्होंने 15.09.2022 को MPNRC में माइग्रेशन के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक MPNRC को मूल दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए हैं।
- उप प्राचार्य भी राजस्थान में पंजीकृत हैं और उन्होंने पंजीकरण के लिए MPNRC में आवेदन किया है।
- यहां के 2 एसोसिएट प्रोफेसर और 3 सहायक प्रोफेसर भी राजस्थान राज्य में पंजीकृत हैं। 1 सहायक प्रोफेसर तो यूपी में पंजीकृत हैं। इन सभी ने अलग-अलग तारीखों पर MPNRC में पंजीकरण के लिए आवेदन किया है। किसी भी Sc. फैकल्टी ने MPNRC को दस्तावेज जमा करने की रसीद प्रस्तुत नहीं की जिससे उस पर कोई विचार नहीं किया जा सकता है।
- यहां कार्यरत सिर्फ 15 फैकल्टी सदस्य ही पात्र पाए गए। इसलिए 1:10 छात्र / शिक्षक का अनुपात मेंटेन नहीं हो रहा है।
- छात्रों के लिए कोई कॉमन रूम नहीं मिला।
- 2020-21, 2021-22 और 2022-23 के Sc. और GNM के किसी भी छात्र को कभी भी मानसिक अस्पताल प्रशिक्षण के लिए तैनात नहीं किया गया।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
आधार कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सैलाना
- कक्षाओं का आकार मानदंडों से कम है।
- लाइब्रेरी में पुस्तकों की संख्या की कमी है।
- लैबोरेटरी में उपकरणों की कमी है।
- अलग से कोई कम्प्यूटर लैब नहीं है।
- निरीक्षण के दौरान A V Aid लैब नहीं मिली।
- फैकल्टी रूम तथा छात्र और छात्राओं के लिए कॉमन रूम उपलब्ध नहीं हैं।
- यहां छात्र-शिक्षक अनुपात 1:10 है, लेकिन फैकल्टी सदस्यों में मानदंडों के अनुसार शिक्षण अनुभव और योग्यता की कमी है।
- निरीक्षण के समय कोई एचओडी कक्ष नहीं मिला।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
सैलाना कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सैलाना
- प्राचार्य, उप प्राचार्य, प्रोफेसर, एसोसिएटेड का 01 पद और नामांकित प्रोफेसर के 04 पद पात्र लोगों के पास नहीं हैं। इन पदों को रिक्त माना गया है।
- OBG और पिडियाट्रिक लैब, कंप्यूटर और AV Aid लैब और एडवांस स्किल लैब निर्धारित मापदंड से छोटी हैं।
- फंडामेंटल लैब, पोषण लैब और सामुदायिक लैब में सामग्री और उपकरण पर्याप्त नहीं हैं।
- लाइब्रेरी का क्षेत्रफल, पुस्तकों की संख्या और नर्सिंग पत्रिकाओं की दृष्टि से अपर्याप्त है। चालू वर्ष के लिए कोई सदस्यता नहीं मिली।
- किसी भी लैबोरेटरी में उपयोग रजिस्टर का रखरखाव नहीं किया जाता है।
- 6 सोसायटी सदस्यों की अद्यतन सूची प्रस्तुत नहीं की गई। इसकी समय सीमा 10.2023 को ही समाप्त हो गई थी।
- छात्रों की मानसिक पोस्टिंग केवल वर्ष 2020-21 और 2022 के लिए की गई थी। इसके बाद पोस्टिंग नहीं की गई।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
आरोग्य इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग, रतलाम
- छात्र और छात्राओं के लिए कॉमन रूम, फैकल्टी रूम और वाइस प्राचार्य का कमरा उपलब्ध नहीं है।
- गैर नर्सिंग विषयों को पढ़ाने के लिए बाहरी फैकल्टी सदस्य उपलब्ध नहीं हैं।
- एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर मानदंडों के अनुसार उपलब्ध नहीं हैं।
- लाइब्रेरी का क्षेत्रफल और पुस्तकों की संख्या भी अपर्याप्त है। चालू वर्ष के लिए कोई नर्सिंग जर्नल सब्सक्राइब नहीं किया गया।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
सरदार पटेल कॉलेज ऑफ नर्सिंग, जावरा
- पैरेंट अस्पताल में 100 बेड की अनुमति के मुकाबले केवल 42 बेड पाए गए।
- पोषण लैब, कंप्यूटर लैब और AV Aid लैब का आकार INC मानदंडों से कम है।
- फंडामेंटल लैब और पोषण लैब में मौजूद आर्टिकल्स और उपकरण मानदंडों से कम हैं।
- लाइब्रेरी का आकार INC मानदंडों के अनुसार कम है।
- स्वीकृत सीटों के अनुसार स्टाफ रूम की संख्या कम है।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
डॉ. एमबी शर्मा नर्सिंग कॉलेज, रतलाम
- संस्थान में 13 कक्षाएं होनी चाहिए जबकि 10 ही उपलब्ध हैं।
- छात्रों की संख्या के मुकाबले पुस्तकों की संख्या कम है और लाइब्रेरी भी अपर्याप्त है।
- कोई प्रोफेसर या एसोसिएट प्रोफेसर नियुक्त नहीं किया गया है।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
माही स्कूल ऑफ नर्सिंग, सरवन
- GNM और B.Sc. नर्सिंग के लिए कक्षाओं का आकार मानदंडों के अनुसार कम है।
- कम्प्यूटर लैब, AV Aid लैब और लाइब्रेरी का आकार मानक के अनुसार छोटा है।
- कुल 22 टीचिंग फैकल्टी में से 04 ट्यूटर्स के पास एक वर्ष से कम अध्यापन का अनुभव है। यह मापदंड के अनुरूप नहीं है।
परिणाम : कॉलेज अनफिट।
बड़ा सवाल ? क्या आप अब भी दिलवाएंगे एडमिशन
अभी तक उक्त सभी नर्सिंग कॉलेज सरकार और जनता को चूना लगा रहे थे। अभी भी इनकी दशा में कोई सुधार नहीं हुआ है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आप अब भी ऐसे नर्सिंग कॉलेज में अपने बच्चों को प्रवेश दिलवाएंगे? प्रवेश दिलवाने से पहले अपने बच्चों के भविष्य के बारे में अवश्य सोचें। बेशक, ऊपर दर्शाई गई गई कमियां आपके लिए कोई मायने नहीं रखती हों लेकिन यदि शासन इनके बंद करने का फरमान निकालता है तो बच्चों का भविष्य बिगड़ना तय है।