‘रहें ना रहें हम...’ और ‘महका करेंगे…’ जैसे गीतों से भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर को दी स्वरांजलि
75 स्वराज अमृत महोत्सव समिति द्वारा स्वर सरिता म्यूजिकल ग्रुप के सहयोग से संगीत संध्या का आयोजन किया। इसमें स्थानीय कलाकारों ने भारतरत्न लता मंगेशकर द्वारा गाए गीत प्रस्तुत किए।
स्वर सरिता म्यूज़िकल ग्रुप और 75 स्वराज अमृत महोत्सव समिति ने गीत-संगीत का अऩूठा आयोजन
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । भारतरत्न व स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर की याद में रविवार शाम राजपूत बोर्डिंग में संगीत निशा का आयोजन हुआ। स्वर सरिता म्यूज़िकल ग्रुप 75 स्वराज अमृत महोत्सव समिति के आयोजन में कलाकारों ने स्व. लता के ‘रहें ना रहें हम...’ और ‘महका करेंगे…’ जैसे गीतों से सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संगीत संध्या की शुरुआत अमृत महोत्सव के संयोजक महेंद्र गादिया, विप्पी छाबड़ा, सामाजिक संस्था हमलोग के अध्यक्ष सुभाष जैन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की रागिनी यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। इस मौके पर संयोजक गादिया ने कहा स्वराज अमृत महोत्सव समिति द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य शहर की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है। अधिकतर मौकों पर हम देश या विदेशी कलाकारों को बुलाते हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारे शहर में भी प्रतिभाएं मौजूद हैं। रागिनी यादव ने कहा कि हम क्रांतिकारियों के बलिदान को भूलने लगे हैं। आम लोगों के बीच यह बात पहुंचाने का काम स्वराज अमृत महोत्सव समिति द्वारा किया जा रहा है।
इन गीतों से आबाद हुई शाम
इसके बाद सिंगल व ड्यूएड गीतों की प्रस्तुतियां हुईं। अल्फिया खान ने ‘मां सरस्वती शारदे…’ पर नृत्य की प्रस्तुति पर हाल दर्शकों की तालियों से गूंज उठा। विजय पाठक ( इंदौर) ने परदेसियों से अखियां मिलना, अल्फिया खान ने ‘रहें ना रहें हम...’, ‘रिदम ने सुन साहिबा सुन...’, जलज शर्मा ने ‘यारा सिली सिली…’ व भुवनेश पंडित ने ‘चंदा ओ चंदा…’ गीत की प्रस्तुति दी। इसके अलावा कलाकारों ने एक से बढ़कर एक ड्यूएड गीत प्रस्तुत किए।
तिलक लगाकर भेंट किए रुद्राक्ष
अंत में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार युवा भारत जिला रतलाम मध्यप्रदेश पश्चिम संगठन के प्रभारी विशाल कुमार वर्मा, विमलेश वर्मा, जिला यज्ञ प्रभारी ज्योतिषाचार्य पं. संजय शिवशंकर दवे, युवा भारत महामंत्री नित्येंद्र आचार्य द्वारा मां भारती का स्मरण लिए अतिथियों व समस्त श्रोताओं को तिलक कर मंत्रोच्चार कर रुद्राक्ष महाप्रसादी भेंट की। संचालनकर्ता आशीष दशोत्तर ने लता के संगीत सफर को लेकर अहम् ऐतिहासिक जानकारियां दीं। आभार ग्रुप के पंडित ने माना।