मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान : 22 हजार से अधिक आवेदन आए, 20 हजार का कर दिया निराकरण, 61 लर्निंग लाइसेंस बने
मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। अब तक मिले 22 हजार आवेदनों में 20 हजार का निराकरण किया गया। 61 लर्निंग लाइसेंस भी बनाए गए।
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पहल पर प्रदेश के साथ-साथ रतलाम जिले में भी मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान चल रहा है। अभियान 31 मई तक चलेगा। इसमें अभी तक 15 विभागों की 67 योजनाओं का लाभ देने के लिए 22 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं जिनमें से 20 हजार का निराकरण भी किया जा चुका है।
कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि 12 मई तक जिले के शासकीय कार्यालयों में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत शिविर आयोजित हुए। इनमें 22 हजार 102 से अधिक हितग्राहियों के आवेदन-पत्र प्राप्त हुए। इनमें से 20 हजार 857 आवेदन-पत्रों का मौके पर निराकरण किया गया। इनमें से 29 आवेदन अस्वीकृत किए गए, 1199 आवेदन विभाग स्तर पर लंबित हैं। 17 आवेदन अपूर्ण होने के कारण लंबित हैं।
कोई बच्चा जन्म प्रमाण पत्र से वंचित न रहे
कलेक्टर सूर्यवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के दौरान आयोजित हो रहे कैम्प का औचक निरीक्षण किया जाएगा। जहां पर नागरिकों, ग्रामीणों के आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। कलेक्टर ने पीएम किसान सम्मान निधि, सीमांकन, नामान्तरण एवं खसरा-खतौनी के किसानों के प्रकरणों का निपटारा मौके पर करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि 67 सेवाओं से संबंधित एक भी हितग्राही वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि 0 से 2 वर्ष तक के बच्चों को जन्म प्रमाण-पत्र अनिवार्य रूप से मिले, एक भी बच्चा जन्म प्रमाण-पत्र से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के घर-घर जाकर पीले चावल कर देकर उन्हें कैम्प के लिये आमंत्रित किया जाये। जिले का आंकडा उसी दिन पोर्टल पर फीड किया जा रहा है। इसलिये निराकरण की संख्या भी जिले स्तर पर सूचित करें।
निराकरण नहीं होने तक रहेंगे संपर्क में
कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि भवन स्वामी को भवन अनुज्ञा पत्र भी दिया जाए, जो व्यक्ति चाहते हैं। कैम्प में कई ऐसे आवेदन प्राप्त हुए होंगे, जो अन्य विभागों से संबंधित होंगे, उन आवेदनों को एकजाई कर शिविर समापन के बाद संबंधित अधिकारियों को निराकरण के लिए सौंपे। जब तक निराकरण न हो जाए, तब तक उनके संपर्क में रहें। उन्होंने कहा कि राजस्व ग्राम के अलावा मजरा, टोलों में भी पहुंचकर आवेदन प्राप्त करें और उनका 31 मई तक निराकरण कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कई पात्र व्यक्ति जैसे पेंशन बंद हो गई है, राशन मिलना बंद हो गया है, उनके आवेदन प्राप्त करें और उन्हें लाभ दिलाकर योजना को सफल बनाएं।
शिविर लगने से पहले गांवों में करवाएं मुनादी
कलेक्टर सूर्यवंशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एक भी व्यक्ति गांव में नामान्तरण, बटवारा, सीमांकन, भवन अनुज्ञापन से वंचित न रहे। गांव में 0 से 2 वर्ष तक के बच्चों का जन्म प्रमाण-पत्र हर हाल में दिलाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस अभियान में अधिकारी शिविर से एक दिन पहले और शिविर वाले दिन कोटवार के माध्यम से मुनादी कराई जाए, कि सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए शिविर गांव में ही लग रहा है। अब लोगों को तहसील, जिले के चक्कर नहीं लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि गांव में जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई है, उसके परिजन को इस अभियान के दौरान मृत्यु प्रमाण-पत्र दिलाना सुनिश्चित किया जाए। योजनाओं से पात्र व्यक्ति छूटना नहीं चाहिए।
61 छात्र-छात्राओं के बने लर्निंग लाइसेंस
मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के दूसरे चरण में लर्निंग लाइसेंस बनाने का काम भी किया जा रहा है। इस क्रम में शुक्रवार को जिला परिवहन कार्यालय कैंप आयोजित किया गया। इसमें 61 छात्र-छात्राओं के लर्निंग लाइसेंस बनाए गए। लर्निंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया के संबंध में जिले के समस्त कॉलेजो के प्राचार्यों को भी जिला परिवहन अधिकारी दीपक माझी द्वारा ट्रेनिंग दी गई। प्राचार्य अब अपने-अपने कॉलेज में सभी विद्यार्थियों के लर्निंग लाइसेंस बना सकेंगे।