चीन ने फिर की गुस्ताखी : तवांग में LAC के पास भारतीय व चीनी सैनिकों में झड़प, कई सैनिक जख्मी

चीन अपनी हरकतों पर बाज नहीं आ रहा है। चीनी सेना ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में एलएसी पार करने की कोशिश की। हालांकि भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों का मुकाबला करते हुए पीछे धकेल दिया।

चीन ने फिर की गुस्ताखी : तवांग में LAC के पास भारतीय व चीनी सैनिकों में झड़प, कई सैनिक जख्मी
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय व चीनी सेना में झड़प।

एसीएन टाइम्स @ नई दिल्ली । चीन ने एक बार फिर भारत के खिलाफ गुस्ताखी की है। अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में LAC पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तवांग सेक्टर में LAC पर दोनों सेनाओं के बीच 9 दिसंबर की रात झड़प हुई। इसमें दोनों पक्ष के सैनिक मामूली घायल हुए हैं। 

चीन 2006 से लगातार तवांग सेक्टर के कुछ हिस्सों पर अपना दावा जता रहा है। इसे लेकर चीन और भारत के बीच तनाव की स्थित बनी रहती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तवांग में चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी 9 दिसंबर की रात LAC तक पहुंच गई थी। यह बता चलते ही सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों ने पूरी ताकत से चीन के इस कदम का विरोध किया। इसके चलते दोनों ही सेनाओं में झड़प हो गई। भारत के जवानों ने LAC तक पहुंचने की कोशिश कर रही चीनी सेनाओं को पीछे धकेल दिया है।

बताया जा रहा है कि इस झड़प में चीन के सैनिक ज्यादा घायल हुए हैं। हालांकि चीन अभी यह स्वीकार करने को तैयार नहीं है। झड़प के बाद भारत के कमांडरों ने शांति बहाली के लिए चीनी कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग भी की। दावा किया जा रहा है कि मामले को सुलझा लिया गया है।

पहले भी होती रही हैं झड़पें

  • देशों की सेना पूर्वी लद्दाख के गोगरा-हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में ‘पेट्रोलिंग प्वाइंट 15' पर मौजूद थे। सितंबर में समन्वित और योजनाबद्ध तरीके से दोनों ही देशों ने अपने सैनिकों के पीछे हटने का ऐलान किया। अगले ही पल चीन अपनी बाद से मुकर गया और अपने सैनिकों को पीछे हटाने से साफ इनकार कर दिया था।
  • 15 जून 2020 को लद्दाख के गलवान घाटी में दोनों सेनाओं में झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 सैनिक शहीद और चीन के 38 सैनिक मारे गए थे। तब भी ज्यादा नुकसान होने के बाद भी चीन ने सिर्फ 4 सैनिकों के मारे जाने की ही पुष्टि की थी।

चीन दक्षिणी तिब्बत को बताता है अपना, 21 जगह के नाम भी बदले

चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह भारत के सीमावर्ती इलाकों पर भी अपना अधिकार जताता रहता है। पिछले साल चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगे क्षेत्र में 15 स्थानों के नाम बदल दिए थे। ये नाम चीनी और तिब्बती थे। ऐसा करते समय चीन की सिविल अफेयर्स मिनिस्ट्री ने दावा किया था कि हमने अपनी प्रभुसत्ता और इतिहास के आधार पर यह कदम उठाया है। चीन ने इससे पहले भी 6 जगह के नाम बदल दिए थे। ऐसा 2017 में हुआ था। चीन का दावा है कि दक्षिणी तिब्बत उसका है। उसका आरोप है कि भारत ने तिब्बत के इलाके पर कब्जा कर लिया और उसे अरुणाचल प्रदेश बना दिया।