3 दिन का इंतजार और : 84 टेबलों पर 95 राउंड में पूरी होगी रतलाम जिले के 9 लाख 19 हजार से अधिक मतों की गणना, पहले आएगा रतलाम ग्रामीण का परिणाम
रतलाम जिले की पांचों विधानसा सीटों की मतगणना 3 दिसंबर को होगी। सबसे पहले रतलाम ग्रामीण विधानसभा और आखिर में जावरा का परिणाम सामने आएगा।
राजेश मूणत
एसीएन टाइम्स @ रतलाम। जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र में किसके किस ताज सजेगा, इसका तीन दिन और इंतजार करना होगा। तीन दिन बाद 3 दिसंबर (रविवार) को सुबह 8.00 बजे से जिला मुख्यालय पर कला एवं विज्ञान महाविद्यालय पर मतों की गणना शुरू हो जाएगी। 17 नवंबर को डाले गए 9,19,040 मतों की गणना 84 टेबलों पर कुल 95 में राउंड में पूरी होगी। सबसे पहले रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का परिणाम आएगा और आखिर में जावरा विधानसभा क्षेत्र का।
रतलाम जिले के राजनीतिक दलों और निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले 40 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 17 नवंबर को ईवीएम में कैद हो गया था। इनमें कहां किसका भाग्य चमका, यह 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना से पता चलेगा। इसके लिए प्रशासन द्वारा सारी तैयारी कर ली गई है। मतगणना क लिए शासकीय कला एवं विज्ञान महाविधालय के विभिन्न कक्षों में कुल 84 गणना टेबलें लगेंगी। पांचों सीटों के लिए डाले गए मतों की गिनती 95 राउंड में पूरी होगी।
जिले का पहला परिणाम रतलाम ग्रामीण सीट का आएगा। यहां कुल 05 प्रत्याशी मैदान में थे। यहाँ सबसे कम 18 चक्रों में वोटों की गिनती पूरी होगी। सबसे ज्यादा समय जावरा विधानसभा सीट की मतगणना में लगेगा। यहां से कुल 08 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। इस सीट की गिनती 20 चक्रों मे पूरी होगी। शहर, सैलाना और आलोट विधानसभा के मतों की गिनती 19 चक्रों में पूरी होगी। इन विधानसभा क्षेत्रों में क्रमशः 08, 10 और 09 प्रत्याशी के भाग्य का फैसला होना है।
पहले होगी डाक मतपत्रों की गणना
डाक मतपत्र के परिणाम सबसे पहले आएंगे। इसके लिए रतलाम ग्रामीण विधानसभा सीट के लिए एक टेबल लगेगी। जबकि रतलाम शहर सीट के डाक मतपत्र गिनने के लिए चार टेबलें लगेंगी। सैलाना और आलोट क्षेत्र के डाक मतपत्रों की गिनती दो-दो टेबलों जबकि जावरा सीट की गिनती लिए तीन टेबलों पर होगी।
हर गणना टेबल पर 3 कर्मचारी होंगे तैनात
निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक गणना टेबल पर एक गणना पर्यवेक्षक, एक गणना सहायक और एक सूक्ष्म प्रेक्षक की नियुक्ति की है। जबकि डाक मतपत्र की गणना के लिए सहायक रिटर्निंग अधिकारी की उपस्थिति अनिर्वाय की गई है। निर्वाचन आयोग के साथ प्रत्येक टेबल पर उम्मीदवार की ओर से नियुक्त गणन अभिकर्त्ता भी मौजूद रहेगा। आरओ टेबल पर उम्मीदवार या उसका अभिकर्ता मौजूद रहेगा। मतगणना के लिए प्रशिक्षण के साथ ही पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। सम्पूर्ण परिसर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में भी रहेगा।
85 प्रतिशत मतदाताओं ने डाले थे वोट
बता दें कि, विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए जिले में औसत 83.62 प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान प्रतिशत के मामले में जिले की अजजा आरक्षित सैलाना सीट प्रदेश में पहले स्थान पर रही जहां 90 प्रतिशत से ज्यादा मत गिरे। अजजा के लिए आरक्षित रतलाम ग्रामीण और सैलाना सीटों पर लोगों में मतदान को लेकर काफी उत्साह रहा था। स्थिति यह थी कि मतदान के अंतिम समय शाम 6.00 बजे के बाद भी 19 केंद्रों पर 1759 मतदाताओं ने देर तक रुककर वोट डाले थे। इस तरह रतलाम ग्रामीण सीट पर 86.25, रतलाम शहर सीट पर 73.55, सैलाना सीट पर 89.50, जावरा सीट पर 85.48 तथा आलोट सीट पर 83.33 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था।
पूर्व के दो चुनावों में यह रही थी स्थिति
वहीं वर्ष 2018 के निर्वाचन में जिले में 81.91 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसमें जिले की रतलाम ग्रामीण सीट पर 83.77, रतलाम शहर सीट पर 71.78, सैलाना सीट पर 85.27, जावरा सीट पर 82.28 तथा आलोट सीट पर 80.88 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके पूर्व 2013 में भी रतलाम ग्रामीण अजजा सीट पर 79.32, रतलाम शहर सीट पर 68.32 एवं सैलाना अजजा सीट पर 77.97, जावरा सीट पर 79.06 तथा आलोट सीट पर 78.94 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिले में मतदान का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। गौरतलब है कि 2013 में जिले की पांचों सीटों पर भाजपा जबकि 20218 में तीन सीटों (रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण और जावरा) पर भाजपा और दो (आलोट और सैलाना) पर कांग्रेस ने जीती थी। इस बार के चुनाव में रतलाम शहर को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर निर्दलीय और जयस ने मुकाबलों को संघर्ष के मोड़ पर खड़ा कर दिया है। इससे इस बार गणना कक्षों मे गहमा-गहमी ज्यादा रहने के आसार हैं।
किस विधानसभा क्षेत्र से कौन प्रत्याशी मैदान में
219 रतलाम ग्रामीण (अजजा)
- मथुरालाल डामर – भाजपा
- लक्ष्मणसिंह डिंडोर – कांग्रेस
- डॉ. अभय ओहरी – निर्दलीय
- संजय भाभर – बसपा
- नानालाल खराड़ी - निर्दलीय
220 रतलाम शहर
- चेतन्य काश्यप – भाजपा
- पारस सकलेचा दादा – कांग्रेस
- जहीरउद्दीन – बसपा
- आफरीन बी – सपा
- मोहम्मद जफर – यूनेपा
- विजयसिंह यादव - भारतीय स्वर्णिम युग पार्टी
- अरुण राव – निर्दलीय
- मोहनसिंह सोलंकी – निर्दलीय
221 सैलाना अजजा
- हर्ष विजय गेहलोत – कांग्रेस
- संगीता चारेल – भाजपा
- कमलेश्वर डोडियार – निर्दलीय
- धर्मेंद्र मईड़ा – जदयू
- नवीन डामोर – भाट्रापा
- शंकरलाल – बसपा
- सूरज भाभर – निर्दलीय
- पवन – निर्दलीय
- वागेश्वर मईड़ा – निर्दलीय
- भूरी सिंघाड़ – निर्दलीय
222 जावरा
- डॉ. राजेंद्र पांडेय – भाजपा
- वीरेंद्रसिंह सोलंकी – कांग्रेस
- जीवनसिंह शेरपुर – निर्दलीय
- दशरथलाल आंजना – बसपा
- दिलावर खान – आसपा
- विजयसिंह यादव - भारतीय स्वर्णिम युग पार्टी
- निर्दलीय मोहन परिहार – निर्दलीय
- रामेश्वर डाबी – निर्दलीय
223 आलोट (अजा)
- मनोज चावला – कांग्रेस
- चिंतामणि मालवीय – भाजपा
- प्रेमचंद गुड्डू – निर्दलीय
- गोवर्धन परमार – आसपा
- पुष्पेंद्र सूर्यवंशी – निर्दलीय
- नागूलाल -निर्दलीय
- लक्ष्मण चंद्रवंशी – निर्दलीय
- प्रहलाद वर्मा – निर्दलीय
- किशोर मालवीय - निर्दलीय