दिव्यांगों ने सामान्य बच्चों की तरह दिखाया दम, कोई कुर्सी के लिए सरपट दौड़ा तो किसी ने चित्रकारी कर जीत लिया निर्णायकों का दिल
विश्व दिव्यांग दिवस (3 दिसंबर) के उपलक्ष्य में सैलाना जनपद में खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर दिव्यांग विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
सैलाना जनपद शिक्षा केंद्र में हुआ विकासखंड स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन, विद्यार्थियों को मिले पुरस्कार
एसीएन टाइम्स @ रतलाम । विश्व दिव्यांग दिवस (3 दिसंबर) के उपलक्ष्य में सैलाना के जनपद शिक्षा केंद्र में विकासखंड स्तरीय खेल-कूद स्पर्धा का आयोजन किया गया। इसमें दिव्यांग विद्यार्थियों ने शारीरिक रूप से सामान्य बच्चों की तरह ही दम दिखाया। किसी ने कुर्सी पर काबिज होने के लिए सरपट दौड़ लगाई तो किसी ने कैनवास पर खींच दिया सजीव चित्र। अतिथियों ने विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर इसी प्रकार खेल सहित हर क्षेत्र में उत्साह से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का आह्वान किया।
विकासखंड स्तरीय खेल-कूद स्पर्धा समारोह के अतिथि जिला शिक्षा केंद्र के जिला परियोजना समन्वयक मोहनलाल सांसरी, सहायक परियोजना समन्वयक मुकेश राठौर, विकासखंड शिक्षा अधिकारी नारायण उपाध्याय, बीएसी जयेन्द्रसिंह हाड़ा एवं एकीकृत नूतन माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-2 के प्रधानाध्यापक संजय राव रहे। सर्वप्रथम ने मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया। इसके बाद दिव्यांग्य विद्यार्थियों के लिए 6 स्पर्धाओं का आयोजन किया गया जिनका शुभारंभ अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर किया।
प्रतियोगिताओं में विकासखंड के विभिन्न विद्यालयों से आए विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनमें वर्ग पहेली, रंगोली, चम्मच रेस, कुर्सी रेस आदि स्पर्धा का भाग लिया गया। इनमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे पुरस्कार प्रदान किए गए। पुरस्कार छात्र एवं छात्रा दोनों वर्गों में अलग-अलग दिए गए।
इस दौरान विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास के लिए मनोरंजक पहेलियां भी पूछी गईं और सही जवाब देने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी रहे विद्यार्थी 3 दिसंबर को जिला स्तर पर होने वाली स्पर्धा में भाग लेंगे।
हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का किया आह्वान
समारोह को अतिथियों ने संबोधित किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। जो जीते उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी जबकि जो पुरस्कार नहीं जीत सके उन्हें इससे प्रेरणा लेकर पहले से बेहतर प्रदर्शन करने का आह्वान किया। अतिथियों का कहना था कि हारने और जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण है मैदान में उतरकर प्रदर्शन करना, परिस्थितियों से मुकाबला करना। इसलिए हार-जीत और परिणाम की चिंता करने के बजाय आगे बढ़ें और बेहतर प्रदर्शन करें फिर चाहे वह खेल का मैदान हो, कोई अन्य प्रतिष्पर्धा या फिर पढ़ाई और परीक्षा।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में बीएसी स्मिता शुक्ला, अतुल विलियम, भारती चौहान, जनशिक्षक रेखा राठौर, अंजुम खान, सुनीता नरवरिया, हरीश भिंडवाल, आलोक कोठारी, रामकरण कनेरिया, राजेश अवस्थी, सतीश जोशी, मुस्तकीम सिद्दीकी, किशन चारेल, एमआईएस उपासना जैन, कंप्यूटर ऑपरेटर माला वर्मा, एमआरसी, हरिओम मावी, सहित समस्त जन शिक्षक उपस्थित रहे। संचालन बीएसी रविंद्र त्रिवेदी ने किया। आभार प्रदर्शन एमआरसी प्रकाश सोलंकी ने किया।