2021 के साहित्य पुरस्कार घोषित : रतलाम के कवि एवं समालोचक प्रो. अज़हर हाशमी सहित  13 साहित्यकार अखिल भारतीय व 15 राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित

साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश ने गुरुवार को 2021 के लिए 13 अखिल भारतीय एवं 15 राज्य स्तरीय पुरस्कारों का ऐलान किया। इसमें रतलाम के प्रो. अजहर हाशमी भी शामिल हैं।

2021 के साहित्य पुरस्कार घोषित : रतलाम के कवि एवं समालोचक प्रो. अज़हर हाशमी सहित  13 साहित्यकार अखिल भारतीय व 15 राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित
साहित्य पुरस्कारों की घोषणा।

साहित्य अकादमी मप्र के निदेशक डॉ. विकास दवे ने की पुरस्कारों की घोषणा

एसीएन टाइम्स @ भोपाल । साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा अखिल भारतीय 13 एवं प्रादेशिक स्तर के 15 पुरस्कारों को घोषणा की गई है। ये पुरस्कार वर्ष 2021 के लिए साहित्यकारों की कृतियों के लिए घोषित किए गए हैं।

पुरस्कारों की घोषणा मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद् के निदेशक डॉ. विकास दवे ने की। उन्होंने बताया कि कैलेण्डर वर्ष 2021 के पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। अखिल भारतीय प्रति पुरस्कार रुपए 1,00,000/- (एक लाख) एवं प्रादेशिक प्रति पुरस्कार रुपए 51,000/- (इक्यावन हजार) के साथ शॉल, श्रीफल, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति-पत्र के साथ रचनाकारों को अलंकृत किया जाता है।

डॉ. दवे का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला, संचालक अदिति कुमार त्रिपाठी के सहयोग के बगैर बीते 5 वर्ष के सम्मान देना स्वप्न ही होता। डॉ. दवे ने सभी साहित्यकारों को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। बता दें कि अकादमी द्वारा हाल ही के दिनों में पुरस्कारों की घोषणा की शुरुआत की गई थी। अब सिर्फ 2021 के साहित्यिक पुरस्कार घोषित होने शेष थे जो गुरुवार को घोषित कर दिए गए।

2021 के लिए अखिल भारतीय पुरस्कार

  1. अखिल भारतीय पं. माखनलाल चतुर्वेदी (निबंध) प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी, अनूपपुर की कृति ‘मन मानस में राम’
  2. अखिल भारतीय गजानन माधव मुक्तिबोध (कहानी) डॉ. प्रभा पंत, हल्द्वानी की कृति ‘मेरी प्रतिनिधि कहानियाँ’
  3. अखिल भारतीय राजा वीरसिंह देव (उपन्यास) बलवीर सिंह ‘करुण’, अलवर की कृति ‘डीग का जौहर’
  4. अखिल भारतीय आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (आलोचना) डॉ. सत्य प्रकाश पाल, वाराणसी की कृति ‘भाषा, साहित्य और संस्कृति’
  5. अखिल भारतीय पं. भवानी प्रसाद मिश्र (गीत एवं हिन्दी गजल) डॉ. रामवल्लभ आचार्य, भोपाल की कृति ‘मैं तुम्हारी बाँसुरी हूँ’
  6. अखिल भारतीय अटल बिहारी वाजपेयी (कविता) डॉ. आनंद कुमार सिंह, भोपाल की कृति ‘अथर्वा’,
  7. अखिल भारतीय कुवेरनाथ राय (ललित निबंध) रजनीश कुमार शुक्ल, वर्धा की कृति ‘भारतीय ज्ञानपरंपरा और विचारक’
    8. अखिल भारतीय विष्णु प्रभाकर (आत्मकथा-जीवनी) दिनेश पाठक, ग्वालियर की कृति ‘पं. रविशंकर नव्यता के नायक’
  8. अखिल भारतीय निर्मल वर्मा (संस्मरण) प्रो. अजहर हाशमी, रतलाम की कृति ‘संस्मरण का संदूक समीक्षा के सिक्के’
  9. अखिल भारतीय महादेवी वर्मा (रेखाचित्रा) डॉ. भेरूलाल गर्ग, भीलवाड़ा की कृति ‘यादों की धूप-छाँह’
  10. अखिल भारतीय प्रो. विष्णुकांत शास्त्राी (यात्रा-वृत्तांत) ज्योति जैन, इंदौर की कृति ‘यात्राओं का इंद्रधनुष’
  11. अखिल भारतीय भारतेन्दु हरिश्चन्द्र (अनुवाद) डॉ. क्रांति कनाटे, बड़ोदरा की कृति ‘गुजराती काव्य सम्पदा’
  12. अखिल भारतीय नारद मुनि (फेसबुक / ब्लॉग / नेट) लोकेन्द्र सिंह राजपूत, भोपाल का पेज ‘फेसबुक / ब्लॉग / नेट’ को दिया गया है।

प्रादेशिक पुरस्कार

  1. प्रादेशिक वृन्दावन लाल वर्मा (उपन्यास) डॉ. ममता चन्द्रशेखर, जबलपुर की कृति ‘स्वदेश’।
  2. प्रादेशिक सुभद्रा कुमारी चैहान (कहानी) पुरुषोत्तम गौतम, शिवपुरी की कृति ‘काशीफल एवं अन्य कहानियाँ’
  3. प्रादेशिक श्रीकृष्ण सरल (कविता) यशवंत चैहान, धार की कृति ‘अनंत की ओर’
  4. प्रादेशिक आचार्य नंददुलारे वाजपेयी (आलोचना) गोविंद गुंजन-खण्डवा की कृति ‘आलोचना का हृदय पक्ष एवं रस दृष्टि’
  5. प्रादेशिक हरिकृष्ण पे्रमी (नाटक) प्रियंका शक्ति ठाकुर, भोपाल की कृति ‘शौर्या’
  6. प्रादेशिक राजेन्द्र अनुरागी (डायरी) दिनेश प्रभात-भोपाल की कृति ‘आये हैं तो काटेंगे...’
  7. प्रादेशिक पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ (प्रदेश के लेखक की पहली कृति) राजेन्द्र गट्टानी, भोपाल की कृति ‘युग का गरल पिया करते हैं’
  8. प्रादेशिक ईसुरी (लोकभाषा विषयक) प्रमोद भार्गव, शिवपुरी की कृति ‘सहरिया आदिवासी’
  9. प्रादेशिक हरिकृष्ण देवसरे (बाल साहित्य) डॉ. अर्जुन दास खत्राी, भोपाल की कृति ‘मैं छोटा सा प्यारा बच्चा’
  10. प्रादेशिक नरेश मेहता (संवाद, पटकथा लेखन) राधारानी चैहान ‘मानवी’, भोपाल का पटकथा लेखन ‘एकता का सूत्रा : हिन्दी’
  11. प्रादेशिक जैनेन्द्र कुमार ‘जैन’ (लघुकथा) डॉ. अखिलेश बार्चे, खरगोन की कृति ‘जो देखा अपने आसपास’
  12. प्रादेशिक सेठ गोविन्द दास (एकांकी) श्रीपाद जोशी, उज्जैन की कृति ‘महाप्रयाण’
  13. प्रादेशिक शरद जोशी (व्यंग्य) डॉ. पिलकेन्द्र अरोरा, उज्जैन की कृति ‘श्री गूगलाय नमः’
  14. प्रादेशिक वीरेन्द्र मिश्र (गीत) कुँअर उदयसिंह ‘अनुज’-खरगोन की कृति ‘मन का हरसिंगार’
  15. प्रादेशिक दुष्यंत कुमार (ग़ज़ल) सतीश राठी, इंदौर की कृति ‘कोहरे में गाँव’ को दिया गया है।