नवागत DIG मनोज कुमार सिंह ने संभाला पदभार, जहां रहे वहां छोड़ी अमिट छाप, धाकड़ ऐसे कि- राजस्थान के लाला बंधुओं के घर से उठा लाए थे शूटर शाहरुख को

रतलाम रेंज के नए डीआईजी आईपीएस मनोज कुमार सिंह ने पदभार ग्रहण किया। डकैती और मादक पदार्थ सहित कई अपराधों के नियंत्रण में लंबे अनुभव वाले अधिकारी को पाकर रेंज का पुलिस मकहमा काफी उत्साहित है।

नवागत DIG मनोज कुमार सिंह ने संभाला पदभार, जहां रहे वहां छोड़ी अमिट छाप, धाकड़ ऐसे कि- राजस्थान के लाला बंधुओं के घर से उठा लाए थे शूटर शाहरुख को
रतलाम आगमन पर डीआईजी मनोज कुमार सिंह का स्वागत करते एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा।

रतलाम आगमन पर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा और एएसपी सुनील पाटीदार ने किया स्वागत 

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । रतलाम रेंज के नए डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार शाम को रतलाम पहुंच कर पदभार ग्रहण कर लिया। रतलाम आगमन पर उनका स्वागत स्वागत एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा तथा एएसपी डॉ. सुनील पाटीदार सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने स्वागत किया। डकैतों के विरुद्ध अभियान सहित विभन्न अपराधों के नियंत्रण को लेकर सिंह के नाम कई रिकॉर्ड है।

महज 24 घंटे के भीतर रतलाम में दो बड़े पुलिस अधिकारियों की आमद हो गई और दोनों ने ही पदभार भी ग्रहण कर लिए। सोमवार देर रात एसपी सिद्धार्त बहुगुणा ने और मंगलवार शाम को नए डीआईजी के रूप आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने भी पदभार ग्रहण कर लिया। सिंह को पुलिसिंग का ढाई दशक (कपरीब 26 साल) का लंबा अनुभव है। साल 1994 की फरवरी में पुलिस सेवा में उन्होंने पुलिस उप अधीक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी।

इन स्थानों पर पदस्थ रहे

आईपीएस मनोज कुमार सिंह सतना, दंदेवाड़ा, छतरपुर, भिंड, छिंदवाड़ा और जबलपुर में सीएसपी और एसडीओपी पद पर पदस्थ रहे। इसके अलावा भिंड, गुना सागर में एएसपी तथा नीमच, मंदसौर, भिंड एवं उज्जैन में एसपी रहे। खास बात यह है कि सिंह जहां भी पदस्थ रहे वहां अपनी कार्यप्रणाली, व्यवहार कुशलता की अमिट छाप छोड़ी।

नाम से कांपते हैं अपराधी

आईपीएस सिंह का काफी समय भिंड में बीता। यहां डकैतों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के मामले में उनकी उल्लेखनीय भूमिका रही। इस दौरान उन्होंने कई डकैतों का ऐनकाउंटर कर प्रदेश ही नहीं देश स्तर पर भी सुर्खियां बटोंरी इसके अलावा चोरी और नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने में भी वे सफल रहे। किसान आंदोलन के दौरान लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति संभालने को लेकर सरकार ने जब उन पर भरोसा जताया तो वे उस पर खरे उतरे। भिंड में पदस्थ रहने के दौरान वे देश ही नहीं, अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में आए जब उन्होंने गांजे की ऑनलाइन सप्लाई के मामले में अमेजन जैसी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई कर डाली। इसके लिए प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने उनकी पीठ थपथपाई। एटीएस में भी उनका कार्यकाल सराहनीय रहा। 

अखेपुर के लाला बंधुओं के घर से गिरफ्तार किया था शूटर को, चाय भी पी थी

बता दें कि नीमच मेें एसपी रहने के दौरान मनोज कुमार सिंह मप्र की सीमा से लगे राजस्थान के अखेपुर के लाला बंधुओं के घर जा धमके थे। यहां उन्होंने दबिश देकर कुख्यात शूटर शाहरुख को गिरफ्तार किया था। बताते हैं कि शाहरुख के परिजन काफी डरे हुए ते कि कहीं उसका ऐनकाउंटर न हो जाए। तब तत्कालीन एसपी सिंह ने वहीं चाय पी और आश्वस्त किया कि आरोपी को मैं ले जा रहा हूं, ऐसा कुछ नहीं होगा। उसे सजा देश का कानून ही देगा। तब लाला बंधुओं के यहां चाय की चुस्की लेते मनोज कुमार सिंह का फोटो काफी वायरल हुआ था।

रेंज में बढ़ते अपराधों पर नियंत्रण की आस

रतलाम सहित रतलाम उप रेंज के सभी जिलों में बीते कुछ समय में अपराधों में काफी इजाफा हुआ। खासकर चोरी-लूट इत्यादि में। माना जा रहा है नए डीआईजी सिंह के अनुभव का लाभ रतलाम रेंज को मिलेगा और यहां अपराधों पर अंकुश लग सकेगा। रेंज का बड़ा इलाका मादक पदार्थों के अवैध कारोबार की छाया में है। इसके अलावा रतलाम का एक बॉर्डर लंबे समय से कंजर समस्या से प्रभावित रहा है। चूंकि आईपीएस सिंह रतलाम रेंज के तीन जिलों में से दो जिलों मंदसौर और नीमच से वे पहले से ही पूरी तरह वाकिफ हैं। नीमच नीमच में रहते हुए मादक तस्करी के कई मामलों को खुलासा करने और अपराधियों की धरपकड़ में सफल रहे थे। इसी उन्होंने बहुचर्चित घनश्याम धाकड़ हत्याकांड के इनामी आरोपी गुड्डिया की गिरफ्तारी भी ही थी। इसलिए मादक पदार्थ की तस्करी का नेटवर्क ध्वस्त करना आसान होगा। अब रतलाम भी उनके कर्मक्षेत्र में शामिल हो गया है।

दूल्हे राजा की तरह डोली में बैठा कर किया था विदा

आईपीएस मनोज कुमार सिंह की व्यवहार कुशलता, लोकप्रियता और कार्यप्रणाली का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब दिसंबर 2021 में उनका भिंड से तबादला हुआ तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें फूलों से सजी डोली में बैठाकर विदाई दी थी। डोली उठाने वालों में तत्कालीन एसपी शैलेंद्र सिंह समेत भिंड जिले के सभी थानों के थाना प्रभारी सहित अन्य शामिल रहे थे और ढोल की थाप पर खूब नृत्य भी किया था। भिंड के पुलिस अधिकारी आज भी आईपीएस सिंह के हंसी-मजाक का जिक्र आते ही प्रसन्न हो जाते हैं।