सरकार मालामाल : अग्रिम प्रत्यक्ष कर संग्रह में 53.50 फीसदी का इजाफा, अब तक जमा हुए 4.60 लाख करोड़ रुपए, 1.35 लाख करोड़ रिफंड भी किए

प्रत्यक्ष करों की वसूली में सरकार को बड़ी सफलता मिली है। इस वित्त वर्ष में पिछले वर्ष के मुकाबले 60 फीसदी से ज्यादा सकल संग्रह हुआ वहीं अग्रिम कर संग्रह 53.50 फीसदी अधिक रहा। अभी एक तिमाही बाकी है।

सरकार मालामाल : अग्रिम प्रत्यक्ष कर संग्रह में 53.50 फीसदी का इजाफा, अब तक जमा हुए 4.60 लाख करोड़ रुपए, 1.35 लाख करोड़ रिफंड भी किए

वित्त वर्ष 2021-22 में 16 दिसंबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 60% से अधिक, 4.29 लाख करोड़ रुपए व्यक्तिगत आयकर के शामिल

एसीएन टाइम्स @ नई दिल्ली । प्रत्यक्ष कर की वसूली के मामले में सरकार को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। चालू वित्तीय वर्ष में 16 दिसंबर तक ही लगभग 4.60 लाख करोड़ रुपए का अग्रिम कर संग्रह हो चुका है। यह बीते वित्तीय वर्ष की इस अवधि में हुए संग्रह से 53.50 फीसदी ज्यादा है। इस वित्त वर्ष की एक तिमाही अभी भी बाकी है। सकल संग्रह के मामले में उपलब्धि का आंकड़ा 60.80 फीसदी रही।

भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा मौजूद वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर के रूप में संग्रहित हुए धन का ब्यौरा जारी किया है। इसमें वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 16 दिसंबर, 2021 तक के संग्रह हुए प्रत्यक्ष कर की जानकारी दी गई है। इसके अनुसार इस वर्ष कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 9,45,276.60 करोड़ रुपए रहा। यह वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 60.80 फीसदी अधिक है। पिछले वर्ष इस अवधि तक 5,87,702.90 करोड़ रुपए का संग्रह हुआ था। अगर 2019-20 में हुए धन संग्रह 6,70,739.10 करोड़ रुपए से करें तो उपलब्धि 40.93 फीसदी है।

इस वर्ष अभी तक प्राप्त हुए कुल 9,45,276.60 करोड़ रुपए में से 5,15,870.50 करोड़ (कुल रिफंड) निगम कर (सीआईटी) और सुरक्षा लेन-देन कर (एसटीटी) के शामिल हैं। इसके अलावा 4,29,406.10 करोड़ रुपए (कुल रिफंड) का व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) प्राप्त हुआ।

वित्तीय वर्ष 2021-22 (16 दिसंबर 2021 तक) के लिए प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (रिफंड के लिए समायोजन से पहले) पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में कुल 7,33,715.20 करोड़ रुपए की तुलना में 10,80,370.20 करोड़ रुपए है। वित्त वर्ष 2019-20 में इसी अवधि के लिए सकल संग्रह 8,34,398 करोड़ रुपए रहा था। वहीं वित्त वर्ष 2018-19 में 7,96,3420 करोड़ रुपए सकल संग्रह हुआ था।

लघु शीर्षवार संग्रह की यह रही स्थिति

कुल 10,80,370.20 करोड़ रुपए के सकल संग्रह में 6,05,652.60 करोड़ रुपए का निगम कर (सीआईटी) और सुरक्षा लेन-देन कर (एसटीटी) हैं। इसके अलावा 4,74,717.60 करोड़ रुपए का व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) भी शामिल है। लघु शीर्षवार संग्रह देखें तो 4,59,917.10 करोड़ रुपए का अग्रिम कर, 4,93,171.70 करोड़ रुपए स्रोत पर कर कटौती (टीडीसी) रहा। इसके अलावा 74,336.20 करोड़ रुपए का स्व-मूल्यांकन कर, 44,028.70 करोड़ रुपए का नियमित मूल्यांकन कर, 6,525.90 करोड़ रुपए का लाभांश वितरण कर और अन्य मामूली शीर्षों के तहत 2390.60 करोड़ रुपए का कर भी शामिल है।

संचयी अग्रिम कर संग्रह की यह रही स्थिति

वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही के लिए (16 दिसंबर 2021 तक) संचयी अग्रिम कर संग्रह 4,59,917.1 करोड़ रुपए है। इसके ठीक पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष यानी 2020-21 की इसी अवधि के लिए यह 2,99,620.50 करोड़ रुपए थी। इस पर वर्ष 2020-21 का अग्रिम कर संग्रह 53.5% (लगभग) की वृद्धि दर्शाता है। इसके अलावा 16 दिसंबर 2021 (वित्त वर्ष 2021-22) को 4,59,917.10 करोड़ रुपए का संचयी अग्रिम कर संग्रह पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में इसी अवधि में अग्रिम कर संग्रह (संचयी) 3,18,929.40 करोड़ रुपए की तुलना में 44.21% की वृद्धि दर्शाता है और वित्त वर्ष 2018-19 में इसी अवधि में अग्रिम कर संग्रह (संचयी) 3,07,096.30 करोड़ रुपए पर 49.76% की वृद्धि दर्शाता है।

अभी और बढ़ेगा कर संग्रह, बैंकों से जानकारी मिलना शेष

16 दिसंबर 2021 तक कुल 4,59,917.10 करोड़ रुपए अग्रिम कर अर्जित हुआ।इसमें 3,49,045.40 करोड़ रुपए का निगम कर (सीआईटी) और 1,10,871.7 करोड़ रुपए का व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है। इस राशि के और बढ़ने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि अभी बैंकों से इस बारे में और जानकारी मिलनी शेष ह। वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक रिफंड के 1,35,093.60 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं।