RSS का शताब्दी वर्ष : मालवा प्रांत का विशेष घोष वादन 3 जनवरी को इंदौर में, अब तक 1 हजार स्वयंसेवक पहुंचे, मालवा प्रांत के आशुतोष शर्मा करेंगे प्रतिनिधित्व

आरएसएस के मालवा प्रांत के स्वयंसेवक सार्वजनिक घोष वादन के साथ शताब्दी वर्ष की शुरुआत करेंगे। घोष वादन सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत की उपस्थिति में होगा।

RSS का शताब्दी वर्ष : मालवा प्रांत का विशेष घोष वादन 3 जनवरी को इंदौर में, अब तक 1 हजार स्वयंसेवक पहुंचे, मालवा प्रांत के आशुतोष शर्मा करेंगे प्रतिनिधित्व
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ।

एसीएन टाइम्स @ इंदौर / रतलाम । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा शताब्दी वर्ष मनाया जा रहा है। इसके तहत मालवा प्रांत के स्वयं सेवकों का इंदौर में शिविर आयोजित हो रहा है। इसमें चयनित घोष वादक 3 जनवरी को घोष वादन करेंगे। सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत की मौजूदगी में होने वाले आयोजन में 20 हजार स्वयंसेवकों के आने का लक्ष्य है। मालवा प्रांत का प्रतिनिधित्व रतलाम के आशुतोष शर्मा घोष वादन करेंगे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष की शुरुआत इंदौर से हो रही है। यहां दशहरा मैदान पर विशेष शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए सभी तैयारियां हो चुकी हैं और 1 हजार स्वयंसेवक भी पहुंच चुके हैं। इनमें मालवा प्रांत के सभी 28 जिलों के चुनिंदा स्वयंसेवक शामिल हो रही हैं। शिविर संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की मौजूदगी में होगा। इस दौरान स्वयंसेवक स्वर शतकम की प्रतिकृति बना कर शताब्दी वर्ष की शुरुआत का संदेश देंगे।

20 हजार स्वयंसेवकों का लक्ष्य

मंगलवार से शुरू हुए शिविर में भाग लेने के लिए अब तक 1 हजार से ज्यादा स्वयंसेवक इंदौर पहुंच चुके है। आयोजन में 20 हजार स्वयंसेवकों के शामिल होने का लक्ष्य है। इनमें शिक्षाविद्, उद्योगपति, चिकित्सक, प्रोफेशनल्स, खिलाड़ी, कलाकार, व्यवसायी सहित अन्य शामिल होंगे। यह पहला मौका है जब स्वयंसेवक परिवार के साथ पहुंच रहे हैं। शिविर के लिए संघ द्वारा मालवा प्रांत के 500 से भी ज्यादा समाजों से संपर्क कर उन्हें आमंत्रित किया गया है।

भविष्य की योजनाओं पर होगी चर्चा

शिविर शुरू हो चुका है। इसमें घोष वादक 2 जनवरी को घोष वादन का अभ्यास करेंगे। मुख्य आयोजन 3 जनवरी को होगा। इस दिन दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक घोष वादन और डॉ. मोहन भागवत का बौद्धिक होगा। इस दौरान भविष्य की योजनाओं की चर्चा भी होगी। बता दें कि, आरएसएस का घोष वादन काफी रोमांचक होता है। इस दौरान आनक, पणव, वंशी, शंख आदि विभिन्न वाद्यों पर सुमधुर प्रस्तुति दी जाएगी। गणवेशधारी स्वयंसेवकों की वाद्ययंत्रों पर संगत अलग तरह के रोमांच का अहसास कराती है।

रतलाम के स्वयंसेवक रहेंगे विशेष

बता दें कि, बीते 15 वर्षों में मालवा प्रांत में यह दूसरा मौका है जब सर संघचालक के सामने घोष (बैंड) का वादन होगा। इन दोनों ही आयोजनों में रतलाम का विशेष स्थान होगा। इसमें रतलाम निवासी प्रांत घोष प्रमुख आशुतोष शर्मा घोष दंड लेकर घोष का सार्वजनिक प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले हुए घोष वादन में भी रतलाम निवासी माधव काकाणी ने प्रांत घोष प्रमुख के नाते घोष दंड लेकर घोष का सार्वजनिक प्रदर्शन करवाया था।