श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का 6ठा दिन : श्रीराम मर्यादा में रहना और श्रीकृष्ण मर्यादा रखने का तरीका सिखाते हैं- सुश्री जया किशोरीजी

चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में सुश्री जया किशोरी ने श्री राम और श्री कृष्ण में अंतर बताया।

श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का 6ठा दिन : श्रीराम मर्यादा में रहना और श्रीकृष्ण मर्यादा रखने का तरीका सिखाते हैं- सुश्री जया किशोरीजी
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में श्री राम और श्री कृष्ण की विशेषता बताते हुए एवं दूसरे चित्र में चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के अध्यक्ष विधायक चेतन्य काश्यप को आशीर्वाद देते संत श्री नर्मदानंज दी।

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह से खुश और गोपी विरह प्रसंग में भाव विह्वल हुआ पंडाल

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के छठे दिन शनिवार को कथावाचक सुश्री जया किशोरीजी ने प्रभु की रासलीला के बाद श्रीकृष्ण-गोपी विरह का उद्धव संवाद सुनाकर भाव विह्वल कर दिया। श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह के सजीव चित्रण से पूरा पंडाल झूम उठा। कंस वध के प्रसंग में श्रीकृष्ण का जयकारा गूंज उठा। कथा की पूर्णाहुति रविवार को होगी। श्रीकृष्ण अनन्य विवाह, सुदामा चरित्र, महाभारत की कथा, राजा परीक्षित अंतिम उपदेश आदि श्रवण कराया जाएगा।

सुश्री जया किशोरी जी ने कथा के दौरान भगवान की लीलाओं, परंपराओं एवं संस्कृति का सम्मान करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि जब तक हम अपने भगवान, रीति-रिवाजों की इज्जत नहीं करेंगे, तब तक किसी और से उम्मीद नहीं कर सकते। जीवन में बड़ा बदलाव लाने के जरूरी नहीं कि आपको हिंसा करना पड़े, बिना हिंसा के भी आप बदलाव ला सकते हैं। बस आप भगवान की लीलाओं का मजाक बनाने के कार्यों का हिस्सा बनना बंद कर दीजिए। ऐसी चीजें स्वतः होना बंद हो जाएगी।

सुश्री जया किशोरीजी ने कहा कि श्रीराम आपको मर्यादा में रहना सिखाते है और श्रीकृष्ण मर्यादा में रखते कैसे है इसकी सीख देते है। भगवान की लीलाओं को संसार की दृष्टि से नहीं भगवत दृष्टि से देखे। भगवान की हर लीला के पीछे जगत का कल्याण होता है और हमारी हर लीला के पीछे स्वयं के कल्याण का कारण होता है। हमे इतना भी नहीं गिरना है कि जब तकलीफ रहे तो भगवान को याद करें और अच्छे समय में इन्ही का मजाक बनाए। किसी को नीचा कर स्वयं को ऊपर बढ़ाने से मिलने वाली सफलता ज्यादा समय तक नहीं रहती।

विधायक चेतन्य काश्यप के नेतृत्व में पहली बार हो रहा अद्भुत आयोजन- संत श्री नर्मदानंद जी

आरंभ में राष्ट्रीय संत श्री नर्मदानंद बापजी ने कहा कि रतलाम की धरा पर एक अनूठा संगम और ज्ञान भक्ति की पराकाष्ठा का आज सभी रसास्वादन कर रहे हैं। रतलाम की धरा पर विधायक चेतन्य काश्यप के नेतृत्व में ऐसा अद्भुत कार्य पहली बार हो रहा है। वे जिस प्रकार से यह कार्य कर रहे हैं, उसी प्रकार आगामी समय में हमें इन्हें आगे बढ़ाना है। बापजी ने इस मौके पर विधायक काश्यप को शॉल ओढ़ाकर आशीर्वाद प्रदान किया। कथा के आरंभ में फाउंडेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप, नीता काश्यप, सिद्धार्थ काश्यप, पूर्वी काश्यप एवं श्रवण काश्यप ने श्रीमद भागवत जी का पूजन किया। इसके बाद समिति सदस्यों एवं अतिथियों द्वारा आरती की गई। अतिथि भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडेय, महापौर प्रहलाद पटेल, मंडल रेल प्रबंधक रजनीश कुमार, वरिष्ठ समाजसेवी खुर्शीद अनवर उपस्थित रहे।

विभिन्न संस्थाओं ने किया स्वागत और अभिनन्दन

कथा के आरंभ में विभिन्न संस्थाओं द्वारा सुश्री जयाकिशोरी जी एवं विधायक चेतन्य काश्यप का स्वगत-अभिनंदन किया गया। इस दौरान श्री जांगड़ा पोरवाल समाज, चैम्बर ऑफ कॉमर्स, जैन विद्या विकास समिति जैन स्कूल, आदिवासी समाज, रतलाम जिला अभिभाषक संघ, रोटरी क्लब, पूज्य सिंधी पंचायत एवं सिंधु सेना, अ. भा. कोली समाज, पांचाल समाज, संपूर्ण माली समाज, विश्व हिंदू परिषद् एवं बजरंग दल, प्रतिभा सम्मान समारोह समिति, सज्जन क्षत्रिय समाज राजपूत बोर्डिंग, जैन विद्या निकेतन स्कूल, सूरजमल जैन मंडल, सांई सेवा सुंदर कांड मंडल, त्रिवेदी मेवाड़ा ब्राह्मण समाज, राजपुरोहित मंडल, भोजन व्यवस्था समिति के सदस्य उपस्थित रहे।