रतलाम कलेक्टर को किस बात पर आया गुस्सा और उन्होंने क्यों कह दिया कि- ‘कोताही बरतने पर अधिकारी  खुद होंगे जिम्मेदार’

कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने समय सीमा पत्रों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा की। समय पर कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी। पंचायत चुनाव के नोडल अधिकारियों को विभिन्न निर्देश भी दिए।

रतलाम कलेक्टर को किस बात पर आया गुस्सा और उन्होंने क्यों कह दिया कि- ‘कोताही बरतने पर अधिकारी  खुद होंगे जिम्मेदार’
समय सीमा पत्रों की समीक्षा के दौरान नाराजगी जताते रतलाम कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी।

समयावधि पत्रों की बैठक में कलेक्टर सूर्यवंशी ने प्रत्येक नोडल अधिकारी के साथ की काम की समीक्षा

एसीएन टाइम्स @ रतलाम   त्रिस्तरीय पंचायत राज निर्वाचन आचार संहिता लागू होने के साथ ही रतलाम जिले में चुनावी तैयारियां तेज हो गई हैं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नरेंद्र सूर्यवंशी ने प्रत्येक कार्य के लिए नोडल अधिकारी तथा सहायक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है। सोमवार सुबह संपन्न समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने प्रत्येक नोडल अधिकारी द्वारा अब तक संपादित कार्यों का जायजा लिया। कई अधिकारियों ने कार्य अपडेट ही नहीं किए। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और समय सीमा का ख्याल रखने की सख्ती से ताकीद की। कलेक्टर ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि कार्य में कोताही बरती गई तो उसके जिम्मेदार अधिकारी स्वयं होंगे।

समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक उप जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर एम.एल. आर्य, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर अभिषेक गहलोत, एसडीएम संजीव पांडे, निगमायुक्त सोमनाथ झारिया की मौजूदगी में हुई। कलेक्टर ने सभी नोडल अधिकारियों को उनके दायित्व को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संवाद आयोजन की तैयारियों के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिला मुख्यालय पर बरबड़ विधायक सभागृह पर होने वाले आयोजन में व शहरी हितग्राहियों उपस्थिति को लेकर व्यवस्थाओं के निर्देस दिए।

मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर कोई शिकायत न रहे नॉन अटेंड

कलेक्टर सूर्यवंशी ने समय सीमा पत्रों की बैठक में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा की जिसमें नगरीय क्षेत्रों में आवेदकों की शिकायतों के निराकरण के संबंध में कलेक्टर ने अवगत होते हुए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई भी शिकायत नॉन अटेंड नहीं रहे।

मतदान दलों की ट्रेनिंग 8 व 15 जून को, संपत्ति विरूपण की कार्रवाई सतत हो

कलेक्टर ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत राज निर्वाचन के संबंध में मतदान दलों की पहली ट्रेनिंग आगामी 8 जून को आयोजित की जाएगी। इसके पश्चात 15 जून को द्वितीय ट्रेनिंग दी जाएगी। संबंधित अधिकारी समय सीमा में तैयारी कर ले।

कलेक्टर ने स्वतंत्र निष्पक्ष निर्वाचन के संबंध में अधिकारियों को संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत कार्रवाई में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्वाचन आयोग की मंशा अनुसार संपत्ति विरूपण के तहत गठित दस्तों द्वारा भ्रमण करके जायजा लें और विरूपण संबंधी कार्रवाई करें।

जाति प्रमाण-पत्र जारी करने में न हो देरी

कलेक्टर ने अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत जाति प्रमाण-पत्र के अभाव में लंबित प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा भी कही। उन्होंने कहा सभी एसडीएम तहसीलदार यह सुनिश्चित करें कि जाति प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने में किसी भी स्थिति में देरी नहीं हो।