महापौर जी ! यह गंगासागर कॉलोनी है, यहां सफाई नहीं होती, सड़क व बगीचों में गाजरघास का राज है, पानी मिलना भी कम हो गया है, कुछ तो कीजिए...

गंगासागर कॉलोनी मप्र हाउसिंग बोर्ड से नगर निगम में हस्तांतरित होने के बाद से यहां के रहवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। पर्याप्त जलापूर्ति, सफाई सहित अन्य समस्याओं के निराकरण के लिए कॉलोनीवासियों ने महापौर को ज्ञापन सौंपा है।

महापौर जी ! यह गंगासागर कॉलोनी है, यहां सफाई नहीं होती, सड़क व बगीचों में गाजरघास का राज है, पानी मिलना भी कम हो गया है, कुछ तो कीजिए...
गंगासागर कॉलोनी की सड़कों और नालियों के हाल। सड़कों की हालत खराब है, किनारों पर गाजरघास और खरपतरवार हैं और नालियों में रेत भरी है और पैधे उग आए हैं।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । गंगासागर कॉलोनी के रहवासियों द्वारा महापौर प्रहलाद पटेल को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं से अवगत कराते हुए उनके शीघ्र निराकरण की मांग की गई। रहवासियों का कहना था कि कॉलोनी नगर निगम के हैंडओवर हो चुकी है लेकिन मूलभूत समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा है जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।

(गंगासागर के एमआईसी सीनियर सेक्टर में सीवरेज चैंबर से इस तरह गंदगी उफन रही है और सड़क पर बह रही है।)

महापौर पटेल से मिले प्रतिनिधिमंडल में गंगासागर कॉलोनी के रहवासी पूर्व डीएसपी पी. एस. बरसेना, जगदीश शर्मा, प्रेम एन. वासन, शिरीष शुक्ला, भागीरथ मालवीय, अंकुर सक्सेना, सन्तोष रानीवाल सहित अन्य मौजूद रहे। प्रतनिधिमंडल ने ज्ञापन में बताया कि गंगासागर कॉलोनी का विकास मप्र हाउसिंग बोर्ड द्वारा किया गया था। इसे शासन के आदेशानुसार नगर पालिक निगम रतलाम को हस्तांतरित किया जा चुका है। हाउसिंग बोर्ड द्वारा कॉलोनी में मूलभूत सुविधाओं (पेयजल आपूर्ति, सफाई, बगीचे का रखरखाव, नालियों की सफाई आदि) की देख-रेख समय-समय पर की जाती रही है। कॉलोनी के हस्तांतरण के बाद से कॉलोनीवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सफाई नहीं होने से बढ़ा बीमारियों का खतरा, स्ट्रीट लाइट भी बंद

(हाल-ए-बगीचा : बगीचों में हरियाली की जगह सिर्फ गाजरघास और अन्य प्रकार के खरपतवार का राज है जो बीमारियों को आमंत्रण दे रहे हैं।)

रहवासियों ने बताया कि पूरी कॉलोनी में गाजरघास और कई प्रकार के खरपतवार उगे हुए हैं। सीवरेज लाइन के चैंबर और नालियां भी जाम हैं। वर्तमान में मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों के चलते कॉलोनी में नियमत सफाई जरूरी हो गई है, खासकर नालियों, बगीचों औस सड़कों के आसपास सफाई जरूरी है। कॉलोनी में चोरों की सक्रियता भी बढ़ी है जिससे रहवासियों में भय का वातावरण है। ऐसे में कॉलोनी में आए दिन स्ट्रीट लाइट बंद रहती है। चोर इसका फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।

मुख्य द्वार के आसपास बनें स्पीड ब्रेकर

लोनी के मुख्य प्रवेश द्वार सैलाना मुख्य मार्ग पर स्थित हैं और यहां से रतलाम, सैलाना, बांसवाड़ा से बसें, ट्रक एवं अन्य चार पहिया वाहनों का आवागमन होता है, जिससे हादसे का आंदेशा रहता है। अतः कॉलोनी के मुख्य द्वार के पास मुख्य मार्ग पर स्पीड ब्रेकर बनाना अत्यंत आवश्यक हो गया है।

जल आपूर्ति का समय भी हुआ कम

पहले हाउसिंग बोर्ड द्वारा कॉलोनी में पर्याप्त समय जल आपूर्ति की जाती थी। नगर निगम में हस्तांतरित करने के बाद से जल आपूर्ति का समय आधा कर दिया गया है। इससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। अतः जल आपूर्ति के समय में भी वृद्धि की जानी चाहिए।

यह भी बड़ी समस्या

बता दें कि, हाउसिंग बोर्ड द्वारा 2010-11 में जब कॉलोनी की प्लानिंग की गई थी तब गंगासागर के पुराने मार्ग (कुएं के पास वाले) को मुख्य मार्ग के रूप में प्रस्तावित किया गया था। बाद में जब कॉलोनी विकसित हुई तो उसे विकसित न करते हुए दूसरा मार्ग मुख्य (वर्तमान) कर दिया गया। ऐसे में पूर्व प्रस्तावित मार्ग जर्जर हालत में होकर वहां मिट्टी का कटाव होने से कुएं का आकार लगातार बढ़ता जा रहा। इससे रास्ता जानलेवा हो गया है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसे में इस रास्ते को सुधारने के साथ ही उक्त कुएं (जो कि अब अनुपयोगी हो गया है) का उचित प्रबंध करना आवश्यक है।