चिंता स्वास्थ्य की : शहरी क्षेत्र में एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन का काम धीमा, इसमें तेजी लाने का करें प्रयास- डॉ. रवि दिवेकर

स्वास्थ्य विभाग के शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी ने इससे जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक लेकर एडल्ट बीसीजी वैक्सिनेशन, कैंसर स्क्रीनिंग, हाइपरटेंशन, गैरसंचारी रोगों और गर्भवती महिलाओं के पंजीयन के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

चिंता स्वास्थ्य की : शहरी क्षेत्र में एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन का काम धीमा, इसमें तेजी लाने का करें प्रयास- डॉ. रवि दिवेकर
वैक्सीनेशन और स्वास्थ्य कार्यक्रम में तेजी लाने के निर्देश देते नोडल अधिकारी डॉ. रवि दिवेकर।

एसीएन टाइम्स @ रतलाम । एडल्ट बीसीजी वैक्सीनेशन कार्यक्रम में  रतलाम के शहरी क्षेत्र की उपलब्धि अत्यंत कम पाई गई है। इसमें प्रगति लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। शहरी क्षेत्र में समस्त गर्भवती माताओं का पंजीयन एवं इसकी अनमोल पोर्टल में प्रविष्टि, गैरसंचारी रोगों की समीक्षा अंतर्गत हाइपरटेंशन, डायबिटीज एवं कैंसर की स्क्रीनिंग के कार्य में भी तेजी लाएं।

शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. रवि दिवेकर गुरुवार को रतलाम जिले में शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान दिए। बैठक सीएमएचओ कार्यालय पर आहूत की गई थी। बैठक में एनसीडी के नोडल अधिकारी डॉ. जितेंद्र जायसवाल, डीपीएम डॉ. अज़हर अली, एपीएम हिना मकरानी, जिला क्षय अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोरा, मीडिया अधिकारी आशीष चौरसिया, डिप्टी मीडिया अधिकारी सरला वर्मा सहित विभागे के अन्य अधिकारी-कर्मचारी  मौजूद रहे।

मरीज के संपर्क में आए व्यक्ति के परिजन का भी हो वैक्सीनेशन

डॉ. दिवेकर ने कहा कि सोमवार और गुरुवार को लगने वाले बीसीजी वैक्सीनेशन सत्र के दौरान 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों, डायबिटीज से ग्रसित लोगों तथा टीबी का उपचार पूर्ण कर चुके लोगों का और टीबी मरीजों के संपर्क में आए परिवारजन का वैक्सीनेशन भी कराया जाए। वैक्सीनेशन के माध्यम से टीबी से बचाव के लिए लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता लाई जा सकती है।

दंपतियों को उपलब्ध करवाएं परिवार कल्याण के साधन

नोडिल अधिकारी डॉ. दिवेकर ने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत लक्ष्य दंपतियों को उनकी इच्छा के आधार पर बच्चों के बीच अंतर रखने हेतु उनकी मांग अनुसार परिवार कल्याण के अस्थायी साधन उपलब्ध कराए जाएं। स्थायी साधन की इच्छा रखने वाले दंपतियों के ऑपरेशन कराए जाएं। शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य संस्थाओं में सभी चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा विभाग द्वारा निर्धारित कार्य और कार्यक्रम में अपेक्षित प्रगति लाई जाए। समीक्षा के दौरान शहरी क्षेत्र के बीईई, सुपरवाइजर, एलएचवी, नर्सिंग ऑफिसर, एलडीएमआईएस सहित अधिकारी-कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।